करनाल के एक व्यक्ति को कनाडा भेजने का झांसा देकर 6 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। आरोप है कि चंडीगढ़ की एक कंपनी के संचालकों ने उनकी बेटी के उज्ज्वल भविष्य का हवाला देकर उनसे करीब 6 लाख रुपए वसूले, लेकिन न तो वीजा दिलवाया और न ही पैसे लौटाए।
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सोशल मीडिया पर देखा था विज्ञापन
करनाल निवासी नरेश पाल ने बताया कि उन्होंने सोशल मीडिया पर ‘फेदरटच ओवरसीज’ नाम की कंपनी का विज्ञापन देखा था। आरोप है कि कंपनी के डायरेक्टर प्रशांत सेठी, उनकी पत्नी सतविंदर सेठी और सास गुरमीत कौर ने खुद को इस कारोबार का अनुभवी बताया था और नरेश से कॉन्टैक्ट किया था और कनाडा की पीआर दिलवाने का झांसा दिया।
नरेश का कहना है कि मार्च और अप्रैल 2024 में उनके पास लगातार कॉल आए और 100% गारंटी देने पर उन्होंने विश्वास कर लिया।
सैनिक स्कूल के पास दिए 5.50 लाख रुपए नकद
कंपनी ने उनसे 15 लाख रुपए फीस की मांग की और दस्तावेज दिल्ली में जमा करवाने की बात कही। आरोपी 11 जून 2024 को करनाल के सैनिक स्कूल के पास नरेश से मिले और जरूरी दस्तावेज लेने के साथ-साथ 5.50 लाख रुपए नकद ले लिए। आरोपियों ने कुछ खाली कागजों पर भी हस्ताक्षर करवा लिए और कहा कि इनकी जरूरत एम्बेसी में पड़ेगी। इसके कुछ दिन बाद उन्होंने 1.56 लाख रुपए की और मांग की, जो नरेश ने ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए।
बेटी की मौत के बाद भी नहीं लौटाए पैसे
नरेश की बेटी राशी नवंबर 2024 से बीमार चल रही थी। 30 नवंबर 2024 को उसकी मौत हो गई। नरेश ने जब कंपनी को यह बात बताकर पैसे लौटाने की मांग की, तो उन्होंने केवल 1.11 लाख रुपए टुकड़ों में लौटाए। बाकी रकम देने से इनकार कर दिया। आरोपी उनसे मिलने से भी कतराते रहे। नरेश ने यह भी कहा कि उन्होंने कई बार संपर्क किया, लेकिन उन्हें टाल दिया गया।
दफ्तर से भी गायब, कई केस पहले से दर्ज
नरेश ने आरोप लगाया कि फेदरटच ओवरसीज के निदेशकों के खिलाफ पहले से कई मुकदमे दर्ज हैं। यहां तक कि करनाल के घरौंडा थाने में भी 31 अक्टूबर 2024 को इनके खिलाफ 120बी और 420 आईपीसी की धाराओं में केस दर्ज है। शिकायतकर्ता ने यह भी बताया कि आरोपी लंबे समय से अपने चंडीगढ़ कार्यालय नहीं आ रहे हैं और उनके ठिकानों पर जाकर भी पुलिस को कोई जानकारी नहीं मिली।
शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत के साथ ट्रांजैक्शन के स्क्रीनशॉट, स्कैन दस्तावेज, बैंक ट्रांसफर के सबूत और बातचीत की ऑडियो रिकॉर्डिंग भी दी है।
पुलिस जांच में पुष्टि हुई ठगी, FIR दर्ज
थाना कुंजपुरा पुलिस ने शिकायत पर जांच शुरू की। जांच अधिकारी सुलतान सिंह ने पाया कि नरेश पाल से विदेश भेजने के नाम पर रकम ली गई और बाद में न तो वीजा लगवाया गया और न ही रकम लौटाई गई। मामले में धारा 420 और 406 आईपीसी के तहत केस दर्ज किया गया है।