Telangana BJP MLA T Raja Singh Resign Reason Update | Ramchander Rao | तेलंगाना BJP विधायक टी राजा ने पार्टी छोड़ी: रामचंद्र राव को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की खबर से नाराज, कहा- यह कार्यकर्ताओं के लिए सदमा

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हैदराबाद3 मिनट पहले

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तेलंगाना के विधायक टी. राजा सिंह। वे बजरंगदल से भी जुड़े रहे हैं। (फाइल फोटो) - Dainik Bhaskar

तेलंगाना के विधायक टी. राजा सिंह। वे बजरंगदल से भी जुड़े रहे हैं। (फाइल फोटो)

तेलंगाना के भाजपा विधायक टी राजा सिंह ने सोमवार को पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। गोशामहल विधायक टी राजा ने पूर्व एमएलसी रामचंदर राव को तेलंगाना भाजपा अध्यक्ष बनाने की खबरों पर कड़ी नाराजगी जताते हुए भाजपा की प्राथमिक सदस्यता छोड़ दी।

टी. राजा ने भाजपा तेलंगाना प्रदेश अध्यक्ष जी किशन रेड्डी को अपना इस्तीफा भेजा है। उन्होंने लिखा कि बहुत सारे लोग चुप हैं, इसे उनकी सहमति न समझा जाए। यह लाखों कार्यकर्ताओं के लिए सदमे जैसा है। टी राजा ने केंद्री नेतृत्व से अपील की कि वे अपने फैसले पर दोबारा विचार करें।

तेलंगाना में भाजपा अध्यक्ष चुनाव के लिए आज नामांकन किया जा रहा है। रामचंदर ने समर्थकों के साथ नामांकन किया है। दूसरे किसी नेता ने अब तक नामांकन नहीं किया है। ऐसे में एक जुलाई को अध्यक्ष के तौर पर रामचंदर के नाम का ऐलान किए जाने की संभावना है।

उधर, रामचंदर के नाम पर नाराजगी जाहिर कर रहे टी राजा को 2022 में पार्टी से निलंबित किया जा चुका है। निलंबन अक्टूबर 2023 में वापस ले लिया गया था। वे तीन बार गोशामहल से विधायक चुने गए हैं। टी. राजा सिंह पर 105 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें 18 सांप्रदायिक अपराधों से जुड़े हैं।

इस्तीफे में लिखा- चुप्पी को सहमति न समझा जाए

टी राजा ने लिखा- “यह पत्र व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा के बारे में नहीं है, बल्कि उन लाखों वफादार भाजपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों के दर्द और हताशा को दर्शाता है, जो खुद को दरकिनार और अनसुना महसूस करते हैं। कुछ चुनिंदा लोग पर्दे के पीछे से शो चला रहे हैं, जिससे आंतरिक असंतोष और जमीनी स्तर से जुड़ाव खत्म हो रहा है। मैं सिर्फ अपने लिए नहीं, बल्कि उन अनगिनत कार्यकर्ताओं और मतदाताओं के लिए बोल रहा हूं जो हमारे साथ आस्था में खड़े थे और जो आज निराश महसूस कर रहे हैं।

हालांकि मैं पार्टी से अलग हो रहा हूं, परंतु मैं हिंदुत्व की विचारधारा, धर्म की सेवा और गोशामहल की जनता के लिए पूर्ण रूप से समर्पित हूं। मैं अपनी आवाज को और ज्यादा मजबूती से उठाता रहूंगा और हिंदू समाज के साथ दृढ़ता से खड़ा रहूंगा।”

पैगंबर मोहम्मद के लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल करने के आरोप में विधायक टी राजा को अगस्त 2023 में उनके घर से गिरफ्तार किया गया था।

पैगंबर मोहम्मद के लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल करने के आरोप में विधायक टी राजा को अगस्त 2023 में उनके घर से गिरफ्तार किया गया था।

विवादित बयानों के लिए मशहूर रहे हैं टी राजा

  • 2022 में पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी: टी. राजा सिंह ने एक वीडियो में पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, जिसके बाद हैदराबाद में व्यापक विरोध प्रदर्शन हुए। इसके परिणामस्वरूप, उन्हें 23 अगस्त 2022 को गिरफ्तार किया गया और भाजपा ने उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया। हालांकि, उसी दिन उन्हें जमानत मिल गई, लेकिन 25 अगस्त को फिर से गिरफ्तार किया गया क्योंकि उन्होंने जमानत की शर्तों का उल्लंघन करते हुए एक और विवादित वीडियो जारी किया था।
  • 2023 में राम नवमी रैली में बयान: टी. राजा सिंह ने हैदराबाद में राम नवमी रैली के दौरान विवादित बयान दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि यदि भारत हिंदू राष्ट्र बना तो केवल दो बच्चों की नीति का पालन करने वालों को वोट देने का अधिकार होगा। इस बयान के लिए उनके खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया।
  • 2023 में हिंदुत्व पर बयान: सितंबर 2023 में, टी. राजा सिंह ने एक भाषण में कहा कि जो कोई हिंदुत्व की ओर आंख उठाकर देखेगा, उसकी “गर्दन काट दी जाएगी।” इस बयान ने फिर से विवाद को जन्म दिया।
  • 2024 में धार, मध्य प्रदेश में भाषण: जुलाई 2024 में, धार में एक सभा में टी. राजा सिंह ने मुस्लिम पूजा स्थलों को निशाना बनाने और मुस्लिम विरोधी षड्यंत्र सिद्धांतों को बढ़ावा देने वाला भाषण दिया, जिसे हिंसा भड़काने वाला माना गया।
  • 2024 में जनसंख्या और हिंदू प्रधानमंत्री पर बयान: दिसंबर 2024 में, टी. राजा सिंह ने कहा कि यदि “जिहादियों” की आबादी बढ़ती रही तो भारत में कोई हिंदू प्रधानमंत्री नहीं होगा। इस बयान ने भी काफी विवाद खड़ा किया।
  • सोशल मीडिया पर नफरत भरे भाषण: फरवरी 2025 में, इंडिया हेट लैब की एक रिपोर्ट के बाद मेटा ने टी. राजा सिंह से जुड़े दो फेसबुक ग्रुप और तीन इंस्टाग्राम अकाउंट्स को हटा दिया, क्योंकि उन्होंने 32 नफरत भरे भाषण दिए थे, जिनमें से 22 में हिंसा भड़काने की बात थी।
29 जून को अमित शाह के तेलंगाना दौरे पर स्वागत करते विधायक टी राजा (बाएं)।

29 जून को अमित शाह के तेलंगाना दौरे पर स्वागत करते विधायक टी राजा (बाएं)।

टी राजा सिंह पॉलिटिकल जर्नी

  • 2018 में तेलंगाना में टीआरएस की लहर में भी जीतने वाले बीजेपी के 5 विधायकों में से टी राजा एक थे। बजरंग दल के मेंबर रहे टी राजा ने 2009 में अपनी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत टीडीपी से कॉर्पोरेटर के रूप में की थी।
  • 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले अप्रैल 2013 में टीडीपी छोड़कर बीजेपी से जुड़ गए थे। टी राजा की वेबसाइट कहती है कि वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी आरएसएस की युवा शाखा हिंदू वाहिनी से जुड़े रहे हैं।
  • भाजपा के टिकट पर पहली बार उन्होंने 2014 में गोशामहल विधानसभा सीट से जीत दर्ज की थी।

वीडियो कैसेट बेच कर चलाते थे परिवार

  • टी राजा का जन्म 15 अप्रैल 1977 को हैदराबाद के धूलपेट में एक लोध परिवार में हुआ था। धूलपेट अवैध शराब और नशीली दवाओं की तस्करी का केंद्र रहा है। धूलपेट के लोध अपने आप को राजपूतों का वंशज बताते हैं। वहीं कई अन्य राज्यों में ये OBC समुदाय में आते हैं।
  • राजा ने अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर अपने बारे में जो जानकारी दी, उसमें बताया, ‘मेरा जन्म ऐसे परिवार में हुआ था, जिसका कोई राजनीतिक जुड़ाव नहीं रहा है। घर में पैसे नहीं हाेने के कारण मैं पढ़ाई नहीं कर सका। मेरे पूर्वज दशकों पहले हैदराबाद में बस गए थे और जीवन यापन के लिए देवी-देवताओं की मूर्तियां बनाते थे। मैंने भी अपने पारिवारिक कारोबार को जारी रखा।’
  • राजा ने शुरुआत में अपने घर के बाहर ऑडियो और वीडियो कैसेट बेचने की एक दुकान चलाई। बाद में इसे बंद करके इलेक्ट्रिक वायरिंग का बिजनेस शुरू कर दिया।

1 जुलाई को होगा तेलंगाना के प्रदेश अध्यक्ष के नाम का ऐलान

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने आंतरिक चुनाव शुरू कर दिए हैं, जिसकी शुरुआत देशभर में राज्य इकाई अध्यक्षों की नियुक्ति से हो रही है। अधिकांश राज्यों में इसे तीन हफ्तों में पूरा कर लिया जाएगा।जबकि झारखंड जैसे राज्यों में इसके अगस्त के आखिर तक पूरा होने की संभावना है।

सोमवार को उत्तराखंड और मिजोरम बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष चुने गए। उत्तराखण्ड में मौजूदा अध्यक्ष महेंद्र भट्ट दोबारा चुने गए। वहीं, मिजोरम में पूर्व मंत्री और विधायक के बेचुआ अध्यक्ष चुने गए। आज 6 राज्यों में बीजेपी अध्यक्ष के लिए चुनाव हुए। अब तक 20 राज्यों के चुनाव हो चुके हैं। अगले दो दिनों में 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में चुनाव होंगे।

आने वाले हफ्ते में कई राज्यों में राज्य इकाई अध्यक्षों का चुनाव होने की उम्मीद है। कम से कम 5 राज्यों में अध्यक्षों के चुनाव के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया शुरू होगी। इसी कड़ी में तेलंगाना के अध्यक्ष का ऐलान 1 जुलाई को होगा।

इसके लिए केवल एक उम्मीदवार एन रामचंदर राव ने नामांकन दाखिल किया है। वर्तमान अध्यक्ष और करीमनगर सांसद बंदी संजय कुमार का कार्यकाल जुलाई में समाप्त हो रहा है।

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