Landslide occurred due to breaking of glacier in Alps mountain in Switzerland | स्विट्जरलैंड में आल्प्स पर्वत का ग्लेशियर टूटने से लैंडस्लाइड: पास का गांव बर्फ और कीचड़ के सैलाब में दबा, 300 लोगों को निकाला

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स्विटजरलैंड4 घंटे पहले

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जियोलॉजिस्ट ने ग्लेशियर के 15 लाख क्यूबिक मीटर हिस्सा टूटने की चेतावनी दी थी। - Dainik Bhaskar

जियोलॉजिस्ट ने ग्लेशियर के 15 लाख क्यूबिक मीटर हिस्सा टूटने की चेतावनी दी थी।

स्विट्जरलैंड में बुधवार को स्विस आल्प्स पर्वत का एक ग्लेशियर के टूटने से भयानक लैंडस्लाइड हुआ। ग्लेशियर से बर्फ, कीचड़ और चट्टानों का सैलाब उठ, जिससे लोत्सचेंटल घाटी के पास मौजूद ब्लैटन का अल्पाइन गांव बह गया। गांव का लगभग 90% हिस्सा बर्फ में दबकर तबाह हो गया है।

रॉयटर्स के मुताबिक, इस महीने की शुरुआत में जियोलॉजिस्ट ने ग्लेशियर के टूटने की चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा था कि ग्लेशियर का 15 लाख क्यूबिक मीटर हिस्सा टूट सकता है। इसके बाद इलाके से 300 लोगों और मवेशियों को सुरक्षित निकाल लिया गया था।

स्विट्जरलैंड में ग्लेशियर के टूटने की 3 ड्रोन फुटेज देखें…

लैंडस्लाइड के बाद एक व्यक्ति लापता, तलाश जारी

एक लोकल अधिकारी ने मीडिया को बताया कि लैंडस्लाइड के बाद 64 साल का व्यक्ति लापता है। उसकी तलाश के लिए थर्मल कैमरों वाले ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहे हैं।

अधिकारियों ने घाटी में जाने वाली मुख्य सड़क को बंद कर दिया है। साथ ही स्विस पर्यावरण मंत्री अल्बर्ट रोस्टी ने स्थिति के और भी खराब होने का खतरा जताया है।

ड्रोन फुटेज में पूरा गांव कीचड़ और मलबे में दबा नजर आ रहा है। वहीं, लोन्जा नदी भी मलबे से भर गई, जिससे पानी के बहाव रुकने और बाढ़ का खतरा पैदा हो गया।

इलाके के मेयर मथियास बेलवाल्ड ने कहा- हमारा गांव खो गया है। गांव मलबे के नीचे है। हम इसे फिर से बनाएंगे।

अधिकारियों ने बताया कि ग्लेशियर के ऊपर की चट्टान का हिस्सा टूटने से लाखों घन मीटर मलबा नीचे घाटी में आ गिरा, जिसमें बर्फ भी शामिल थी।

जलवायु परिवर्तन से लैंडस्लाइड का खतरा बढ़ा

स्विट्जरलैंड में हाल के वर्षों में कई लैंडस्लाइड की घटनाएं हुई हैं, जो मुख्य रूप से आल्प्स क्षेत्र में ग्लेशियरों के पिघलने, पर्माफ्रॉस्ट के टूटने, और भारी बारिश के कारण हुई हैं।

  • जलवायु परिवर्तन: तेजी से बढ़ते पॉल्यूशन के कारण ग्लेशियर पिघल रहे हैं। स्विट्जरलैंड के ग्लेशियर 50% से अधिक पिघल चुके हैं।
  • भारी बारिश: मानसूनी या चरम मौसम की घटनाएं मिट्टी को ढीला करती हैं, जिससे मिट्टी कटती जाती है।
  • भूकम्प: स्विस आल्प्स में छोटे भूकम्प भी भूस्खलन को ट्रिगर कर सकते हैं।
  • मानवीय गतिविधियां: सड़क निर्माण और खनन जैसी गतिविधियां ढलानों को कमजोर करती हैं, और लैंडस्लाइड को बढ़ावा देती है।

स्विट्जरलैंड का 60% हिस्सा आल्प्स पर्वतों से ढका है

स्विट्जरलैंड को घरती पर जन्नत के तौर पर जानते है। यह मिडिल यूरोप में स्थित एक छोटा, पहाड़ी देश है। जो उत्तर में जर्मनी, पूर्व में ऑस्ट्रिया और लिकटेंस्टीन, दक्षिण में इटली, और पश्चिम में फ्रांस से घिरा है। इसका एरिया लगभग 41,285 वर्ग किलोमीटर है।

स्विट्जरलैंड का 60% हिस्सा आल्प्स पर्वतों से ढका है, जिसमें मॉन्ट ब्लांक (4,810 मीटर) और जंगफ्राउ जैसे प्रसिद्ध माउंटेन शामिल हैं। देश में ग्लेशियर, झीलें (जैसे जिनेवा झील, ल्यूसर्न झील), और नदियां (जैसे रोन, राइन) भी हैं।

हाल ही में हुए लैंडस्लाइड के खतरों को कम करने के लिए स्विट्जरलैंड ने ग्लेशियर और ढलानों की निगरानी के लिए सेंसर, ड्रोन, और सैटेलाइट का उपयोग शुरू किया है। साथ ही, 2050 तक नेट-जीरो कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य रखा गया है।

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