दोनों नाबालिगों के अंतिम संस्कार में उमड़ी भीड़ और इनसेट में नाबालिगों की फोटो।
हरियाणा के कैथल में 2 नाबालिग लड़कों की गला काटकर हत्या कर दी गई। इसके बाद लाशें ड्रेन के पास फेंक दी गईं। दोनों लड़के दलित समाज से थे। हत्या का कारण लड़कियों से छेड़खानी को बताया जा रहा है। पुलिस ने गांव के ही 7 नाबालिगों को पकड़ा है। 2 की अभी तलाश है।
.
मृतक के पिता मुताबिक लड़कियों से छेड़खानी को लेकर उनके परिवार के सदस्य उसके पास शिकायत लेकर आए थे। लड़कियों के परिजनों का आरोप था कि दोनों लड़के उनकी बेटियों से काफी समय से गली में निकलते समय छेड़खानी करते हैं। मृतकों के परिजनों के कहा कि इसी रंजिश में 9 नाबालिगों ने हत्या की।
पुलिस को मौके से लोहे का हथियार मिला है, जिसे हत्या के दौरान प्रयोग किया गया। इसे पाइप और मोटरसाइकिल के चेन सेट से जोड़कर बनाया गया था। दोनों लड़कों की पहचान बरेटा गांव निवासी प्रिंस (15) और अरमान (16) के रूप में हुई है।

किशोर अरमान (ब्लैक टीशर्ट में) और प्रिंस (पीछे शर्ट में), जिनकी हत्या कर शव धनौरा गांव में ड्रेन के पास फेंक दिए गए।
यहां सिलसिलेवार जानिए कब-क्या हुआ…
रविवार शाम को 5 बजे से लापता हुए प्रिंस के चाचा बनी सिंह ने बताया कि प्रिंस और अरमान रविवार की शाम को साढ़े 4 बजे गांव के शिव मंदिर के पास देखे गए थे। इसके बाद घर आकर पशुओं को पानी पिलाया। यहां परिजनों ने दोनों को 5 बजे तक देखा। पशुओं को पानी पिलाने के बाद दोनों साथ ही घर से निकलते देखे गए। मगर, इसके बाद से उनका पता नहीं चला।
प्रिंस का आया था 10वीं का रिजल्ट चाचा बनी सिंह के मुताबिक प्रिंस को 17 मई को ही दसवीं का रिजल्ट आया था। इसमें वह पास हो गया था। दोनों के देर शाम तक घर नहीं लौटने पर सोचा कि पास होने की खुशी मनाने चले गए होंगे, आ जाएंगे। मगर, रात तक नहीं आए तो परिवार ने तलाश शुरू की। पूरा गांव छान मारा, लेकिन कोई पता नहीं चला। मोबाइल पर कॉल की गई तो वह भी नहीं मिला।

ड्रेन से बरामद किए गए दोनों नाबालिगों के शव।
लोकेशन निकलवाई, धनौरा तालाब के पास मिली चाचा बनी सिंह ने बताया कि काफी देर तक तलाश करने के बाद दोनों के मोबाइल की लोकेशन निकलवाई गई, जो 5 किलोमीटर दूर धनौरा तालाब के पास मिली। इसके बाद परिजन और बड़ी संख्या में गांव वाले धनौरा तालाब पहुंचे और दोनों बच्चों की तलाश की। यहां जगह तलाशा, लेकिन दोनों को पता नहीं चला। थक-हार कर सभी घर लौट आए।
सुबह फिर तलाश की, दोनों के शव मिले बनी सिंह के मुताबिक, सोमवार को सुबह फिर परिजन धनौरा तालाब के पास पहुंच गए और दोनों की तलाश की। रात को कैनाल के पास घने झुंड की तरफ नहीं देखा गया था तो सुबह सबसे पहले वहीं तलाश किया गया। इसी दौरान अरमान का शव पड़ा मिल गया। वह औंधे मुंह पड़ा था, उसकी गर्दन पर धारदार हथियार के गहरे जख्म थे। अरमान से करीब 15 फुट दूर प्रिंस का शव भी पड़ा मिला। उसके गले पर भी हथियार से वार कर हत्या की गई थी।
आपस में चाचा-भतीजा थे अरमान-प्रिंस पुलिस के मुताबिक अरमान और प्रिंस आपस में चाचा-भतीजा थे। दोनों के पिता भी खेती मजदूरी करते है। गांव में दोनों का बड़ा परिवार है। हम उम्र होने के कारण दोनों साथ ही रहते थे। स्कूल भी साथ आना जाना करते थे। अरमान अपनी पांच बहनों को इकलौता भाई था। दोनों किशोरों की हत्या के बाद से परिवार में गम का माहौल है। हत्या करने वाले नाबालिगों में 5 सामान्य वर्ग से तो 3 दलित समाज और एक पिछड़े वर्ग से है।

धनौरा गांव में इसी ड्रेन के पास दोनों लड़कों के शव पड़े मिले। इसकी सूचना पर लोग इकट्ठा हो गए।
अंतिम संस्कार के दौरान एक की बहन हुई बेसुध दोनों नाबालिगों के अंतिम अंतिम संस्कार में पूरा गांव पहुंचा। महिलाएं व पुरुष श्मशान घाट तक विलाप करते हुए पहुंचे। इस दौरान अरमान की बहन रोते हुए बेसुध हो गई, जिसे काफी देर बाद होश आया।
7 नाबालिगों को पकड़ा, 2 की तलाश सदर थाना एसएचओ मुकेश कुमार ने बताया कि मामले में गांव के ही 7 नाबालिगों को गिरफ्तार किया है। 2 की वेरिफिकेशन की जा रही है। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है। जांच के आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।