india pakistan dispute donald trump nuclear war between | ट्रम्प बोले- हमने भारत-पाकिस्तान के बीच परमाणु जंग रोकी: दोनों देशों को समझाया- लड़ाई नहीं रोकी तो ट्रेड नहीं करेंगे; इस पर दोनों मान गए

Actionpunjab
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वॉशिंगटन DC3 घंटे पहले

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ट्रम्प ने कहा कि लोगों ने कभी बिजनेस का वैसा इस्तेमाल नहीं किया जैसा मैंने किया है। - Dainik Bhaskar

ट्रम्प ने कहा कि लोगों ने कभी बिजनेस का वैसा इस्तेमाल नहीं किया जैसा मैंने किया है।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच होने वाली परमाणु जंग रोक दी है। उन्होंने सोमवार को व्हाइट हाउस में पत्रकारों से कहा- अमेरिका ने दोनों देशों के बीच सीजफायर कराने में मदद की है।

ट्रम्प ने कहा, मुझे यकीन है कि यह सीजफायर स्थायी होगा। दोनों देशों के पास बहुत सारे परमाणु हथियार हैं, इससे एक भीषण परमाणु जंग छिड़ सकती थी। लाखों लोग मारे जा सकते थे।

ट्रम्प ने कहा- मैंने दोनों से कहा कि चलिए इसे रोकते हैं। अगर आप इसे रोकते हैं, तो हम व्यापार कर रहे हैं। अगर आप इसे नहीं रोकते हैं, तो हम कोई व्यापार नहीं करेंगे। लोगों ने कभी भी बिजनेस का उस तरह से इस्तेमाल नहीं किया जैसा मैंने किया।

ट्रम्प बोले- दोनों देशों की लीडरशिप बहुत मजबूत ट्रम्प ने कहा कि मुझे आपको यह बताते हुए बहुत गर्व हो रहा है कि भारत और पाकिस्तान की लीडरशिप बहुत मजबूत और शक्तिशाली है। उनके पास हालात ही गंभीरता को समझने की ताकत, बुद्धि और धीरज भरा नजरिया था। हमने बहुत मदद की। मैं उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और विदेश मंत्री मार्को रुबियो को उनके काम के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं।

ट्रम्प ने कहा- मैंने कहा आइए, हम आप लोगों के साथ बहुत सारा व्यापार करने जा रहे हैं। हम अभी भारत के साथ बातचीत कर रहे हैं। हम जल्द ही पाकिस्तान के साथ बातचीत करने जा रहे हैं।

सीजफायर पर ट्रम्प के 3 दिन में तीन बयान

10 मई- मुझे यह ऐलान करते हुए खुशी हो रही है कि अमेरिका की मध्यस्थता में एक लंबी बातचीत के बाद भारत और पाकिस्तान पूर्ण और तत्काल युद्धविराम पर सहमत हो गए हैं। दोनों देशों को समझदारी दिखाने के लिए बधाई।

11 मई- मुझे भारत और पाकिस्तान की मजबूत लीडरशिप पर बहुत गर्व है, जिन्होंने ताकत, समझदारी और हिम्मत दिखाकर यह फैसला लिया कि अब मौजूदा तनाव को रोकने का समय है। यह तनाव लाखों लोगों की मौत और तबाही का कारण बन सकता था। लाखों निर्दोष लोग मर सकते थे।

मुझे खुशी है कि अमेरिका इस ऐतिहासिक और साहसी फैसले तक पहुंचने में आपकी मदद कर सका। मैं दोनों देशों के साथ व्यापार को बढ़ाने जा रहा हूं। इसके साथ ही, मैं दोनों के साथ मिलकर यह देखने की कोशिश करूंगा कि क्या “हजार साल” बाद कश्मीर मुद्दे का कोई हल निकाला जा सकता है।

12 मई- हमने दोनों देशों के बीच परमाणु जंग रोक दी है। अमेरिका ने दोनों देशों के बीच सीजफायर कराने में मदद की। मैंने कहा कि अगर आप इसे नहीं रोकते हैं, तो हम कोई व्यापार नहीं करेंगे। लोगों ने कभी भी बिजनेस का उस तरह से इस्तेमाल नहीं किया जैसा मैंने किया।

ट्रम्प के बेटे ने भी अपने पिता को दिया था सीजफायर का क्रेडिट

ट्रम्प के बेटे ट्रम्प जूनियर ने रविवार को भारत-पाकिस्तान के बीच हुए सीजफायर का क्रेडिट पिता को दिया था। उन्होंने कहा था कि स्मार्ट लोग बातचीत की टेबल पर हैं और अमेरिका की वजह से दुनिया एक सुरक्षित जगह है।

इससे पहले पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ ने भी ट्रम्प की तारीफ की थी। उन्होंने शनिवार को टीवी पर दिए गए भाषण में भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर कराने के लिए उनकी तारीफ की थी।

पहलगाम हमले के 15 दिन बाद भारत ने PAK पर एक्शन लिया था

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकियों ने धर्म पूछकर 26 टूरिस्ट की हत्या कर दी थी। महिलाओं और बच्चों के सामने पुरुषों को सिर और सीने में गोली मारी थी। घटना के दौरान प्रधानमंत्री मोदी सऊदी अरब में थे। वे दौरा बीच में ही छोड़कर देश लौटे और कैबिनेट की मीटिंग बुलाई।

पहलगाम घटना के 15 दिन बाद सेना ने पाकिस्तान और PoK में एयर स्ट्राइक की। 25 मिनट में 9 आतंकी ठिकाने तबाह कर दिए थे। 100 से ज्यादा आतंकियों को ढेर कर दिया।

ट्रम्प ने 10 मई को दी थी सीजफायर की जानकारी भारत और पाकिस्तान की बीच 7 मई को रात 1:05 मिनट पर सीधा टकराव शुरू हुआ था। भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में मौजूद कई आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था।

जिसके बाद दोनों देशों में 4 दिन तक संघर्ष चला, जिसके बाद ट्रम्प ने 10 मई को शाम करीब 5:30 बजे सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए दोनों देशों में सीजफायर की जानकारी दी थी।

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