वॉशिंगटन डीसी6 घंटे पहले
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नेशनल गार्ड्स ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए केमिकल का इस्तेमाल किया।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रविवार को इलिनॉय राज्य के शिकागो में बढ़ते अपराध और प्रदर्शनों को देखते हुए 300 नेशनल गार्ड्स तैनात किए। इसके बाद इन गार्ड्स और प्रदर्शनकारियों में झड़प हो गई।
व्हाइट हाउस की प्रवक्ता अबिगेल जैक्सन ने कहा- ट्रम्प शहरों में गड़बड़ी को रोकना चाहते हैं। ये सैनिक हमारे अधिकारियों और सामान की रक्षा करेंगे। अब तक 1000 से ज्यादा प्रदर्शनकारी गिरफ्तार किए गए हैं।
यह कार्रवाई होमलैंड सिक्योरिटी डिपार्टमेंट (DHS) के ऑपरेशन मिडवे ब्लिट्ज के तहत की जा रही है। इसे सितंबर 2025 में शुरू किया गया था। इसके तहत अपराधियों और अवैध अप्रवासियों को गिरफ्तार किया जा रहा है।
यह ऑपरेशन केटी अब्राहम नाम की एक लड़की की मौत के बाद शुरू किया गया। एक अवैध अप्रवासी ने पिछले महीने नशे हालात में तेज रफ्तार कार से केटी को कुचल दिया था।

शिकागो में लोगों ने इमिग्रेशन डिपार्टमेंट के खिलाफ मार्च निकाला।

प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए गार्ड्स स्पेशल केमिकल का इस्तेमाल करते हुए।

एक प्रदर्शनकारी को गिरफ्तार करते नेशनल गार्ड्स।
कई जगह प्रदर्शनकारियों और सैनिकों में झड़प
शिकागो में कई जगह प्रदर्शनकारियों और नेशनल गार्ड्स के बीच झड़प भी हुई, जिसमें पेपर स्प्रे और रबर की गोलियां इस्तेमाल की गईं। DHS प्रमुख क्रिस्टी नोएम ने कहा कि वे स्पेशल फोर्स भेज रही हैं।
शिकागो के ब्राइटन पार्क इलाके में शनिवार सुबह एक हथियारबंद अमेरिकी महिला ने अपनी कार से इमिग्रेशन डिपार्टमेंट (ICE) की गाड़ियों पर हमला करने की कोशिश की।
DHS के मुताबिक, इसके बाद एजेंट्स ने सुरक्षा में गोली चलाई, जिससे महिला घायल हो गई। वह खुद अस्पताल पहुंची और दोपहर तक छुट्टी मिल गई। कोई एजेंट गंभीर रूप से घायल नहीं हुआ।
प्रदर्शन की 5 तस्वीरें…

प्रदर्शनकारी मेक्सिको का झंडा लेकर ट्रम्प के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।

ट्रम्प सरकार ने पिछले महीने अवैध अप्रवासियों के खिलाफ ऑपरेशन मिडवे ब्लिट्ज शुरू किया है।

नेशनल गार्ड्स ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल किया।

प्रदर्शनकारी को पटककर हथकड़ी लगाते नेशनल गार्ड्स।

ट्रम्प सरकार का कहना है कि इस कार्रवाई का मकसद शिकागो में अपराध रोकना है।
गवर्नर बोले- ट्रम्प ने मुझे सैनिक भेजने की धमकी दी
इलिनॉय के गवर्नर जेबी प्रिट्जकर ने कहा कि ट्रम्प ने मुझे धमकी दी कि अगर मैं सैनिक नहीं भेजूंगा, तो वे खुद भेज देंगे। यह गलत है। प्रिट्जकर ने बताया कि लोकल पुलिस पहले से ही सब संभाल रही है, फिर भी ट्रम्प सैनिक भेज रहे हैं।
प्रिट्जकर ने कहा कि वे इस फैसले को अदालत में चुनौती देंगे, क्योंकि यह पॉसी कोमिटेटस एक्ट (जो सैनिकों का घरेलू कानून व्यवस्था में इस्तेमाल रोकता है) का उल्लंघन है। इलिनॉय के अटॉर्नी जनरल क्वामे राउल ने भी मुकदमा करने की बात कही है।

अब तक 1000 से ज्यादा प्रदर्शनकारी गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
पोर्टलैंड शहर में नेशनल गार्ड्स तैनात करने पर रोक
दूसरी तरफ एक अमेरिकी फेडरल कोर्ट ने ओरेगन के पोर्टलैंड शहर में 200 नेशनल गार्ड्स की तैनाती के फैसले पर रोक लगा दी है। जज ने कहा कि ट्रम्प का दावा कि पोर्टलैंड “युद्धग्रस्त” है और वहां हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं, सही नहीं है। ये प्रदर्शन छोटे-मोटे, शांतिपूर्ण प्रदर्शन हैं। पोर्टलैंड पुलिस इसे संभाल रही है।
जज ने इसे संवैधानिक सीमाओं का उल्लंघन बताया, क्योंकि राष्ट्रपति को राज्य की मंजूरी के बिना नेशनल गार्ड्स को फेडरल कंट्रोल में लेने का अधिकार तभी मिलता है जब विद्रोह या बड़ा खतरा हो, जो यहां नहीं है।
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