पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने नशा तस्करों के खिलाफ चल रही कार्रवाई को और तेज करने के संकेत दिए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि चाहे कितनी भी बड़ी पहुंच हो, किसी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने संकेत दिया कि आने वाले दिनों में कुछ और बड़े तस्कर जेल जाए
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मुख्यमंत्री मान ने गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कई महीनों से युद्ध स्तर पर नशा विरोधी अभियान चल रहा है। पंचायतें फतवे जारी कर रही हैं कि नशे के साथ पकड़े जाने वालों का साथ नहीं दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि बुरी संगत में पड़े लोगों का री-हैब सेंटर में इलाज कराया जाएगा।
मान ने कहा कि साथ ही, जो लोग दूसरों के घर उजाड़कर अपने महल बना रहे थे, उन पर बुलडोजर चलाया गया है। सीएम ने कहा कि हम पहले ही कह रहे थे कि सबूत आने दो, बड़ों की बारी भी आएगी। कोई आपने दिल में गलतफहमी ना रखें।

प्लानिंग से चल मुहीम
सीएम भगवंत मान ने कहा कि समय थोड़ा लग गया, क्योंकि प्लानिंग को टाइम लगता है। सोचों अगर सप्लाई लाइन तो तोड़ देंगे, लेकिन जो आदी है उनका क्या करेंगे। उनके लिए रिहैब बनाए गए।
पुलिस वाले मिले हुए थे। पुलिस वालों के कारण हमारे छापे फेल हुए। वो फोन कर तस्करों को पहले बता देते थे। इसलिए उनकी ट्रांसफर की गईं। लोगों से सहयोग मांगा गया। इसलिए ये जो मुहीम है, अब पूरा जोर पकड़ चुकी है।
मुहीम का दिखने लगा असर
सीएम ने कहा कि अब बहुत ज्यादा फर्क पड़ गया है, अब फोन आते हैं। अब जब पुलिस गई तो पता चलाता है कि वे अपने घर छोड़ भाग चुके हैं। हम कहते रहे हैं, किसी को बख्शा नहीं जाएगा। चाहे वो कितना भी स्ट्रांग है, बड़ा अधिकारी को वो जानता है।
राज्य में नशा फैलाने के जिम्मेदार कौन हैं, बड़े तस्कर। छोटे तो सिर्फ कैरियर हैं, यहां से उठाकर आगे पहुंचाते थे। बड़े वे थे, जो इलाके बांटते थे।
पंजाब के लिए काम करता रहूंगा
सीएम ने कहा कि पंजाब को नशा मुक्त बनाना है। कोई आपने दिल में गलतफहमी ना रखें, कि किसी की बहुत चलती है, उसे बख्शा नहीं जाएगा। उन्हें कोई डर नहीं है। हम पंजाब के लिए रोज काम करते हैं, आज भी बैठकें हैं, आगे भी काम करते रहेंगे।