आप के वरिष्ठ नेता और दिल्ली अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज और विधायक संजीव झा
दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र राजनीति लंबे समय से रसूखदारों और बड़े राजनीतिक दलों के प्रभाव में रही है। टिकट बंटवारे में मुद्दों की जगह पैसे, जाति और बाहुबल का दबदबा रहा है। फीस वृद्धि, हॉस्टल और लैब की कमी, महिला सुरक्षा और भेदभाव जैसे असली सवाल हाशिये प
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वर्षों तक एबीवीपी और एनएसयूआई ने कैंपस की राजनीति को अपने ठेके की तरह चलाया और छात्रों की आवाज़ दबाई। लेकिन इस बार हालात बदलने वाले हैं। आम आदमी पार्टी का छात्र संगठन ASAP (एसैप) पहली बार डूसू चुनाव लड़ेगा
और एबीवीपी-एनएसयूआई की गुंडागर्दी वाली राजनीति को चुनौती देगा। यह जानकारी आप के रिष्ठ नेता और दिल्ली अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज और विधायक संजीव झा ने दी।
पार्टी ऐसे देगी मौका
अब चुनाव लड़ने के लिए न किसी रसूखदार नेता के दरवाजे पर खड़ा होना पड़ेगा, न पैसा या जाति पूछी जाएगी, न बैकग्राउंड। एसैप ने टिकट प्रक्रिया को पूरी तरह पारदर्शी और लोकतांत्रिक बना दिया है। हर छात्र को मौका मिलेगा, चाहे वो किसी भी भाषा, धर्म, जाति या आर्थिक पृष्ठभूमि से आता हो।जो भी छात्र डूसू या कॉलेज यूनियन का चुनाव लड़ना चाहता है,
उसे सिर्फ तीन आसान स्टेप पूरे करने होंगे, पहला- एक पंजीकरण फॉर्म भरना होगा। जिसकी आखिरी तारीख 25 अगस्त है। दूसरा- एक मिनट का वीडियो या ऑडियो जिसमें वह अपने मुद्दों को साफ-साफ रखे, और तीसरा- 200-500 शब्दों में अपना एजेंडा बताए।

10 छात्रों का समर्थन जुटाना होगा
कॉलेज यूनियन के लिए कम से कम 5 अलग-अलग सेक्शन से 10 छात्रों का समर्थन जुटाना होगा, और डूसू के लिए 5 कॉलेजों से 50 छात्रों का, जिनके नाम, स्टूडेंट ID और मोबाइल नंबर अनिवार्य हैं। उम्मीदवार के पास पूरी कक्षा उपस्थिति होनी चाहिए, कोई बैकलॉग नहीं, और न ही कोई अनुशासनात्मक या आपराधिक रिकॉर्ड हो।