आजमगढ़ में देर रात मासूम की डेडबॉडी को किया गया दफन।
आजमगढ़ के सिधारी थाना क्षेत्र में धारदार हथियार से हत्या किए जाने के बाद देर रात पोस्टमार्टम के बाद मासूम की डेड बॉडी को दफन कर दिया गया। इस दौरान आसपास बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों की भीड़ जुटी रही। भीड़ की निगरानी करने के लिए पुलिस प्रशासन ने आसमा
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आजमगढ़ में मासूम की डेडबॉडी पहुंचने के बाद जुटी भारी भीड़।
प्रदर्शन कर रही महिलाओं का कहना था कि आरोपी के घर पर बुलडोजर कार्रवाई की जाए। इसके साथ ही आरोपी का एनकाउंटर किया जाए। लगभग 1 घंटे तक जिले के एसपी ग्रामीण चिराग जैन एसपी सिटी मधुबन कुमार सिंह परिजनों को समझाते रहे। पर परिजन मानने को राजी भी नहीं हुए। पुलिस के अधिकारियों ने जब मासूम के परिजनों को बताया कि घटना में शामिल दोनों आरोपियों का एनकाउंटर कर दिया गया है।

आजमगढ़ में मासूम मृतक के परिजनों से मिला सपा का प्रतिनिधिमंडल।
इसके साथ ही पुलिस के अधिकारियों ने आरोपियों की एनकाउंटर के बाद की तस्वीर भी दिखाई। जिसके बाद परिजन और स्थानीय लोगों का गुस्सा कुछ कम हुआ। वहीं रात्रि 11 के बाद मासूम की बॉडी को दफनाने की प्रक्रिया शुरू हुई जो रात्रि 12 बजे तक चलती रही।

आजमगढ़ में मासूम की मां जस्मीन आरोपियों का घर गिराए जाने की कर रही मांग।
इस दौरान बड़ी संख्या में भीड़ जुटी रही। घटनास्थल पर किसी तरह की कानून व्यवस्था को लेकर समस्या ना हो ऐसे में देर रात्रि तक एक दर्जन थाने की फोर्स मौके पर मौजूद रही। इसके साथ ही पूरे इलाके की ड्रोन से निगरानी भी की गई। वहीं देर रात ही आसपास लोग यह बात करते नजर आएगी जिस बच्चे की आरोपी ने हत्या की उसे बच्चे को आरोपी कभी चॉकलेट खिला था तो कभी कोल्ड ड्रिंक पिलाता था। घटना वाले दिन भी आरोपी रामलीला मैदान में लगे मेले में झूला झूलाने ले गया था।

आजमगढ़ में मासूम के चाचा शाकिब आलम बोले आरोपी पर हो कड़ी कार्रवाई।
इसके बाद से मासूम लापता हो गया था। आरोपी मासूम को झूला झूलने के बाद अपने घर लाया और जहां पर चाकू से मार कर हत्या कर दी। और पड़ोसी नासिर को फसाने के लिए उनके घर में बोरे में भरकर डेड बॉडी को फेंक दिया था। हालांकि डेड बॉडी नासिर के घर में ना गिरकर बिजली के कंटीले तार पर जाकर फंस गई। इस बात की जानकारी परिजनों को गुरुवार सुबह 10 बजे हुई जिसके बाद पर जानो और आसपास के लोगों ने हंगामा करना शुरू कर दिया था।

आजमगढ़ में मासूम के पिता सरफराज बोले किडनैप कर बेटे की हत्या।
मृतक मासूम तीन भाइयों में सबसे बड़ा था। और कक्षा एक में पढ़ता था। जबकि दूसरा भाई शाद आलम 3 वर्ष और तीसरा भाई शाजेन जिसकी उम्र डेढ़ वर्ष है। इस घटना के बाद मासूम के पिता माता मां और चाचा सभी हतप्रद हैं। और सभी का रो-रो कर बुरा हाल है।

आजमगढ़ का वह मासूम जिसकी की गई हत्या।
एक नजर में देखते हैं पूरा घटनाक्रम
जिले के सिधारी थाना क्षेत्र के रहने वाले मासूम साहेब आलम 7 पुत्र सरफराज आलम 24 सितंबर की शाम 6 बजे से लापता हो गया था। देर रात तक जब मासूम घर नहीं आया तो परिजन तलाश करने लगे। देर रात्रि तक मासूम का कहीं पता नहीं चला।

दैनिक भास्कर से बात करते मासूम के चाचा शौकीन आलम बोले मेरा भतीजा टॉपर था।
इसके बाद परिजनों ने इस मामले की शिकायत सिधारी थाने की पुलिस से की थी। परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने गुमशुदगी का मुकदमा दर्ज कर लिया था।

आजमगढ़ पुलिस ने घटना में शामिल आरोपी का किया एनकाउंटर।
इस दौरान आरोपी शैलेंद्र कुमार निगम उर्फ मंटू मृतक युवक के परिजनों से बच्चों के बारे में जानकारी करता रहा। गुरुवार को सुबह 10 बजे जब आरोपी के घर के बगल पेड़ और बिजली के तार में एक बोरा लटका आसपास के लोगों ने देखा। बोरे में बच्चे के हाथ और पर भी दिख रहे थे। इसके बाद बोरे को उतारा गया और मामले की सूचना पुलिस को दी गई।

आजमगढ़ में इसी बोरी में बरामद हुई थी मासूम की डैडबॉडी।
इस बोरी में मासूम की डेड बॉडी थी। जिसके बाद परिजनों और स्थानीय लोगों का गुस्सा जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के प्रति फूट पड़ा। और परिजनों ने जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करनी शुरू कर दी। मामले की जानकारी मिलने के बाद जिले की 20 थाने की फोर्स को मौके पर तैनात कर दिया गया। इसके साथ ही जिले के एसपी ग्रामीण चिराग जैन ने मोर्चा संभाल लिया।

आजमगढ़ के एसपी डॉक्टर अनिल कुमार ने दिया था परिजनों को कड़ी कार्रवाई का आश्वासन।
लगातार बढ़ रहे विरोध प्रदर्शन की सूचना मिलने के बाद जिले के एसपी डॉक्टर अनिल कुमार मौके पर पहुंचे और परिजनों से मुलाकात की। एसपी डॉक्टर अनिल कुमार ने घटना में शामिल आरोपियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई किए जाने का आश्वाशन परिजनों को दिया था। आश्वासन देने के पांच घंटे बाद ही घटना में शामिल दोनों आरोपियों का एनकाउंटर करके गिरफ्तार भी कर लिया गया।

आजमगढ़ में मासूम की डेडबॉडी घर पहुंचने के बाद महिलाओं ने किया प्रदर्शन।
डेड बॉडी घर पहुंची तो फिर शुरू हुआ प्रदर्शन
वही मासूम की डेड बॉडी शाम को 7 बजे जब घर पर पहुंची तो एक बार फिर घर के साथ ही आसपास की बड़ी संख्या में महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया और आरोपी के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग करने लगी।

आजमगढ़ पुलिस ने किया आरोपी का एनकाउंटर।
देर रात पुलिस के अधिकारियों ने जब घटना में शामिल दोनों आरोपियों का एनकाउंटर किए जाने की बात परिजनों को बताई और फोटो वीडियो दिखाए जिसके बाद परिजनों और स्थानीय लोगों ने विरोध करना बंद कर दिया। इसके बाद मासूम की बॉडी को दफनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई। इस दौरान भारी भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने आसमान में ड्रोन भी उड़ाए।

आजमगढ़ में भारी भीड़ की ड्रोन से की गई निगरानी।
रात्रि 12 बजे तक चलती रही प्रक्रिया रात 11 से शुरू हुई मासूम की डेड बॉडी को दफनाने की प्रक्रिया रात्रि 12 बजे तक चलती रही। इस दौरान भी एक दर्जन से अधिक थाने की फोर्स मौके पर तैनात रही। इसके साथ ही लगातार ड्रोन से निगरानी की जाती रही।