पूर्व विधायक सिमरजीत सिंह बैंस, कांग्रेस प्रधान राजा वडिंग, और भारत भूषण आशु।
पंजाब के लुधियाना में हलका पश्चमी में उप-चुनाव में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार संजीव अरोड़ा विजय रहे। कांग्रेस हलका पश्चमी की सीट 10 हजार 637 से हार गई। इस सीट को लेकर पूर्व विधायक और कांग्रेस के सीनियर नेता सिमरजीत सिंह बैंस ने खुलासा किया।
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बैंस ने एक निजी चैनल से बातचीत दौरान कहा कि हलका पश्चमी में हमारी पार्टी की हार होना बहुत ही चिंताजनक बात है। जिस हलके से 60 हजार के करीब वोट पड़ती थी आज वहां हम 25 हजार पर सिमट गए। हार के कारणों पर हम मंथन भी करेंगे।
सरकार ने किया सरकारी तंत्र का इस्तेमाल
सरकारी तंत्र का सरकार ने पूरा इस्तेमाल किया। इस सीट पर पैसा पानी की तरह बहाया। सभी मंत्री और विधायक लुधियाना में बैठाए हुए थे। फिर भी मार्जन सिर्फ 10 हजार। यदि हम आशू को 5 हजार वोट और पड़वा देते तो हमने सरकार को झुका लिया था। मुझे जितना हाईकमान ने आदेश दिया था मैं उतना काम किया।
बैंस बोले- पीठ के पीछे मैं खंजर नहीं मारता
बैंस कभी पीठ के पीछे खंजर मारने वालों में से नहीं है। मुझे जैसा पार्टी हाईकमान ने कहा मैंने वैसा रोल अदा किया। आशू मेरा वह दोस्त है जो सिमरजीत सिंह बैंस के कांग्रेस में आने से पहले दिलों का यार था। वह मेरा बड़ा भाई है। लेकिन पता नहीं क्या हुआ।
राजा वड़िंग, मैं खुद, जिला प्रधान संजय तलवाड़ और पूर्व कांग्रेस विधायक सभी उनके घर गए थे, लेकिन आशू मिले नहीं थे। वह चाहते तो हमें एक काल ही कर देते कि भाइयों तुम सभी मेरे चुनाव का मोर्चा संभालो। नामांकन पत्र दाखिल करवाने वाले दिन हाईकमान ने कहा कि हम सभी पहुंचे। हाईकमान के आदेश पर पूरी कांग्रेस काम करती है।