नई दिल्ली1 दिन पहले
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AAP ने रविवार को जंतर-मंतर में घर-रोजगार बचाओ आंदोलन किया।
आम आदमी पार्टी ने रविवार को दिल्ली में झुग्गियों के खिलाफ चल रही कार्रवाई के विरोध में जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा- मोदी की गारंटी झूठी, फर्जी और नकली है। आगे कभी जिंदगी में मोदी की गारंटी पर भरोसा मत करना।
केजरीवाल ने कहा- चुनाव के समय मोदी जी ने आपको गारंटी दी थी- ‘जहां झुग्गी-वहां मकान।’ उनका मतलब था- ‘जहां झुग्गी-वहां मैदान।’ वो ये कहना चाहते थे मुझे वोट दे दो, मैं सारी झुग्गियां तोड़ दूंगा और मैदान बना दूंगा।

केजरीवाल के भाषण की 4 बड़ी बातें…
- भाजपा का प्लान झुग्गियों का तोड़ना: भाजपा का प्लान दिल्ली की सभी झुग्गियां तोड़ने का है। इनकी गंदी नजर आपके घरों पर टिकी हुई है। दिल्ली में 40 लाख से ज्यादा झुग्गीवाले हैं, यह सभी इकट्ठे होकर सड़कों पर आकर आंदोलन करेंगे। मैं भाजपा को चेतावनी देना चाहता हूं कि सुधर जाओ, झुग्गियां तोड़ना बंद करो। अगर झुग्गियां तोड़ना बंद नहीं किया तो तुम्हारा सिंहासन डोलने में वक्त नहीं लगेगा।
- भाजपा एक साल में सभी झुग्गियां तोड़ देगी: चुनाव से पहले मैंने दिल्ली के गरीबों और झुग्गीवालों के लिए वीडियो जारी करके कहा था कि अगर भाजपा की सरकार आ गई तो यह एक साल में ही झुग्गियां तोड़ देंगे। इन्होंने 2-3 महीनों में झुग्गियां तोड़कर आपके सिर से छत छीन ली है। इन्होंने गरीबों का घर और रोजगार दोनों छीन लिया है।
- कांग्रेस-भाजपा दोनों भाई-बहन हैं: कांग्रेस और भाजपा दोनों भाई-बहन है। 75 साल में इन्होंने कभी भी स्कूल-अस्पताल, बिजली-पानी पर बात नहीं की। ये केवल लूटने का काम करते हैं। दिल्ली की झुग्गियों में 40 लाख लोग रहते हैं, अगर ये इकट्ठे हो गए तो किसी की औकात नहीं है जो आपकी झुग्गी तोड़ने आ जाये।
- भाजपा की 10 इंजन की सरकार है: पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा- भाजपा की 4 इंजन की नहीं, 10 इंजन की सरकार है। हम अच्छी खासी दिल्ली छोड़कर गए थे, 24 घंटे बिजली आती थी, इनकी सरकार में 6-7 घंटे के पावर कट लगते हैं। अब ये कह रहे हैं कि एक साल रुक जाओ, दिल्लीवालों की मुफ्त बिजली भी बंद कर देंगे।
AAP के घर-रोजगार बचाओ आंदोलन की तस्वीरें…

आम आदमी पार्टी दिल्ली के जंतर-मंतर में विरोध-प्रदर्शन किया।

प्रदर्श में भारी संख्या में आप समर्थक शामिल हुए।

केजरीवाल ने संबोधन मोदी की गारंटी को झूठा बताया।

दिल्ली सरकार के खिलाफ कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की।
आतिशी ने कहा- भाजपा चुनाव जीतकर झुग्गियां तोड़ रही AAP नेता आतिशी ने कहा- केजरीवाल जी ने चेताया था कि ये आपकी झुग्गियां तोड़ देंगे, अब चुनाव जीतने के बाद भाजपा सरकार आपकी झुग्गियां तोड़ रही है। केजरीवाल जी कहते हैं कि गरीबी हटाओं, भाजपा कहती है कि गरीबों को ही हटाओ। ये आपकी झुग्गियां तोड़कर जमीन अपने पूंजीपति मित्रों को देना चाहते हैं लेकिन जब तक AAP नेताओं और कार्यकर्ताओं में खून का एक भी कतरा बाकी है। हम आपकी झुग्गियों को बचाने के लिए सड़क, कोर्ट, विधानसभा से लेकर संसद तक लड़ाई लड़ेंगे।
झुग्गियां तोड़ने का विरोध करने पर आतिशी को हिरासत में लिया था

दिल्ली पुलिस ने 10 जून को पूर्व सीएम आतिशी को हिरासत में ले लिया था। वे कालकाजी के भूमिहीन कैंप में झुग्गियां को तोड़े जाने का विरोध कर रही थीं।
पूर्व सीएम ने कहा, ‘बीजेपी इन झुग्गियां को तोड़ने वाली है। आज मुझे जेल लेकर जा रही है, क्योंकि मैं इन झुग्गी वालों की आवाज उठा रही हूं। बीजेपी, सीएम रेखा गुप्ता जी आप लोगों को झुग्गी वालों की हाय लगेगी। बीजेपी कभी वापस नहीं आएगी, इन गरीबों की हाय लगेगी।’
DDA ने पहले ही दे दिया था नोटिस दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) ने दक्षिण दिल्ली के कालकाजी एक्सटेंशन में भूमिहीन कैंप के सभी निवासियों को एक आधिकारिक नोटिस जारी किया था। हाईकोर्ट के आदेश के बाद जारी इस नोटिस में अवैध झोपड़ियों के खिलाफ बुलडोजर एक्शन के चलते परिसर खाली करने का निर्देश दिया गया था।

हाईकोर्ट ने आदेश में कहा है कि निर्धारित शर्तों को पूरा करने वाले परिवार ही पुनर्वास नीति का लाभ पाने के हकदार हैं।
हाईकोर्ट के आदेश पर हो रही है कार्रवाई
हाईकोर्ट ने 7 मई को 1,355 निवासियों की पुनर्वास याचिका खारिज कर दी थी। जस्टिस धर्मेश शर्मा की ग्रीष्मकालीन बेंच ने दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) को कहा है कि वह भूमिहीन कैंप को तोड़ने के लिए स्वतंत्र है।
याचिकाकर्ताओं की दलील थी कि वे 1990 से यहां रह रहे हैं। ऐसे में सरकार को पुर्नस्थापित करने के निर्देश दिए जाएं। बेंच ने आदेश में स्पष्ट किया कि संबंधित विभाग द्वारा निर्धारित शर्तों को पूरा करने वाले परिवार ही पुनर्वास नीति का लाभ पाने के हकदार हैं।
2015 और 2019 में हुआ था सर्वे
झुग्गी-झोपड़ी को राजधानी से हटाने व उनके पुनर्वास के लिए वर्ष 2015 में एक नीति तैयार की गई थी। इसके चलते वर्ष 2015 और 2019 में भूमिहीन कैंप का संयुक्त निरीक्षण किया गया था। इस निरीक्षण के तहत पुनर्वास नीति के तहत तय मानकों को पूरा करने वाले यहां के निवासियों की पुनर्वास सूची तैयार की गई थी।