मामले को लेकर बैठक करते हुए दोनों पक्ष।
फतेहाबाद जिले के रतिया शहर में पानी का कनेक्शन काटने गई पब्लिक हेल्थ विभाग की टीम के साथ एक फर्म मालिक ने तू-तड़ाक की। जब कर्मचारी कनेक्शन कट करने लगे तो नहीं काटने दिया गया।
.
आरोप है कि फर्म मालिक ने अभद्र व्यवहार भी किया। मगर बाद में मौजिज लोगों के हस्तक्षेप के बाद दोनों पक्षों की मीटिंग हुई। मीटिंग में फर्म मालिक द्वारा खेद प्रकट कर लिया गया। हालांकि, फर्म मालिक को दंडस्वरूप 11 हजार रुपए गोशाला में दान देने होंगे। साथ ही पानी का कनेक्शन भी वह खुद ही बंद करेगा।
टीम ने 13 जगह बंद किया कनेक्शन जानकारी के अनुसार, मंगलवार को डब्ल्यूएसएसओ के जिला सलाहकार शर्माचंद लाली के नेतृत्व में पब्लिक हेल्थ विभाग की टीम ने शहर में अवैध और गैर जरुरी पानी के कनेक्शन काटने का अभियान चलाया था। टीम द्वारा 13 जगह पर ऐसे कनेक्शन को बंद कर दिया गया था, जिनसे पीने का पानी अन्य कार्यों पर बेकार जा रहा था।
जब यह टीम तहसील परिसर के बाहर एक फर्म की दुकान के बाहर लगे कनेक्शन को बंद करने के लिए फर्म मालिकों के पास गई तो इस दौरान फर्म मालिक के कुछ साथी उक्त टीम से उलझ गए और टीम से तू तड़ाक करते हुए अपशब्द भी कहे। इसके बाद मामला गर्मा गया, वहीं फर्म मालिकों का आरोप था कि उनसे दुर्व्यवहार किया गया है, दोनों पक्षों में काफी देर तक बहस हुई।

पब्लिक हेल्थ की टीम के साथ विवाद के दौरान बहस करते लोग।
कृष्ण गोशाला में बैठ कर निपटाया मामला
इसके बाद पब्लिक हेल्थ विभाग के एसडीओ आंचल जैन मौके पर पहुंचे और उन्होंने अपने कर्मचारियों की कार्यप्रणाली को बिल्कुल सही ठहराते हुए कहा कि यह सरकार के निर्देशों पर कनेक्शन बंद किए जा रहे हैं। मामले के बाद कर्मचारियों में रोष बढ़ गया। मामले को बढ़ता देख शहर के मौजिज लोगों ने हस्तक्षेप करते हुए दोनों पक्षों को शांत करते हुए कृष्ण गोशाला में बैठकर फर्म मालिक से उक्त घटना को लेकर खेद प्रकट करवाया।
फर्म मालिक ने अपनी गलती मानते हुए 11 हजार रुपए गोशाला में दानस्वरूप दी। पानी का कनेक्शन खुद बंद करने की बात कही। इसके बाद दोनों पक्षों में मामला शांतिपूर्ण ढंग से निपट गया।