अयोध्या4 मिनट पहले
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जिले के बीकापुर कोतवाली क्षेत्र के नुवावा बेदरा गांव में जमीनी विवाद ने एक महिला की जान ले ली। शनिवार शाम को राघव राम यादव और उनकी 55 वर्षीय पत्नी कलावती खेत में धान की नर्सरी लगा रहे थे। इसी दौरान गांव के दबंग जितेंद्र और सुरेश निषाद अपने दो अन्य साथियों के साथ वहां पहुंचे।
दोनों आरोपियों ने पहले गाली-गलौज की। जब दंपति ने विरोध किया, तो उन पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। इस हमले में राघव राम और जयकला गंभीर रूप से घायल हो गए। परिजन घायलों को पहले स्थानीय अस्पताल ले गए। वहां से राघव राम और उनकी पत्नी जयकला को जिला अस्पताल रेफर किया गया, जहां राघव राम का कंधा फ्रैक्चर पाया गया।
गंभीर रूप से घायल जयकला को डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार करते हुए मेडिकल कॉलेज दर्शन नगर भेजा दिया गया था। सोमवार सुबह से उनकी हालत बिगड़ने लगी। शाम को डॉक्टरों ने उन्हें लखनऊ मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। रास्ते में रात करीब 11 बजे बाराबंकी पहुंचने वाले ही थे तभी कलावती की मौत हो गई।

पुलिस से पहले की थी शिकायत, सुनवाई नहीं हुई पुलिस को पहले भी राघव राम ने मारपीट की शिकायत की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। चौकी प्रभारी चौरे बाजार और प्रभारी निरीक्षक रामचंद्र सरोज ने मौके पर पहुंचकर पंचायतनामा भरा और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
प्रभारी निरीक्षक कोतवाली बीकापुर रामचंद्र सरोज ने बताया कि तहरीर के आधार पर जितेंद्र सुरेश और दो अज्ञात के विरुद्ध संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
मृतक जयकला के बेटे महेश कुमार यादव ने बताया कि गांव के दीपक जेठू दीपू से मैं 30 एयर जमीन 2 वर्ष 11 माह का रजिस्टर्ड एग्रीमेंट कराया था। तीनों लोगों ने 9 वें महीने उक्त जमीन को रामजग को दान पत्र कर दिया था।
रामजग इस जमीन को जितेंद्र निषाद को बैनामा कर दिया। महेश ने बताया कि जब हम लोगों को जानकारी हुई तो इसका मुकदमा दीवानी न्यायालय में दायर किया मामला न्यायालय में विचाराधीन है बगैर एग्रीमेंट समाप्त हुए ही बैनामा ले लिया गया है।जबरन कब्जा करना चाह रहे थे हम लोगों ने विरोध किया तब उन लोगों ने मारपीट की।