अजमेर जिला पुलिस और सीआईडी जोन की संयुक्त टीम ने दरगाह इलाके में सिलावट मोहल्ला से तीन बांग्लादेशी महिलाओं को डिटेन किया है। तीनों खुद को मेदिनीपुर (प. बंगाल) का मूल निवासी बताकर इलाके में रह रहीं थी। इनके आईडी और अन्य दस्तावेज जांच में फर्जी पाए गए।
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पूछताछ में पता चला कि तीनों महिलाएं पन्ना बेगम उर्फ अमीन पुत्री मोहम्मद हैदर, समीर और साहनी उर्फ समीना उर्फ रिहाना भारत-बांग्लादेश की बेनापोल और हिल्ली बार्डर से एजेंट की मदद से चोरी-छिपे भारत में घुसी थीं। मेदिनीपुर और विभिन्न शहरों में रहते के बाद वह पिछले 2 साल से दरगाह इलाके में पहचान छुपा कर रह रहीं थी।
तीनों महिलाएं बांग्लादेश के जुरेंन तुला बगीचा डाकघर फरीदाबाद श्याम्पुर ढाका साउथ सिटी कॉरपोरेशन की मूल निवासी हैं। पुलिस तीनों को अलवर डिटेंशन सेंटर शिफ्ट करेगी।
उल्लेखनीय है कि मंगलवार को पुलिस टीम ने रूपनगढ़ इलाके से ग्रामीण युवकों के साथ शादी कर रह रही तीन बांग्लादेशी महिलाओं को पकड़ा था। बांग्लादेशियों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई में अब तक 41 बांग्लादेशी नागरिक पकड़े जा चुके हैं, इनमें आठ महिलाएं शामिल हैं।