Death Anniversary of Shyama Prasad Mukherjee | श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि: भाजपा कार्यालय में वक्ताओं ने मुखर्जी के बलिदान की गाथाओं को सुनाया, पदचिह्नों पर चलने का आह्वान – Banswara News

Actionpunjab
3 Min Read



बलिदान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में पदाधिकारी और कार्यकर्ता।

भाजपा कार्यालय में सोमवार को श्यामा प्रसाद मुखर्जी बलिदान दिवस मनाया गया। इसमें पूर्व मंत्री निंबाहेड़ा विधायक श्रीचंद कृपलानी ने कहा कि जनसंघ की स्थापना पर किसी ने सत्ता का लाभ नहीं सोचा हमारे पुरोधाओं ने अपने जीवन का समर्पण कर संघर्ष कर भारत की एकत

.

इंदिरा गांधी ने उस समय सत्ता के नशे में आपातकाल लगाया । नरेंद्र मोदी ने धारा 370 हटा कर श्यामा प्रसाद मुखर्जी का संकल्प पूरा किया । कृपलानी ने पहलगाम की आतंकी घटना पाकिस्तान के आतंकवादी संगठनों ने भारत को अस्थिर करने की साजिश थी पर मोदी के नेतृत्व में भारतीय सेना करारा जवाब दिया है। आज चलते हुए युद्ध में ईरान से भारतीय छात्र छात्राएं भारत आते है यह मोदी सरकार भाजपा सरकार है जो विश्व को नई दिशा दे रहा है।

प्रदेश संयोजक प्रमोद सामर ने कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम अनगिनत रिकॉर्ड हैं। शिक्षा लंदन से हुई बैरिस्टर बने अनेक विषयों के ज्ञाता थे। वह कर्म से महान थे । पांच दशक के जीवन में उन्होंने देश की दशा से व्याकुल आहत थे । वह बंगाल से निकल कर भारत को नई दिशा देने का काम किया जनसंघ की स्थापना की। उन्होंने कश्मीर के अलग झंडे को समाप्त करने कश्मीर में जाकर आंदोलन चलाया।

कार्यक्रम में चार बार के विधायक घाटोल के पूर्व विधायक नवनीतलाल निनामा ने कहा कि जनसंघ के समय इंदिरा गांधी ने आपातकाल लगा कर देश को चलता फिरता बंदी गृह बना रखा था लोकतंत्र को कुचल दिया था।जिसने कांग्रेस के बर्बर आपातकाल पर बोलने की हिम्मत की उनको अंदर करने का काम किया पुलिस ने बर्बरता के रिकॉर्ड बनाए । उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा भाजपा को मजबूती देना हम सभी का दायित्व है।अपना परिवार अपने रिश्तेदार अपना बूथ क्षेत्र मजबूत करना होगा । जिला अध्यक्ष पूंजीलाल गायरी ने स्वागत भाषण देते हुए पूर्व विधायक नवनीत निनामा के राजनीतिक जीवन एवं आपातकाल के उन्नीस माह का वर्णन किया । गायरी ने कहा कि मुखर्जी हमारे आदर्श है उनके पद चिन्हों पर भाजपा कार्यकर्ता आगे बढ़ रहे है ।

पूर्व जिला अध्यक्ष ओम पालीवाल ने कहा कि नवनीत निनामा एवं श्रीपत राय दवे को आपातकाल में सेनावासा के जंगलों में अपना जीवन कई माह तक व्यतीत किया। वहां से पुलिस ने गिरफ्तार कर उदयपुर जेल में बंद किया था।पूर्व राज्य मंत्री धनसिंह रावत ने कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने एक देश में दो विधान दो प्रधान दो संविधान नहीं चलेगा बिगुल बजा कर कश्मीर की आजादी का मार्ग प्रशस्त किया।

Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *