नई दिल्ली1 घंटे पहले
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कर्नाटक के विजयनगर में खड़गे ने पहलगाम हमले में 26 लोगों की मौत के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश नीति पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि मोदी ने 11 सालों में 72 देशों के 151 विदेशी दौरे किए, जिनमें 10 बार अमेरिका भी गए, लेकिन इन दौरों का कोई फायदा भारत को नहीं मिला।
खड़गे ने सवाल उठाया, “क्या प्रधानमंत्री का काम सिर्फ विदेश जाकर फोटो खिंचवाना है? इतने विदेशी दौरे करने के बाद भी आज भारत दुनिया में अकेला खड़ा है।”
उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) द्वारा पाकिस्तान को 1.4 अरब डॉलर का कर्ज देने और आतंकवाद विरोधी कार्रवाई के बीच अचानक सीजफायर की घोषणा को भारत की कमजोर विदेश नीति का उदाहरण बताया।
खड़गे ने कहा;-

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कई बार कह चुके हैं कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर करवाया। यह हमारे देश का अपमान है और मोदी सरकार ने अब तक इस पर कोई सफाई नहीं दी है।
खड़गे बोले- मोदी सरकार ने पहलगाम में पर्यटकों को सुरक्षा नहीं दी
खड़गे ने पहलगाम हमले में 26 लोगों की मौत के लिए भी केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कर्नाटक के विजयनगर में कहा- पहलगाम में हमारे 26 लोग मारे गए, क्योंकि मोदी सरकार ने वहां पर्यटकों को सुरक्षा नहीं दी।
खड़गे ने आगे कहा- पीएम मोदी कश्मीर इसलिए नहीं गए, क्योंकि इंटेलिजेंस एजेंसियों ने उन्हें वहां जाने से मना किया था। आपने (केंद्र सरकार) टूरिस्ट्स से पहलगाम जाने से मना क्यों नहीं किया? अगर आप लोगों से बोल देते तो 26 जिंदगियां बच सकती थीं और ये छोटा युद्ध (ऑपरेशन सिंदूर) भी नहीं होता।
प्रधानमंत्री के 38 विदेश दौरों पर ₹258 करोड़ खर्च

मई 2022 से दिसंबर 2024 तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 38 विदेश यात्राओं पर करीब ₹258 करोड़ खर्च हुए। सरकार की ओर से जारी आकड़ों के मुताबिक, पीएम मोदी का सबसे महंगा दौरा जून 2023 में अमेरिका का था, जिस पर ₹22.89 करोड़ खर्च हुए। इसके अलावा, सितंबर 2024 में हुए अमेरिका दौरे पर भी ₹15.33 करोड़ खर्च हुए।
यह जानकारी विदेश राज्य मंत्री पबित्रा मार्गेरिटा ने राज्यसभा में एक लिखित जवाब में दी। विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम की विदेश यात्राओं पर भारतीय दूतावासों द्वारा किए गए कुल खर्च और यात्रा-वार खर्च का ब्योरा मांगा था।
3 साल में PM ने 38 देशों की यात्रा की इन दौरों में अमेरिका, जापान, जर्मनी, फ्रांस, रूस, इटली, पोलैंड, ब्राजील, ग्रीस, ऑस्ट्रेलिया, मिस्र और दक्षिण अफ्रीका जैसे प्रमुख देश शामिल थे। इसके अलावा सरकार ने 2014 से पहले हुए तात्कालीन PM मनमोहन सिंह के दौरों पर खर्च के भी कुछ आंकड़े पेश किए।

विपक्ष ने खर्चों पर उठाए सवाल राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने सरकार से इन दौरों में एम्बेसी द्वारा किए गए खर्चों, होटल, ट्रांसपोर्ट और अन्य व्यवस्थाओं पर जानकारी मांगी। सरकार का कहना है कि ये यात्राएं भारत की कूटनीति और अंतरराष्ट्रीय संबंधों को मजबूत करने के लिए जरूरी हैं।
कांग्रेस ने भाजपा को सिंदूर का सौदागर कहा
- कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने 19 मई को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। इसमें उन्होंने भाजपा को ‘सिंदूर का सौदागर’ कहा। उन्होंने कहा कि ट्रम्प दावा करते रहे कि उन्होंने युद्ध रुकवाया। भारत काे व्यापार बंद करने की धमकी दी। यानी सिंदूर का सौदा होता रहा और पीएम चुप रहे।
- इसके साथ ही खेड़ा ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से राहुल गांधी के सवाल दोहराए। उन्होंने कहा- विदेश मंत्री ने स्वीकारा है कि उन्होंने एयर स्ट्राइक से पहले पाकिस्तान को जानकारी दे दी थी। अब सरकार बताए, इस वजह से हमने कितने विमान गंवाए। ये कोई गलती नहीं थी, ये एक अपराध था, पाप था। देश को सच्चाई जानने का हक है। पूरी खबर पढ़ें…

14 मईः कांग्रेस ने CWC बैठक के बाद सरकार से सवाल पूछे
कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की 14 मई को दिल्ली में बैठक हुई थी। इसमें ऑपरेशन सिंदूर पर पार्टी के कुछ नेताओं, जिनमें शशि थरूर भी शामिल हैं, उनके दिए बयानों पर चर्चा की गई। साथ ही केंद्र सरकार पर ऑपरेशन सिंदूर के राजनीतिकरण का आरोप लगाया।
ANI के मुताबिक बैठक में कहा गया कि, ‘यह निजी विचार व्यक्त करने का समय नहीं है, बल्कि पार्टी के आधिकारिक रुख को स्पष्ट करने का समय है। हम एक लोकतांत्रिक पार्टी हैं और लोग अपनी राय व्यक्त करते रहते हैं, लेकिन इस बार थरूर ने लक्ष्मण रेखा पार कर ली है।
CWC के प्रस्ताव में कही गई बातें…
- पहलगाम आतंकी हमले में खुफिया विफलता गंभीर मामला है। इससे सवाल खड़े हो रहे हैं, जो परेशान करने वाले हैं। क्षेत्र में बढ़ते तनाव और खतरों के बावजूद आतंकी बड़े हमले को अंजाम देने में कामयाब रहे।
- अभी तक कोई जवाबदेही तय नहीं की गई है। हमले के लिए जिम्मेदार आतंकियों को गिरफ्तार किया जाए, उनके खिलाफ केस चलाया जाए। सरकार पहलगाम हमले में हुई चूक पर स्पष्टीकरण दे, कदम उठाए।
- पाकिस्तान के खिलाफ भारत की जवाबी कार्रवाई का अचानक समाप्त होना (सीजफायर) भी बहुत हैरान करने वाला है। इससे भी कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का बयान परेशान करने वाला है। केंद्र सरकार की ट्रम्प के बयान पर चुप्पी समझ से परे है। हमें ये स्वीकार्य नहीं है।

क्या है ऑपरेशन सिंदूर? 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला हुआ था। आतंकियों ने 26 टूरिस्ट्स की हत्या की थी। 7 मई को भारत ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) और पाक में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की थी। सेना ने 100 आतंकियों को मार गिराया था। दोनों देशों के बीच 10 मई की शाम 5 बजे से सीजफायर पर सहमति बनी थी।

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ऑपरेशन सिंदूर, जवान बोले- गोली उन्होंने चलाई, धमाका हमने किया; पाकिस्तान इसे दशकों तक याद रखेगा

ऑपरेशन सिंदूर को लेकर न्यूज एजेंसी ANI ने लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) के अखनूर सेक्टर में भारतीय सैनिकों से बातचीत की। जवानों ने बताया कि गोली उन्होंने (पाकिस्तान) चलाई थी, लेकिन धमाका हमने किया।
भारतीय सैनिकों ने ये भी बताया कि हमने पाकिस्तान को ऐसा सबक सिखाया है कि दशकों तक वे याद रखेंगे। भविष्य में कुछ भी करने से पहले सौ बार सोचेंगे। पूरी खबर पढ़ें…
पीएम बोले- पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई सिर्फ स्थगित, हमला हुआ तो मुंहतोड़ जवाब देंगे

पाकिस्तान के साथ सीजफायर के 51 घंटे बाद PM मोदी ने सोमवार रात 8 बजे देश को संबोधित किया था। अपने 22 मिनट के भाषण में प्रधानमंत्री ने पहलगाम हमला, ऑपरेशन सिंदूर, सीजफायर, आतंकवाद, सिंधु जल समझौते और PoK पर बात की थी। PM ने कहा था कि जिन आतंकियों ने हमारी मां-बहनों का सिंदूर मिटाया, हमने उन्हें मिटा दिया। पूरी खबर पढ़ें…