सरोजिनी नायडू मार्ग के परंपरागत फुटपाथ दुकानदारों ने अर्बन बाजार योजना का विरोध करते हुए शुक्रवार को मंडलायुक्त कार्यालय और जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। टाउन वेडिंग कमेटी से पारित वेंडिंग जोन स्थल पर बाजार बनाए जाने के विरोध में आजाद स्
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प्रदर्शन का नेतृत्व रवि शंकर द्विवेदी, दिवाकर त्रिपाठी, मुकुंद तिवारी और अधिवक्ता प्रमोद भारतीय ने किया। प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर आत्मनिर्भर निधि (पीएम स्वनिधि) से जुड़े लाभार्थियों के साथ मिलकर नारेबाजी की और सुप्रीम कोर्ट, हाईकोर्ट व स्ट्रीट वेंडर एक्ट 2014 को लागू करने की मांग उठाई।
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि अर्बन बाजार योजना गरीब और पंजीकृत विक्रेताओं के हक पर सीधा हमला है।

जिलाधिकारी कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन के बाद एडीएम सिटी ने ज्ञापन लिया और निष्पक्ष जांच का भरोसा दिया। इसके बाद मण्डलायुक्त ने पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को वार्ता के लिए बुलाया।
रवि शंकर द्विवेदी ने बैठक में बताया कि टाउन वेंडिंग कमेटी की बैठक 3 अक्टूबर 2020 को हुई थी, जिसमें 28 वेंडिंग जोन और 10 नो-वेंडिंग जोन प्रस्तावित किए गए थे। इन चिन्हित वेंडिंग जोनों की डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) बनाकर शासन को भेजी गई थी, जिसके बाद NULM (राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन) के तहत 83 लाख रुपये की धनराशि 9 सितंबर 2022 को स्वीकृत की गई।

प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि इन वेंडिंग जोनों की भूमि को पूंजीपतियों के हवाले करने के लिए टेंडर निकाला गया है, जो कि स्ट्रीट वेंडर कानून 2014 और शासन की मंशा के खिलाफ है। उन्होंने मांग की कि इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच हो और योजना को निरस्त किया जाए।

मण्डलायुक्त ने जांच कमेटी गठित करने की घोषणा की और संबंधित अधिकारियों से शीघ्र रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा। उन्होंने भरोसा दिलाया कि जांच के बाद नियमानुसार संवैधानिक कार्रवाई की जाएगी।

प्रदर्शन में प्रमोद भारतीय, रितेश श्रीवास्तव, शहजादे, मुकेश सोनकर, रंजीत दास, अविनाश त्रिपाठी, अनिल मिश्रा, शेख अनस, अरविंद मिश्रा, रवि गुप्ता, शीतल पांडे, संतोष, सनी यादव, दीपक सोनकर, अनूप सोनकर, पिंटू गौतम, सुनील केसरवानी, पवन, संदीप गुप्ता, सत्य नारायण केसरवानी, गिरजा शंकर शर्मा, एजाज समेत सैकड़ों फुटपाथ दुकानदार मौजूद रहे।