ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट (ईआरसीपी) में तहत बने पहले बांध नवनेरा में पानी भरना शुरू कर दिया। तीन दिन में ही यह बांध 56% भर गया है। जल संसाधन विभाग ने 21 जुलाई को सुबह सभी 27 गेट बंद कर दिए थे। पानी की अच्छी आवक से गुरुवार सुबह तक 127.28 एमक्यू
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विभाग ने 21 जुलाई को सुबह सभी 27 गेट बंद कर दिए थे।
जल संसाधन विभाग के एक्सईएन मनोज शर्मा, ने बताया कि इस बांध में कालीसिंध नदी, परवन नदी, आहू नदी, उजाड़ नदी, चंद्रभागा नदी का पानी आता है। वर्तमान में 44 हजार920 क्यूसेक पानी की आवक हो रही है। बांध तीन दिन में अब तक 56% भरचुका है। इस माह भराव क्षमता 169.75 एमक्यूएम तक भरा जाना प्रस्तावित है जो कि कुल भराव क्षमता का 75 प्रतिशत है। पानी की ऐसी की आवक रही तो दो तीन दिन में बांध भर जाएगा। पानी भरने के चलते विभाग ने नदी के किनारों व भराव क्षेत्र में गांवों में अलर्ट जारी किया हुआ है।
पिछले साल पानी भर किया था परीक्षण
पिछले साल 8 से 12 सितंबर तक बांध में पानी भरकर परीक्षण किया था। बांध 217 मीटर के बाद खाली कर दिया था। इस बार इसे भरा रखने के निर्देश हैं। हालांकि, अभी यहां से पानी लिफ्ट करने का पूरा इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार नहीं है। वैसे, इसके पानी का उपयोग प्रदेश के 13 जिलों में पेयजल व सिंचाई के लिए होना है। लेवल नापने के लिए सेंसर लगे हैं। कंट्रोल रूम में स्काडा नियंत्रित पैनल से गेट का संचालन मैनुअल व ऑटोमैटिक कर सकते हैं। हर गेट के सामने सीसीटीवी कैमरे हैं। कंट्रोल रूम में टीवी स्क्रीन है।
दीगोद तहसील के ऐबरा गांव में 30 सितंबर 2024 को बनकर तैयार। कुल 27 रेडियल गेट 15 मीटर गुणा 16 मीटर के। कुल लंबाई 1410 मीटर। डूब क्षेत्र में 656.37 हैक्टेयर वन विभाग की एवं 495.16 हैक्टेयर निजी जमीन है।