खैरथल-तिजारा क्षेत्र के करणीकोट गांव निवासी रिटायर्ड शिक्षक धर्मवीर यादव से 93 लाख रुपए की ठगी करने वाले प्रिंसिपल अशोक कुमार यादव को गिरफ्तार कर लिया। प्रिंसिपल को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया है। पीड़ित टीचर ने 18 अप्रैल को मामला दर्ज कराया था।
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शेयर मार्केट में मुनाफे का झांसा देकर ली रकम
पीड़ित धर्मवीर यादव की पत्नी पदमाड़ा कला स्थित राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में सीनियर टीचर हैं। वहीं अशोक कुमार यादव स्कूल में प्रिंसिपल के पद पर कार्यरत था। परिचय होने के बाद अशोक ने धर्मवीर को अपने अलवर स्थित घर बुलाया और शेयर मार्केट में मोटी कमाई का झांसा दिया।
उसने कहा कि उसके बेटे-बेटी शेयर बाजार में काम करते हैं और अगर वे भी निवेश करेंगे तो अच्छा मुनाफा मिलेगा। शुरुआत में 11 लाख रुपए लिए गए। बाद में यह कहकर और रकम मांगी गई कि उसका बैंक खाता सील है। इसके बाद पीड़ित की बेटी के नाम पर डीमैट खाता खुलवाया गया, जिसे आरोपी के बेटे विशाल यादव ने हैंडल करना शुरू कर दिया।
ओटीपी लेकर निकाले पैसे
आरोपी पक्ष ने कई बार ओटीपी लेकर पीड़ित के खाते से कुल 93 लाख रुपये निकलवा लिए। इनमें से 76 लाख रुपये धर्मवीर यादव को रिटायरमेंट पर मिले थे। बैंक रिकॉर्ड के अनुसार, 42 लाख रुपए आरोपी की बेटी के खाते में ट्रांसफर हुए हैं। जब रकम वापस मांगी गई तो कहा गया कि पैसा शेयर बाजार में डूब गया।
18 अप्रैल को दर्ज हुई थी रिपोर्ट, अब गिरफ्तारी
धर्मवीर यादव ने यह रिपोर्ट 18 अप्रैल को NEB थाना में दर्ज कराई थी। पुलिस ने जांच के बाद मुख्य आरोपी अशोक कुमार यादव को गिरफ्तार कर लिया है। थाना प्रभारी दिनेश चंद मीणा के अनुसार, आरोपी से पूछताछ की जा रही है। प्रारंभिक पूछताछ में वह यही कह रहा है कि पैसा शेयर बाजार में चला गया। अन्य आरोपियों की तलाश जारी है और मामले की तह तक जाने के लिए जांच गहनता से की जा रही है।