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- Khabar Hatke Offbeat News: Scammer Marries 105 Women In 32 Years, Whole Country Moving To Australia Dainik Bhaskar
13 मिनट पहलेलेखक: कृष्ण गोपाल
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एक ठग जिसने 32 साल में बिना तलाक दिए 105 शादियां कीं। वहीं, एक ऐसा देश जहां की पूरी आबादी ऑस्ट्रेलिया शिफ्ट हो रही है।

1. 32 साल में 105 शादियां कैसे कीं? 2. किसी देश की पूरी आबादी आस्ट्रेलिया क्यों जा रही है? 3. पूरी बॉडी पर टैटू बनवाने वाला शख्स कौन है? 4. चैटजीपीटी मानसिक बीमारी का कारण कैसे बना? 5. प्लास्टिक का थैला 85 हजार रुपए में क्यों बिक रहा है?


AI जनरेटेड
आपने अक्सर लोगों को शादी के दुखड़े बताते सुना होगा। कोई शादी करके दुखी है और कोई न होने की वजह से। वहीं, एक ठग ने बिना तलाक लिए एक-दो नहीं बल्कि 105 शादियां कर डालीं। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड इस ठग का नाम जियोवन्नी विगलियोटो बताता है।
हालांकि, दावे से नहीं कहा जा सकता कि यही उसका असली नाम है। जियोवन्नी ने 32 साल में अमेरिका समेत 15 देशों की महिलाओं को ठगी का शिकार बनाया। खास बात ये थी कि वो चोर बाजार में मिलने वाली महिलाओं से ठगी करता था।
जियोवन्नी शुरुआती मुलाकातों में ही महिला को शादी का प्रपोजल दे देता। शादी के महिला से सारा सामान पैक करके उसके शहर चलने के लिए कहता और जब सामान ट्रक में लोड हो जाता तो ट्रक लेकर गायब हो जाता।
इस तरह जियोविन्नी ने 105 महिलाओं से ठगी की लेकिन आखिरी महिला ने उसे ढूंढ़ने की ठान ली। आखिरकार अमेरिका में फ्लोरिडा के चोर बाजार में वह पकड़ा गया और उसे 34 साल की सजा हुई।


ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज (बाएं) और तुवालु के PM कौसेआ नटानो (दाएं) संधि पर साइन करने के बाद।
अक्सर लोग अपना देश छोड़कर किसी दूसरे देश में बस जाते हैं। वहीं, तुवालु नाम का पूरा का पूरा देश ही ऑस्ट्रेलिया शिफ्ट होने जा रहा है। इसकी वजह है ग्लोबल वॉर्मिंग। तुवालु एक आइलैंड कंट्री है। समुद्र तक से इसकी औसत ऊंचाई 2 मीटर है।
तुवालु पहला देश है जो समुद्र के बढ़ते जलस्तर की वजह से डूबने की कगार पर है। 9 टापुओं वाले इसे देश के 2 टापू पहले ही समुद्र में डूब चुके हैं। कुछ सालों बाद बाकियों का भी यही हाल होने वाला है। एक रिपोर्ट के मुताबिक आने वाले 25 सालों में यहां रहने वाली आबादी को जबरदस्ती यहां से हटाना पड़ेगा।
ऐसे में ऑस्ट्रेलिया ने तुवालु के साथ एक संधि की है। इसके तहत तुवालु के करीब 2.5% लोग हर साल ऑस्ट्रेलिया जाकर स्थायी रूप से बसेंगे। ऑस्ट्रेलिया इन लोगों की हेल्थ, एजुकेशन और बसने का पूर्ण अधिकार देगा।
हालांकि, एक रिपोर्ट के मुताबिक तुवालु की सिर्फ 20 प्रतिशत आबादी ही ऑस्ट्रेलिया जाकर बसने की इच्छुक है। इसके पीछे इनकी फाइनेंशियल स्थिति एक अहम वजह है। मानव इतिहास में यह पहली बार है जब एक पूरे देश को योजना बनाकर किसी दूसरी जगह शिफ्ट किया जा रहा है।


कोलार्ज में दिख रहीं तीनों तस्वीरें कुछ महीनों के अंतराल पर खींची गई हैं। रेमी की छाती और पेट पर तीन तरह के टैटू नजर आ रहे हैं।
रिकॉर्ड बनाने के लिए लोग क्या-क्या नहीं करते। कनाडा के रेमी स्कोफिल्ड ने इसके लिए पूरे शरीर पर टैटू बनवाए हैं। रेमी खुद को दुनिया में सबसे ज्यादा टैटू बनवाने वाला आदमी बताते हैं। उनने शरीर पर टैटूज की करीब 30 परतें हैं। मतलब उन्होंने अपनी पूरी बॉडी पर 30 बार परत दर परत टैटू बनवाए हैं।
2001 में चेहरे पर पियर्सिंग (छेद कराना) कराने से रेमी का यह सफर शुरू हुआ था। फिर उन्होंने अपने बेटे के लिए एक टैटू बनवाया। इसके बाद तो रेमी के चेहरे का थोड़ा सा हिस्सा छोड़कर ऐसा कोई भाग नहीं बचा जहां उन्होंने टैटू न बनवाए हों।
कई टैटूलवर सेंसिटिव बॉडी पार्ट्स पर टैटू कराने से बचत हैं लेकिन ने अपने जेनिटल पार्ट्स पर भी टैटू बनवा चुके हैं। रेमी बताते हैं कि जेनिटल पार्ट्स पर टैटू करवाते समय बेतहाशा दर्द हुआ लेकिन वो उसे भी बर्दाश्त कर गए। रेमी की बगलों (आर्मपिट) में 17 बार टैटू बने हैं।
इसके लिए उन्हें पिछले कुछ सालों में 33 बार टैटू पार्लर जाना पड़ा। अपने इस शौक पर वे अब तक 3 लाख 94 हजार कनाडाई डॉलर यानी करीब ढाई करोड़ रुपए खर्च कर चुके हैं। इन्हें बनाने में रेमी ने कुल 3 हजार 300 घंटे बिताए हैं। वे अभी भी हर सप्ताह कई बार टैटू बनवा रहे हैं और उनका ये सफर जल्दी खत्म होने वाला नहीं है।


AI जनरेटेड
AI की वजह से आज तमाम तरह के काम बहुत आसानी से हो रहे हैं। हालांकि, इस पर आंख मूंदकर भरोसा करना परेशानी की वजह बन सकता है। ऐसी ही हुआ अमेरिका के एक बुजुर्ग के साथ। चैटजीपीटी (AI चैटबॉट) की एक सलाह से उनकी जान पर बन आई।
अमेरिकन कॉलेज ऑफ फिजिशियन जर्नल्स में छपी रिपोर्ट के मुताबिक 60 साल के एक शख्स ने नमक की वजह से सेहत पर पड़ने वाले बुरे असर के बारे में कहीं पढ़ा। इस पर उन्होंने चैटजीपीटी से पूछा कि रोजाना के खान-पान से नमक कैसे हटाया जाए।
AI की सलाह से पर उस व्यक्ति ने अपने खाने में बदलाव किया। उन्होंने नमक यानी सोडियम क्लोराइड हटाकर सोडियम ब्रोमाइड का इस्तेमाल शुरू कर दिया। 1900 के दशक की शुरुआत में इसका इस्तेमाल दवाओं में किया जाता था लेकिन ज्यादा मात्रा में इसका सेवन खतरनाक हो सकता है।
शख्स तीन महीने से सोडियम ब्रोमाइड इस्तेमाल करता रहा। सेहत बिगड़ने पर उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। उसने दावा किया कि उसका पड़ोसी उसे जहर दे रहा था। शुरुआत में उसने सोडियम ब्रोमाइल के इस्तेमाल की बात छुपाई लेकिन बाद में पूरी कहानी बताई।
उसमें मतिभ्रम जैसे गंभीर न्यूरोसाइकियाट्रिक लक्षण भी पाए गए। रिपोर्ट में बताया गया कि चैटजीपीटी की सलाह से खान-पान में बदलाव करने से उसे ‘ब्रोमिज्म’ (एक तरह का न्यूरोलॉजिकल और मेंटल इलनेस) हो गया था। ब्रोमाइड के अधिक इस्तेमाल से यह बीमारी होती है।


आपने सेलिब्रिटीज को महंगे और फैशनेबल बैग ले जाते देखा होगा। कई बार तो इनकी कीमत लाखों में होती है। कई बार इन लग्जरी बैग्स की डिजाइन और प्राइज लोगों को सिर पीटने पर मजबूर कर देता है। हाल ही में एक विदेशी ब्रांड ‘बलेनसियागा’ ने ऐसा बैग लॉन्च किया है जो दिखने में प्लास्टिक के थैले जैसा है।
इसकी कीमत 775 पाउंड यानी करीब 91 हजार रुपए है। फैशन इंडस्ट्री में इन दिनों वॉर्नआउट (फटा-पुराना) लुक ट्रेंड में है। ये कपड़े और एसेसरीज ऐसे दिखते हैं जैसे काफी पुराने और यूज किए हों। बलेनसियागा ने भी इस बैग के साथ भी कुछ ऐसा ही किया है।
यह देखने में किसी सामान्य पॉलीथीन बैग जैसा लगता है। इतना ही नहीं इसे आसानी से फोल्ड करके जेब में रखा जा सकता है। हालांकि, इसे पॉलीएमाइड और डाइनिमा जैसे मजबूत मटीरियल से तैयार किया गया है।
यह पहली बार नहीं है जब बलेनसियागा ने इस तरह का कुछ अजीब प्रोडक्ट लॉन्च किया है। कुछ दिन पहले इसने वॉर्नआउट स्नीकर्स (जूतों का एक प्रकार) लॉन्च किए थे जिसकी कीमत 520 पाउंड यानी करीब 61 हजार रुपए थी।
तो ये थीं आज की रोचक खबरें, कल फिर मिलेंगे कुछ अन्य दिलचस्प और हटकर खबरों के साथ…
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