गैंगस्टर वरिंद्र सिंह की फाइल फोटो।
पंजाब के नवांशहर में पुलिस ने शनिवार को एनकाउंटर में गैंगस्टर वरिंद्र सिंह को ढेर कर दिया। एनकाउंटर बलाचौर थाना सदर एरिया में उस समय हुई, जब पुलिस टीम इलाके में सामान्य गश्त कर रही थी।
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पुलिस ने बताया कि एक युवक बाइक पर सवार था। जब उसे रुकने का इशारा किया गया, तो उसने भागने की कोशिश की और पुलिस पर गोली चला दी। जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की, जिसमें वह युवक घायल हो गया। अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। गैंगस्टर को एक गोली लगी थी।
DIG सतिंद्र सिंह ने इसकी पुष्टि की। बताया कि वरिंद्र हाल ही में नवांशहर में हुए ग्रेनेड हमले और श्री हरगोबिंदपुर के एक गांव में सरपंच की हत्या के मामलों में भी वांटेड था।
आरोपी वरिंद्र सिंह, पंजाब के तरनतारन जिले के पंडौरी गोला गांव का रहने वाला था। वह पहले भी जेल की सजा काट चुका है और लंबे समय से मनु अगवान और गोपी नवांशहरिया गैंग के साथ जुड़ा हुआ था।
वरिंद्र, नवांशहर के चर्चित जाड़ला ग्रेनेड अटैक केस में वांटेड था। इसके अलावा वह चीमा खुड्डी गांव के सरपंच गुराज सिंह की हत्या के मामले में भी मुख्य आरोपी था। वह गोपी नवांशहरिया और मनु नाम के बड़े गैंगस्टरों के इशारे पर पंजाब में ड्रग तस्करी, हत्या और आतंकी वारदातों में शामिल था।

एनकाउंटर की जानकारी देते DIG सतेंद्र सिंह।
दोआबा में लगातार दूसरा एनकाउंटर, कहानी सेम
- पहला एनकाउंटर 26 सितंबर को: पंजाब के दोआबा इलाके में लगातार दूसरे दिन एनकाउंटर हुआ है, और दोनों मामलों में पुलिस की कहानी लगभग एक जैसी है। पहला एनकाउंटर 26 सितंबर को शाहकोट (जालंधर) में हुआ था। वहां पुलिस ने कहा कि एक आरोपी बाइक पर भाग रहा था। जब पुलिस ने उसे रोकने की कोशिश की, तो उसने फायरिंग कर दी। पुलिस ने जवाबी फायरिंग की, जिससे गोली आरोपी की टांग में लगी और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
- दूसरा एनकाउंटर 27 सितंबर को: नवांशहर में हुआ। पुलिस का कहना है कि आरोपी बाइक से जा रहा था, भागने की कोशिश में उसकी बाइक स्लिप हो गई। फिर उसने पुलिस पर गोली चलाई। पुलिस ने जवाबी गोली चलाई, जिससे आरोपी घायल हो गया। अस्पताल में उसकी मौत हो गई। दोनों ही मामलों में पुलिस का बयान लगभग एक जैसा है- आरोपी बाइक पर, पुलिस की रोकने की कोशिश, फायरिंग, और फिर जवाबी कार्रवाई।

घटनास्थल पर पड़ी गैंगस्टर की मोटरसाइकिल।
जमानत पर था गैंगस्टर वरिंद्र सिंह DIG सतिंद्र सिंह ने कहा कि वरिंद्र सिंह पहले भी जेल जा चुका था और इन दिनों जमानत पर रिहा था। बाहर आते ही उसने एक बार फिर गोपी नवांशहरिया और मनु गैंग के लिए आपराधिक काम करने शुरू कर दिए थे। इसके बाद से ही वह पुलिस के टारगेट पर था।
पुलिस का सर्च ऑपरेशन जारी एनकाउंटर के बाद पुलिस ने पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया और यह भी जांच की जा रही है कि वरिंद्र के साथ कोई और तो नहीं था। पुलिस को क्षेत्र में और गैंगस्टर एक्टिविटी की सूचना पहले से मिल रही थी, जिसके चलते यह गश्त की जा रही थी।