आय से अधिक संपत्ति मामले में अब एनसीबी भी पूछताछ की तैयारी में
नशे से जुड़े आय से अधिक संपत्ति मामले में गिरफ्तार सीनियर अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया की मुश्किलें बढ़ गई हैं। अब इस मामले में एनसीबी भी मजीठिया से पूछताछ की तैयारी कर रही है। इसके लिए एनसीबी ने वि34जिलेंस से संपर्क किया है। इसके अलावा अन्य एजेंसिय
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अब 6 प्वाइंटों में जानिए मजीठिया की गिरफ्तारी से लेकर अब तक की कहानी:
1. विजिलेंस ब्यूरो ने 540 करोड़ रुपए ड्रग मनी से जुड़े आय से अधिक संपत्ति मामले में 25 जून को सुबह साढ़े चार बजे केस दर्ज किया। इसके बाद राज्य के 26 स्थानों पर मजीठिया से जुड़े ठिकानों पर छापेमारी की गई। फिर सुबह साढ़े 11 बजे के बाद मजीठिया को अमृतसर स्थित उनके घर से गिरफ्तार किया गया। इस दौरान कई सामान, जिसमें मोबाइल फोन, आईपैड, डायरी और अन्य चीजें शामिल थीं, बरामद करने का दावा किया। दावा किया गया कि ये मजीठिया से मिली हैं।
2. 26 जून को विजिलेंस ब्यूरो ने मजीठिया को मोहाली अदालत में पेश किया। लेकिन इस दौरान विजिलेंस ने मीडिया के सामने मजीठिया को नहीं आने दिया। पहली बार चार गेटों को बंद कर दो बजे तक आम जनता को रोका गया और मजीठिया को पेश किया गया। तीन जिलों की पुलिस वहां तैनात की, वहां पहुंचे अकाली वर्करों को हिरासत में लिया। इस दौरान अदालत में विजिलेंस ने 12 दिन का रिमांड मांगा, लेकिन उन्हें सात दिन का रिमांड मिला।
3. 27 जून को इस मामले में पूर्व डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय की एंट्री हो गई। उन्होंने चंडीगढ़ स्थित पंजाब पुलिस के ऑफिस स्कूल में पहुंचकर अपने बयान दर्ज करवाए। उन्होंने कहा कि 2021 में जब वह डीजीपी के पद पर तैनात थे, उस समय मजीठिया पर एनडीपीएस का केस दर्ज हुआ था। ऐसे में विजिलेंस को अपने बयान दर्ज करवाकर आया हूं, उन्हें केस की सारी हिस्ट्री बताकर आया हूं, क्योंकि यह केस उसी केस पर आधारित है।
4.28 जून को ईडी के पूर्व डिप्टी डायरेक्टर निरंजन सिंह ने विजिलेंस मुख्यालय पहुंचकर बयान दर्ज करवाए। उन्होंने कहा कि 2013 में जब ड्रग तस्करी से जुड़े मनी लॉन्डरिंग केस की जांच हुई थी, उस समय उन्होंने करीब 41 लोगों से पूछताछ की थी। उस समय ड्रग तस्करी केस के आरोपी जगदीश भोला और अन्य लोगों ने मजीठिया का नाम स्टेटमेंट में लिया था। मैंने सब विजिलेंस को बताया है। अब विजिलेंस यह स्टेटमेंट ईडी से मांग सकती है।
5.29 जून को पूर्व विधायक बोनी अजनाला ने विजिलेंस ऑफिस पहुंचकर बयान दर्ज करवाए। उन्होंने कहा कि 2013 में जो पत्र उन्होंने तत्कालीन सीएम प्रकाश सिंह बादल और डीजीपी को लिखा था, उसी को बताकर आया हैं। वहीं,
उन्होंने दावा किया कि बिक्रम मजीठिया ने नशा तस्करी के संबंध में सत्ता और पिंडी को उन्हें अपना जिगरी यार कहकर अपने घर पर मिलवाया था। इसी दिन शाम को मजीठिया के पूर्व पीए और आम आदमी पार्टी के नेता दलबीर गिल ने अपने बयान दर्ज करवाए। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपनी सारी जानकारी विजिलेंस को बताई है।
6. 30 जून को विजिलेंस ब्यूरो की टीमें मजीठिया को पंजाब और हिमाचल के विभिन्न स्थानों पर संदिग्ध प्रॉपर्टी की निशानदेही के लिए लेकर गई थीं। लेकिन विजिलेंस का आरोप है कि मजीठिया ने जांच में सहयोग नहीं किया, जिससे उन्हें मुश्किल आई है।
मनिंदर सिंह उर्फ बिट्टू और जगजीत सिंह चहल ने अपने बयान दर्ज करवाए हैं। उन्होंने कहा कि 2010 तक उनके मजीठिया से अच्छे संबंध रहे हैं। वहीं, उन्होंने कहा कि ड्रग केस की भी दोबारा जांच होनी चाहिए।