India US Deal; Army Apache Helicopter | Pakistan Jodhpur Border | भारतीय सेना को अपाचे गार्डियन हेलिकॉप्टर की पहली खेप मिली: 3 हेलिकॉप्टर अमेरिका से हिंडन एयरबेस पर लाए गए; रेतीला रंग छिपने में मददगार

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नई दिल्ली3 मिनट पहले

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भारतीय सेना ने मंगलवार को अपाचे हेलिकॉप्टरों की पहली तस्वीरें शेयर कीं। - Dainik Bhaskar

भारतीय सेना ने मंगलवार को अपाचे हेलिकॉप्टरों की पहली तस्वीरें शेयर कीं।

भारतीय सेना को अमेरिका से तीन अपाचे गार्डियन हेलिकॉप्टरों की पहली खेप मिली। इससे सेना की हमला करने और ऑपरेशनल क्षमता में काफी इजाफा होगा। ये अत्याधुनिक हेलिकॉप्टर अमेरिका से एक एंटोनोव ट्रांसपोर्ट विमान में गाजियाबाद जिले के हिंडन एयर बेस पर पहुंचे।

इन्हें पाकिस्तान के साथ लगी पश्चिमी सीमा के पास जोधपुर में तैनात किया जाएगा। इन हेलिकॉप्टर का रंग रेतीला है जो इन्हें रेगिस्तानी इलाकों में छिपने में मदद करता है।

भारतीय थल सेना को पहली बार अपाचे हेलिकॉप्टर मिले हैं। ये हेलिकॉप्टर दुनिया के सबसे एडवांस लड़ाकू हेलिकॉप्टरों में से हैं।

भारतीय वायुसेना के पास पहले से ही 22 अपाचे हेलिकॉप्टर हैं। अपाचे अटैक हेलिकॉप्टर की दो स्क्वाड्रन पाक और चीन के मोर्चे पर तैनात हैं। अमेरिका ने 2020 में वायुसेना को 22 अपाचे हेलिकॉप्टर डिलीवर किए थे।

अपाचे हेलिकॉप्टर दुनिया के सबसे एडवांस लड़ाकू हेलिकॉप्टरों में से हैं। (फाइल फोटो)

अपाचे हेलिकॉप्टर दुनिया के सबसे एडवांस लड़ाकू हेलिकॉप्टरों में से हैं। (फाइल फोटो)

हवाई टैंक कहलाते हैं अपाचे हेलिकॉप्टर

अपाचे हेलिकॉप्टर को “हवाई टैंक” कहा जाता है। भारतीय सेना ने भारत में अपाचे हेलिकॉप्टरों की पहली तस्वीरें शेयर करते हुए कहा, “भारतीय सेना के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण, क्योंकि सेना के लिए अपाचे हेलिकॉप्टरों का पहला बैच आज भारत पहुंचा। ये अत्याधुनिक प्लेटफॉर्म भारतीय सेना की ऑपरेशनल क्षमताओं को मजबूत करेंगे।

अपाचे हेलिकॉप्टर्स को बोइंग कंपनी ने बनाया है। ये अब मंजूरी की प्रक्रिया से गुजरेंगे। इसके पहले इनके कई टेस्ट होंगे।

2020 में हुआ था सौदा

ये तीन हेलिकॉप्टर भारत और अमेरिका के बीच हुए पांच हजार करोड़ रुपए के सौदे का हिस्सा हैं। इसके तहत भारत को 6 अपाचे हेलिकॉप्टर मिलने हैं। यह सौदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के पहले कार्यकाल के दौरान 2020 में भारत यात्रा के दौरान हुआ था।

इस सौदे के तहत, पहला बैच मई-जून 2024 में पहुंचने वाला था, लेकिन देश दुनिया में सप्लाई लाइन में व्यवधान और भू-राजनीतिक घटनाक्रमों के कारण डिलीवरी में देरी होती रही।

भारतीय वायुसेना के पास पहले से ही पंजाब के पठानकोट और असम के जोरहाट में दो अपाचे स्क्वाड्रन हैं।

अत्याधुनिक प्रणालियों से लैस हेलिकॉप्टर

  • अपाचे हेलिकॉप्टरों का उपयोग हमले के साथ-साथ सुरक्षा, टोह लेने और शांति अभियानों के लिए किया जा सकता है। ये हेलिकॉप्टरअत्याधुनिक प्रणालियों से लैस हैं, जो सभी मौसम में लक्ष्य का सटीक डेटा प्रदान करते हैं। अपाचे हेलिकॉप्टर में नवीनतम संचार, नेविगेशन, सेंसर और हथियार प्रणालियां हैं।
  • एएच 64ई अपाचे दुनिया का सबसे एडवांस मल्टी कॉम्बैट हेलिकॉप्टर है। इनमें हाई क्वालिटी नाइट विजन सिस्टम है, जिससे दुश्मन को अंधेरे में भी ढूंढा जा सकेगा।
  • यह मिसाइल से लैस है और एक मिनट में 128 लक्ष्यों पर निशाना साध सकता है। इसमें भारी मात्रा में हथियार ले जाने की क्षमता है। 280 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से उड़ान भर सकता है।
  • हेलिकॉप्टर में 16 एंटी टैंक एजीएम-114 हेलफायर और स्ट्रिंगर मिसाइल लगी होती है। हेलफायर मिसाइल किसी भी आर्मर्ड व्हीकल जैसे टैंक, तोप, बीएमपी वाहनों को पलक झपकते ही ध्वस्त कर सकती है।
  • वहीं स्ट्रिंगर मिसाइल हवा से आने वाले किसी भी खतरे का सामना करने में सक्षम है। इसके साथ ही इसमें हाइड्रा-70 अनगाइडेड मिसाइल भी लगी होती हैं जो जमीनी टारगेट को तबाह कर सकती हैं।

भारत के पास देश में बना LCH प्रचंड, 16 सालों में बनकर तैयार हुआ

अपाचे के अलावा भारतीय सेना के पास स्वदेशी अटैक हेलिकॉप्टर LCH प्रचंड भी है। साल 2006 में सरकार ने LCH बनाने का काम हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड यानी HAL को सौंपा था।

फरवरी 2010 में LCH के पहले प्रोटोटाइप का पहला ग्राउंड टेस्ट हुआ। कुछ महीने बाद पहला फ्लाइट टेस्ट कर लिया गया। 3 अक्टूबर 2022 को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 4 LCH प्रचंड जोधपुर में इंडियन एयरफोर्स को सौंपे थे।

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