मां बगलामुखी की पूजा करते महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी, डॉक्टर उदिता त्यागी और अनिल यादव।
शिवशक्ति धाम डासना में मां बगलामुखी जयंती पर 15 दिन से चला आ रहा शिवशक्ति महोत्सव उत्साह और भक्ति के साथ पूर्ण हो गया। उत्साह के कारण माँ बगलामुखी और महादेव की जय जयकार से सारा डासना क्षेत्र गूंज उठा।
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महोत्सव की समाप्ति बगलामुखी महायज्ञ की पूर्णाहुति के साथ हुई।पूर्णाहुति के बाद विशाल भण्डारे का भी आयोजन हुआ। श्री पंचदशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर और डसना मंदिर के प्रमुख यति नरसिंहानंद ने कहा कि हिंदूत्व की रक्षा के लिए आखिरी सांस तक लडूंगा। हिंदुओं के लिए आगे बढ़कर हमेशा आगे खड़ा रहा हूं।

यज्ञ के दौरान महामंडलेश्वर और अन्य।
दूर दराज से भी पहुंचे भक्त
15 दिन तक चले इस महोत्सव में हजारों की संख्या में भक्तों ने भाग लिया। शिवशक्ति महोत्सव की व्यवस्था प्रभारी डॉ उदिता त्यागी ने बताया कि आज पूर्णाहुति में स्वामी दीपांकर महाराज, आचार्य दीपक तेजस्वी, यति अभयानंद , अनिल यादव, हरिनारायण सारस्वत, मोहित बजरंगी, बृजमोहन सिंह, मदन मुखिया, हरिओम सिंह, अमन त्यागी, रामभरत यादव ,राहुल भाटी, गोपाल सिंह सहित बड़ी संख्या में भक्तों ने भाग लिया।
प्रत्येक हिंदू मां बगलामुखी की शरण में आए
इस अवसर पर महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी ने सभी श्रद्धालुओं को बताया कि मां बगलामुखी की भक्ति साक्षात् कल्पवृक्ष के समान है। जिसके द्वारा भक्त अपनी सभी सात्विक मनोकामना पूर्ण कर सकते हैं। विजय और सद्बुद्धि की देवी मां बगलामुखी की शरण में आकर प्राणी निर्भय हो जाते हैं।
जो सनातन धर्मी मां बगलामुखी की शरण गृहण नहीं करते वो वास्तव में भाग्यहीन हैं। उन्होंने प्रत्येक हिंदू को मां बगलामुखी की शरण गृहण करने का आह्वान किया।