Smuggler reached the temple to pray for illegal business, arrested | अवैध धंधे की मन्नत मांगने मंदिर पहुंचा तस्कर गिरफ्तार: जोधपुर रेंज के साइक्लोनर टीम ने चलाया ऑपरेशन नश्वर, बदमाश पर घोषित था 40 हजार रुपए का इनाम – Jodhpur News

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जोधपुर रेंज का एक वांछित तस्कर अपने अवैध धंधे के फलने-फूलने की मन्नत मांगने मंदिर गया, लेकिन पहले से नजर रख रही जोधपुर रेंज की साइक्लोनर टीम ने उसे धर दबोचा। उसकी गिरफ्तार पर 40 हजार रुपए का इनाम घोषित था।

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आईजी (जोधपुर रेंज) विकास कुमार ने बताया कि रेंज के विभिन्न थानों में दर्ज एनडीपीएस एक्ट के कई मामलों में तस्कर पचपदरा के साजियाली निवासी स्वरूपसिंह पुत्र भंवरसिंह की पुलिस को लंबे समय से तलाश थी, लेकिन वो बार-बार अपने ठिकाने बदल पुलिस को चकमा दे रहा था। उसके बारे में छानबीन शुरू की, तो सामने आया कि स्वरूपसिंह 12वीं के बाद पढ़ाई छोड़कर 30 साल की उम्र में मादक पदार्थ डोडा-पोस्त, अफीम, अवैध शराब तस्करी में अपनी जड़े जमा ली।

सिणधरी व चितलवाना के मामलों में 40 हजार का इनामी

शातिर तस्कर स्वरूपसिंह बालोतरा के सिणधरी और जालोर के चितलवाना थाने में दर्ज एनडीपीएस एक्ट के मामलों में वांछित था और उसकी गिरफ्तारी पर रेंज स्तर से 40 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया गया था। इसके साथ ही रेंज की साइक्लोनर टीम भी उसके पीछे लग गई। लगातार बड़ी कार्रवाई में उसके मादक पदार्थों की खेप पकड़े जाने से उसका अवैध धंधा चौपट सा हो गया। इसके बाद उसने तस्करी छोड़ मजदूरी शुरू कर दी और कमठा मजदूर बन गया।

इसी बीच, साइक्लोनर टीम को सुराग मिला कि स्वरूपसिंह पाली में हो सकता है और होली पर अपने गांव भी जाने वाला है। पाली से उसके पीछे लगी टीम जोधपुर शहर में भी भीड़भाड़ वाले इलाकों में पीछा करती रही। इसी बीच, वो जोधपुर से खरीदारी कर गांव जाने के दौरान नागाणाराय मंदिर दर्शन करने पहुंचा। यहां दर्शन करने के बाद उसने अपने रिश्तेदार को फोन कर बाइक लेकर सामने बुलाया।

मंदिर में दर्शन कर चचेरे भाई के साथ शराब पार्टी

मंदिर में दर्शन करने के बाद स्वरूपसिंह के पास पहुंचा चचेरा भाई, जिससे वो तीन साल बाद मिला था, तो दोनों ने मंदिर के पास ही सड़क किनारे खाली पड़े भवन में बैठकर शराब पार्टी शुरू कर दी। तब तक उसके पदचिन्हों का पीछा करते हुए साइक्लोनर टीम ने वहां दबिश दी और आरोपी को धर दबोचा। हालांकि, यहां भी एकबारगी तो आरोपी ने खुद को प्रेमसिंह बताते हुए इस नाम के दस्तावेज भी पुलिस टीम को दिखाए, लेकिन कुछ ही मिनट की पूछताछ में उसने हकीकत बयां कर दी।

नेटवर्क दुबारा शुरू करने की मन्नत मांगी

आरोपी से पूछताछ में यह भी पता चला कि वो तस्करी के टूटे नेटवर्क को दुबारा शुरू करने की मन्नत मांगने के लिए ही माताजी मंदिर आया था। पुलिस की इस कार्रवाई में कांस्टेबल अशोक परिहार की विशेष भूमिका रही। साथ ही रेंज स्तरीय साइक्लोनर टीम के प्रभारी एसआई कन्हैयालाल, एसआई नेमाराम, एसआई देवाराम, प्रमीत चौहान, हैड कांस्टेबल गजराजसिहं, अशोक कुमार, अशोक परिहार, मनीष कुमार, रोहिताश कुमार, झूमरराम, व शेखर भी टीम में शामिल रहे।

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