राजस्थान एजीटीएफ द्वारा धौलपुर व चूरू से एके-47 रिकवर करने के बाद नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) और हरियाणा पुलिस सहित कई एजेंसियां अलर्ट हो गई। गुरुवार को एनआईए व हरियाणा पुलिस की टीमें पकड़े गए बदमाशों से पूछताछ करने के लिए धौलपुर पहुंच गई। एनआ
.
एजीटीएफ द्वारा पकड़े गए जीतू जोड़ी का कनेक्शन लॉरेंस गैंग से मिलने के बाद एनआईए पहुंच गई। दूसरी तरफ जांच में सामने आया कि जीतू जोड़ी का हरियाणा के भी कई बदमाशों से संपर्क था। ऐसे में हरियाणा की टीमें भी धौलपुर पहुंची थी। लॉरेंस गैंग का नेटवर्क राजस्थान के अलावा हरियाणा, पंजाब, दिल्ली सहित कई राज्यों में फैला है। अब सभी एजेंसी एजीटीएफ द्वारा बरामद की गई एके-47 के भारत पहुंचने के नेटवर्क पर काम कर रही है।
एजीटीएफ ने 4 जून को धौलपुर के राजाखेड़ा में दबिश देकर डकैत रामदत्त चंबल के भाई जीतू चंबल और उसके पिता को एके-47 के साथ पकड़ा था। उससे पूछताछ के बाद जयपुर से शिवराज को पकड़ा था। तब सामने आया कि कालवाड़ रोड जीतू जोड़ी ने दी थी। उसके बाद एजीटीएफ ने चूरू से जीतू जोड़ी को पकड़कर पूछताछ की तो उसके खेत में एक और एके-47 दबी मिली। जीतू ने पूछताछ में एके-47 लॉरेंस गैंग के रोहित गोदारा व वीरेंद्र चारण द्वारा भिजवाने की बात बताई हैं, जिसकी तस्दीक की जा रही है।
“एजीटीएफ द्वारा रिकवर की गई 2 एके-47 के बारे में पूरे नेटवर्क का खुलासा करने के लिए उच्च स्तरीय जांच करवाई जा रही है। अब तक हुई पूछताछ में एक दर्जन से ज्यादा संदिग्ध राडार पर आए हैं, जिन्हें पकड़ने के लिए लगातार छापे मारी कर रहे है।” -दिनेश एमएन, एडीजी क्राइम