Gurugram: Female Advocate Accuses Sector 50 Police Station SHO of Rape and Harassment, Zero FIR Registered in Delhi | गुरुग्राम के SHO पर दिल्ली में रेप की FIR: लेडी एडवोकेट बोली- कॉन्स्टेबल को बाहर भेज रात 3 बजे तक बिठाया, मुझे कहा, जो चाहूं करूंगा – gurugram News

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गुरुग्राम में कमिश्नरेट पुलिस ने महिला एडवोकेट द्वारा दर्ज कराई जीरो एफआईआर की जांच के लिए एसआईटी गठित की है।- प्रतीकात्मक फोटो।

गुरुग्राम के एक एसएचओ पर तीस हजारी कोर्ट की लेडी एडवोकेट ने दिल्ली में रेप, उत्पीड़न और अमानवीय व्यवहार की शिकायत दर्ज कराई है। लेडी एडवोकेट ने कहा कि SHO ने उसे पूछताछ के बहाने रात 3 बजे तक थाने में बिठाया। उसे धमकाया कि तुम गुड़गांव में खड़ी हो, दिल्ल

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दिल्ली के सब्जी मंडी थाने में पुलिस ने जीरो FIR दर्ज कर ली है। हालांकि सेक्टर-50 के एसएचओ सत्यवान ने आरोपों को झूठा करार दिया। उन्होंने कहा कि लेडी एडवोकेट मनगढंत और झूठे आरोप लगा रही है। उसके खिलाफ गुरुग्राम में लेडी कॉन्स्टेबल से मारपीट का केस दर्ज है। जिससे बचने के लिए उसने ऐसा किया।

वहीं दोनों मामलों को देखते हुए गुरुग्राम के पुलिस कमिश्नर ने जांच के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) गठित कर दी है। जिसकी अगुआई गुरुग्राम पुलिस की ACP (क्राइम अंगेस्ट वुमन) सुरेंद्र कौर करेंगी।

गुरुग्राम का पुलिस कमिश्नर ऑफिस।

गुरुग्राम का पुलिस कमिश्नर ऑफिस।

लेडी एडवोकेट ने जीरो FIR में 4 बड़े आरोप लगाए

1. लेडी एडवोकेट ने कहा- क्लाइंट की पत्नी ने कार रोकी, पत्थर मारा लेडी एडवोकेट ने 24 मई को दिल्ली के सब्जी मंडी थाने में दी गई शिकायत में कहा- 21 मई को वह गुरुग्राम के सेक्टर 51 स्थित महिला थाने में गई थी। वह अपने क्लाइंट के साथ थी, जो पत्नी के दर्ज कराए मामले में शामिल होने आया था। जांच के बाद जब वह दिल्ली लौट रहे थे तो उसके क्लाइंट की पत्नी ने उनकी कार रोकी और गाली-गलौज करने लगी। उनकी कार के शीशे पर पत्थर भरी मारा।

2. सेक्टर 50 के थाने में शिकायत करने पहुंचे, कॉन्स्टेबल ने रोका इसके बाद मैंने और मेरे क्लाइंट ने 112 नंबर पर पुलिस को कॉल किया। इसके बाद वह सेक्टर 50 थाने में शिकायत दर्ज करवाने के लिए पहुंचे। जब उसका क्लाइंट शिकायत लिख रहा था तो महिला कॉन्स्टेबल ने उसे रोकने की कोशिश की। जब बतौर एडवोकेट उसने कॉन्स्टेबल पर आपत्ति जताई तो वह उसे एसएचओ के कमरे में ले गई।

3. मुझे एसएचओ के कमरे में ले गई, सुनवाई की जगह धमकाया उसने एसएचओ के कमरे में जाकर उनसे पूरे मामले की शिकायत की। उसकी सुनवाई करने के बजाय एसएचओ ने उसे ही धमकाना शुरू कर दिया। एसएचओ ने उसे धमकी देते हुए कहा- तुम गुड़गांव में खड़ी हो, दिल्ली में नहीं। यहां रोजाना 365 वकील आते हैं, मैं तुम्हें वकालत सिखाऊंगा। तुम्हें हमारी ताकत नहीं पता, मैं जो चाहूं करूंगा।

4. एसएचओ ने महिला कॉन्स्टेबल को बाहर भेजा, मेरा यौन उत्पीड़न किया इसके बाद एसएचओ महिला कॉन्स्टेबल को कमरे से बाहर जाने को कह दिया। इसके बाद रात करीब 3 बजे तक जबरन थाने में बैठाकर रखा गया। इस दौरान SHO ने न केवल उससे अभद्रता की, बल्कि गंभीर यौन उत्पीड़न भी किया। एसएचओ ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए उसके साथ शारीरिक और मानसिक रूप से अत्याचार किया।

गुरुग्राम में लेडी एडवोकेट पर दर्ज केस की 3 अहम बातें

1. पुलिस ने दंपती को बुलाया था, एडवोकेट ने महिला को थप्पड़ मारा यह मामला 21 मई का है। सेक्टर 50 थाने की लेडी हेड कॉन्स्टेबल ने अपनी शिकायत में बताया 21 मई को सेक्टर 51 स्थित महिला थाने में पति-पत्नी को झगड़े के मामले में लाया गया था। वहां फिर दोनों के बीच झगड़ा हो गया। जिसके बाद वह दोनों को सेक्टर 50 थाने ले आई। वह इस मामले की जांच अधिकारी थी। जहां वह अभी दोनों से बात कर ही रही थी कि एक लेडी एडवोकेट वहां पर आ गई। वह पति की तरफ से थी। उसने आते ही पत्नी को थप्पड़ जड़ दिया।

2. लेडी कॉन्स्टेबल ने रोका तो उसे थप्पड़ मारा, गला पकड़ा यह देखकर उसने टोका कि पुलिस थाने में आप ऐसा नहीं कर सकती। इससे लेडी एडवोकेट गुस्से में आ गई और उसे भी थप्पड़ मार दिया। उसका गला पकड़ा और धक्का मारा, जिससे वह कुर्सी से गिर गई। इसी दौरान शोर सुनकर थाने में मौजूद महिला एएसआई मौके पर पहुंची। उसे फर्श से उठाया। तब लेडी एडवोकेट ने उसके साथ भी बदतमीजी की।

3. SHO को बोली- नौकरी खा जाऊंगी, कई पुलिसवालों को सबक सिखा चुकी लेडी कॉन्स्टेबल ने आगे आरोप लगाया कि पुलिस थाने में झगड़े की आवाज सुनकर एसएचओ भी मौके पर पहुंचे तो महिला एडवोकेट ने वकील होने का रौब झाड़ा। उसने पुलिस थाना बंद कराने और एसएचओ की नौकरी खाने की धमकी भी दी। उसने यहां तक कहा कि वह तुम्हारे जैसे कई पुलिसवालों को कोर्ट में सबक सिखा चुकी है।

गुरुग्राम कमिश्नरेट पुलिस के प्रवक्ता संदीप कुमार

गुरुग्राम कमिश्नरेट पुलिस के प्रवक्ता संदीप कुमार

गुरुग्राम पुलिस प्रवक्ता की पूरे मामले पर 4 अहम बातें

  • लेडी एडवोकेट पर मारपीट-सरकारी ड्यूटी में बाधा का केस: गुरुग्राम पुलिस के प्रवक्ता संदीप कुमार ने कहा- लेडी एडवोकेट पर 21 मई को मारपीट और सरकारी ड्यूटी में बाधा डालने की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया था। इस मामले में महिला वकील सहित कई अन्य व्यक्तियों की संलिप्तता पाई गई थी। मौके पर मौजूद कई अन्य व्यक्तियों को गवाह बनाया गया है।
  • लेडी एडवोकेट का मेडिकल करवाकर वकीलों को सौंपा था: पुलिस प्रवक्ता के मुताबिक कानून के हिसाब से मारपीट के मामले में इन्वेस्टिगेशन शुरू की गई। इस दौरान महिला वकील का मेडिकल परीक्षण करवाया गया। उसे जांच में शामिल किया गया। जिसके बाद उन्हें अन्य वकीलों के हवाले किया गया। यह पूरी प्रक्रिया कानून के दायरे में की गई थी।
  • पहले भी छेड़छाड़ का केस दर्ज करा चुकी लेडी एडवोकेट: गुरुग्राम पुलिस के मुताबिक यह लेडी एडवोकेट वर्ष 2023 में दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट परिसर में एक 62 साल वकील, उनकी पत्नी, बेटी और अन्य लोगों के खिलाफ छेड़छाड़ का केस दर्ज करवा चुकी है। जिससे उनके व्यवहार और विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा होता है।
  • एसआईटी करेगी सभी आरोपों की जांच: पुलिस प्रवक्ता के मुताबिक जीरो FIR में लगाए गए सभी आरोपों की भी जांच की जाएगी। मगर, ऐसा लग रहा है कि सेक्टर 50 थाने में पहले से दर्ज एफआईआर से बचाव के लिए जीरो FIR दर्ज करवाई है। दोनों मामलों की निष्पक्ष जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी गई है।
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