पवन तिवारी | बलरामपुर4 मिनट पहले
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बलरामपुर के थाना हरैया क्षेत्र में तैनात लेखपाल मिथुन चक्रवर्ती पर रिश्वतखोरी के गंभीर आरोप लगने के बाद प्रशासनिक हलचल तेज हो गई है। ग्राम सभा उदईपुर में पैमाइश के नाम पर रुपये वसूलने के दो मामलों में जांच शुरू हो चुकी है। वही पीड़ित का कहना है करीब दो सप्ताह हो रहे हैं लेकिन अभी तक कार्रवाई नहीं हो पाई है।
पहला मामला तब सामने आया जब एक युवक ने आरोप लगाया कि लेखपाल ने पैमाइश करने के नाम पर गाड़ी में तेल डलवाने के लिए 1000 मांगे। इस दौरान बातचीत का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद अधिकारियों ने जांच के आदेश दिए।

इसी बीच, उसी गांव के रहने वाले अवध बिहारी ने भी उप जिलाधिकारी बलरामपुर को तहरीर देकर आरोप लगाया कि लेखपाल ने उससे पैमाइश कराने के लिए 10,000 की रिश्वत मांगी। पीड़ित ने बताया कि उसने 5000 नकद और 1000 पेट्रोल के लिए दिया, लेकिन पैमाइश अब तक नहीं हुई। अवध बिहारी का कहना है कि शिकायत किए दो सप्ताह बीत चुके हैं, लेकिन कार्रवाई नहीं हो रही है। उनका आरोप है कि संबंधित अधिकारी आरोपी को बचाने का प्रयास कर रहे हैं और लेखपाल खुलेआम घूम रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर न्याय नहीं मिला तो वे मामला कमिश्नर और मुख्यमंत्री तक लेकर जाएंगे।
स्थानीय लोगों का कहना है कि मिथुन चक्रवर्ती क्षेत्र के सबसे भ्रष्ट लेखपालों में गिने जाते हैं।उन पर पहले भी कई बार भ्रष्टाचार के आरोप लग चुके हैं, लेकिन कार्रवाई न होने से उनका हौसला बढ़ा है। लोगों का आरोप है कि वे खुले तौर पर रिश्वत लेते हैं और प्रशासनिक तंत्र पर सवाल खड़े कर रहे हैं।
इस पूरे मामले पर उप जिलाधिकारी बलरामपुर हेमंत गुप्ता ने बताया कि दोनों मामलों में अलग-अलग जांच की जा रही है।पहला मामला वायरल वीडियो से जुड़ा है और दूसरा शिकायत पत्र से। उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी।