बीजिंग3 मिनट पहले
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2024 में चीन की विक्ट्री डे परेड की फुटेज।
चीन की राजधानी बीजिंग में बुधवार को दूसरे विश्व युद्ध में जापान की हार के 80 साल पूरे होने पर विक्ट्री डे परेड मनाया जा रहा है। राष्ट्रपति शी जिनपिंग थियानमेन ने भाषण देना शुरू कर दिया है।
इस परेड में 10 हजार से ज्यादा चीनी सैनिक मौजूद हैं। यह थियानमेन चौक में उनकी अध्यक्षता में होने वाली तीसरी बड़ी सैन्य परेड है। चीन इसका इस्तेमाल पश्चिमी देशों के खिलाफ ग्लोबल साउथ की एकजुटता दिखाने और अपनी सैन्य ताकत के प्रदर्शन के तौर पर भी कर रहा है।
इस मौके पर मंच पर कई विश्व नेता मौजूद हैं, जिनमें रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन, बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको और मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम जैसे बड़े नाम हैं।
इनके साथ चीन के वर्तमान और पूर्व बड़े अधिकारी और जनरल भी हैं। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के मुताबिक PLA जिन नए हथियारों का प्रदर्शन करेगी, उनमें से कई भविष्य में ताइवान से जुड़े किसी भी संभावित संघर्ष में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
चीन की विक्ट्री डे परेड से जुड़ी तस्वीरें…

व्लादिमीर पुतिन और किम जोंग-उन पूर्व सैनिकों के साथ हाथ मिलाते हुए।

किम जोंग उन के साथ उनकी बेटी किम जू आए भी चीन पहुंची हैं। जू को किम जोंग उन का उत्तराधिकारी माना जाता है।

80वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में 80 तोपों की सलामी दी गई।

विक्ट्री डे परेड से पहले अभ्यास के दौरान संयुक्त लॉजिस्टिक्स सपोर्ट फोर्स का दस्ता।
जापान ने 1945 में सरेंडर किया था
चीन और जापान के बीच 1937 में लड़ाई शुरू हुई थी। तब जापान ने चीन पर हमला करके उसके एक बड़े हिस्से को कब्जा लिया था। जापानी सेना ने चीन के नानजिंग शहर में नरसंहार किया था, जिसमें करीब 3 लाख लोग मारे गए थे। इस लड़ाई को 1939 में शुरू हुई सेकेंड वर्ल्ड वॉर का हिस्सा माना जाता है।
बाद में जापान ने अमेरिका के न्यूक्लियर हमलों के बाद 15 अगस्त 1945 को सरेंडर कर दिया था, जिसके बाद उसने 2 सितंबर 1945 को चीन के खिलाफ भी हार स्वीकार कर ली थी।

चीन में नानजिंग नरसंहार के बाद जगह-जगह इंसानों की खोपड़ी के ढेर पड़े हुए थे। चीन के मुताबिक, इस नरसंहार में 3 लाख लोग मारे गए थे। तस्वीर क्रेडिट- रिसर्च गेट नेट
चीन की विक्ट्री डे परेड से जुड़े अपडेट्स के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए…
लाइव अपडेट्स
5 मिनट पहले
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जिनपिंग बोले- ये भविष्य की तरफ देखने का अवसर
शी जिनपिंग ने अपने भाषण की शुरुआत यह कहकर की कि यह इतिहास का सम्मान करने और भविष्य की ओर देखने का अवसर है।
उन्होंने युद्ध की विजय में योगदान देने वाले दिग्गजों, साथियों और देशभक्तों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने परेड में शामिल होने वाले विश्व नेताओं का भी स्वागत किया।

20 मिनट पहले
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चीन में विक्ट्री डे परेड शुरू, लाइव फुटेज
25 मिनट पहले
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तानाशाह किम के साथ बेटी किम जू आए भी चीन पहुंचीं

किम जोंग उन के साथ उनकी बेटी किम जू आए भी चीन पहुंची हैं। जू को किम जोंग उन का उत्तराधिकारी माना जाता है।
27 मिनट पहले
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जिनपिंग ने परेड में रूसी राष्ट्रपति का स्वागत किया

29 मिनट पहले
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रूसी राष्ट्रपति पुतिन परेड में शामिल होने पहुंचे
32 मिनट पहले
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नॉर्थ कोरियाई लीडर किम जोंग उन परेड में शामिल होने पहुंचे
37 मिनट पहले
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बीजिंग में कुछ ही देर में विक्ट्री डे परेड शुरू होगी
39 मिनट पहले
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जापान की हार को अपनी बड़ी जीत बता रहा चीन
चीन हाल के महीनों में जापान की हार को अपनी बड़ी जीत के तौर पर पेश कर रहा है। वह कहता है कि उसने और सोवियत यूनियन (USSR) ने युद्ध में सबसे ज्यादा योगदान दिया, जबकि अमेरिका और यूरोप जैसे पश्चिमी देशों की भूमिका को नजरअंदाज कर रहा है।
जिनपिंग चाहते हैं कि लोग सेकेंड वर्ल्ड वॉर को चीन के नजरिए से देखें। उन्होंने मई 2025 में रूस के एक समारोह में हिस्सा लिया था। इस दौरान जिनपिंग ने एक आर्टिकल में कहा था कि चीन और USSR ने जापान और जर्मनी के खिलाफ युद्ध में मुख्य भूमिका निभाई। उन्होंने अमेरिका या यूरोप का कोई जिक्र नहीं किया।
नानजिंग नरसंहार पर बनी फिल्में भी इसी इतिहास को लोगों तक पहुंचा रही हैं। चीन ने नानजिंग नरसंहार को दिखाने के लिए ‘डेड टू राइट्स’ नाम से फिल्म भी बनाई है। जुलाई 2025 में रिलीज हुई इस फिल्म ने पहले चार दिनों में ही 50 करोड़ युआन (लगभग 430 करोड़ रुपए) की कमाई की थी।

इसी साल जुलाई में रिलीज हुई नानजिंग नरसंहार पर बनी चीनी फिल्म ‘डेड टू राइट्स’ ने दुनिया भर में 2.67 हजार करोड़ रुपए का कारोबार किया।
40 मिनट पहले
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चीन 100 से ज्यादा फाइटर जेट्स का प्रदर्शन करेगा
यह परेड चीन की मिलिट्री पावर और ग्लोबल असर दिखाने का एक बड़ा मंच है। इसमें हजारों सैनिक, 100 से ज्यादा फाइटर जेट्स और सैकड़ों मिलिट्री इक्विपमेंट शामिल होंगे।
परेड के दौरान चीन कई नए हथियार दुनिया के सामने लाएगा। इनमें J-20 (5वीं जनरेशन का स्टील्थ फाइटर जेट), FH-97 कॉम्बैट ड्रोन (सुपरसोनिक ड्रोन) और हाइपरसोनिक मिसाइलें शामिल हैं।
इसके अलावा DF-41 और DF-31AG जैसी इंटर-कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइलें दिखाई जाएंगी, जो 12000 से 15000 किमी तक मार कर सकती हैं।
चीन YJ-15 और YJ-20 जैसी एंटी-शिप मिसाइलों का भी प्रदर्शन करेगा। परेड में गाइडेड लेजर वेपन, इलेक्ट्रॉनिक जैमिंग सिस्टम और अंडरवाटर ड्रोन भी दिखाए जाएंगे, जो ताइवान के आसपास और दक्षिण चीन सागर में चीन की ताकत बढ़ाते हैं।

J-20 को चेंगदू एयरोस्पेस कॉर्पोरेशन ने डेवलप किया है। इसे माइटी ड्रैगन भी कहा जाता है। इसकी अधिकतम स्पीड 2.55 मैक (लगभग 2,468 किमी/घंटा) है। ये करीब 5926 किमी तक उड़ान भर सकता है।

चीन के चांगहे Z-8L और हार्बिन Z-20 हेलिकॉप्टर परेड के लिए रिहर्सल करते हुए।

चीनी वायु सेना की बेई एरोबैटिक टीम के J-10 लड़ाकू विमान फ्लाईओवर रिहर्सल के दौरान, एक फॉर्मेशन में उड़ान भरते हुए।
41 मिनट पहले
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ताइवान और पश्चिमी देशों को चेतावनी देगा चीन
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह परेड सिर्फ सैन्य शक्ति का प्रदर्शन नहीं है, बल्कि ग्लोबल प्लेटफॉर्म पर चीन की स्थिति को मजबूत करने की भी कोशिश है। राष्ट्रपति जिनपिंग इस परेड के जरिए ताइवान और पश्चिमी देशों को चेतावनी देना चाहते हैं कि चीन किसी भी युद्ध के लिए तैयार है।
यह परेड पश्चिमी देशों के खिलाफ रूस, चीन, ईरान और उत्तर कोरिया के गठजोड़ को मजबूत करने का भी कोशिश है। पश्चिमी देशों की तरफ से सिर्फ सर्बिया और स्लोवाकिया इस प्रोग्राम में हिस्सा लेंगे।
ब्रिटेन के चैथम हाउस की एक्सपर्ट यू जी का कहना कि जिनपिंग इस परेड के जरिए दुनिया को दिखाना चाहते हैं कि वह ग्लोबल लीडरशिप करना चाहते हैं। जिनपिंग का मानना है कि दुनिया को एक ऐसी व्यवस्था चाहिए, जिसकी अगुआई चीन करे और कई गैर-पश्चिमी देश उसका साथ दें।
यह प्रोग्राम ऐसे समय पर हो रहा है, जब दुनिया ट्रम्प की टैरिफ नीतियों और आक्रामक विदेश नीति से जूझ रही है। ऐसे में चीन के पास मौका है कि वो दुनिया के ज्यादा से ज्यादा देशों को अपने पक्ष में गोलबंद कर सके।

रूसी राष्ट्रपति पुतिन 30 अगस्त से ही चीन में हैं। वे आज विक्ट्री डे परेड में शामिल होंगे।

नॉर्थ कोरिया के सुप्रीम लीडर किम जोंग उन अपनी स्पेशल ट्रेन से विक्ट्री डे परेड में शामिल होने चीन पहुंचे।

पश्चिमी देशों की तरफ से सिर्फ सर्बिया और स्लोवाकिया के नेता इस परेड में शामिल होंगे। स्लोवाकिया के प्रधानमंत्री रॉबर्ट फिको कल चीन पहुंचे।