अनाज खराब होने का मामले में किसान संगठन।
फाजिल्का की अनाज मंडी में राज्य भर में सबसे अधिक अनाज खराब होने का मामला सामने आया है। किसान संगठनों ने इसके लिए फाजिल्का मंडी बोर्ड और जिला प्रशासन की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया है। उनका कहना है कि प्रबंधन की कमी के कारण किसानों द्वारा मेहनत से उग
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इस मुद्दे को लेकर बुधवार को भारतीय किसान यूनियन कादीयां की एक बैठक फाजिल्का के मार्केट कमेटी कार्यालय में आयोजित की गई। बैठक में किसान नेताओं ने मंडी बोर्ड और जिला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना था कि प्रशासन द्वारा पर्याप्त व्यवस्था न किए जाने के कारण अनाज की फसल खराब हो गई।
पंजाब सरकार के खिलाफ किया प्रदर्शन
इस मुद्दे पर अपना रोष प्रकट करते हुए किसानों ने जिला प्रशासन और पंजाब सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। यूनियन के प्रमुख पदाधिकारियों में जिला अध्यक्ष निशान सिंह, पंजाब प्रेस सचिव मास्टर बूटा सिंह और जिला जनरल सचिव जसपाल सिंह मौजूद रहे।
समय पर लिफ्टिंग न होने से गेहूं खराब किसान नेताओं ने मीडिया से बातचीत में बताया कि बरसात के मौसम में मंडी बोर्ड द्वारा उचित प्रबंध न किए जाने और समय पर लिफ्टिंग न होने के कारण गेहूं के हजारों बैग खराब हो गए हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि इस नुकसान की भरपाई सरकारी विभाग या आढ़तियों द्वारा किसानों से वसूलने का प्रयास किया गया, तो इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

फाजिल्का मंडी में खराब हुआ अनाज।
हाइब्रिड धान पर पाबंदी हटाने की मांग किसान नेताओं ने पंजाब सरकार से हाइब्रिड धान पर लगाई गई पाबंदी को वापस लेने की मांग की है। उनका कहना है कि यह प्रतिबंध कम पानी और प्रभावित जमीनों वाले किसानों के लिए आर्थिक नुकसान का कारण बन सकता है। उन्होंने सरकार से अपील की है कि किसानों के हित में इस फैसले को तत्काल वापस लिया जाए, ताकि पहले से ही संकट में फंसे किसानों को और नुकसान न उठाना पड़े।