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डिप्टी कमिश्नर कार्यालय मानेसर, गुरुग्राम।
गुरुग्राम में साइबर अपराधियों ने तीन अलग-अलग मामलों में लोगों के बैंक खातों से कुल 2.93 लाख रुपए किए जाने का मामला सामने आया है। पुलिस ने सभी मामलों में शिकायत दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। ठग ने खुद को पुलिसकर्मी बताकर एक इंजीनियर से भी 83 हजार 500 रु
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पहले मामले में सोहना के गांव हरियाहेड़ा निवासी इंद्रपाल सिंह के दो बैंक खातों से 15 अगस्त को 52 हजार रुपए निकाल लिए गए। पीड़ित का कहना है कि उन्होंने न तो किसी से ओटीपी शेयर किया और न ही किसी लिंक पर क्लिक किया।
दूसरे मामले में ठगों ने खुद को साइबर क्राइम पुलिसकर्मी बताकर एक इंजीनियर को शिकार बनाया। मानेसर के ढोरका गांव निवासी कृष्णा नंदन सिंह यादव के एक्सिस बैंक खाते से पांच अलग-अलग ट्रांजैक्शन में 83 हजार 500 रुपए निकाल लिए गए। ठगों ने संदिग्ध ट्रांजैक्शन का हवाला देकर उनसे ओटीपी और बैंक डिटेल्स हासिल कर ली।
साइबर थाना मानेसर के जांच अधिकारी पीएसआई विकास और एसआई दीपक के अनुसार तकनीकी साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। पुलिस ठगों की लोकेशन का पता लगाने में जुटी है।
इलेक्ट्रिकल सामान सप्लाई के नाम पर 1 लाख 58 हजार की ठगी
इसके अलावा, ग्राम दाबोदा, फर्रुखनगर निवासी शिव कुमार, जो डीएलएफ फेज-3 गुरुग्राम में सन शाइन इंटरप्राइजेज के माध्यम से हाईवे इलेक्ट्रिकल वर्क्स का काम करते हैं, ऑनलाइन ठगी का शिकार हो गए।शिव कुमार ने इंटरनेट पर इलेक्ट्रिकल पोल्स व लाइट्स की जानकारी सर्च की, इसी दौरान एक कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को सप्लायर बताते हुए 1 लाख 34 हजार 520 का कोटेशन भेजा और मौखिक रूप से 1 लाख 58 हजार 520 की पूरी रकम अग्रिम भुगतान करने की बात कही।
विश्वास में आकर शिकायतकर्ता ने अपने बैंक खाते से ₹1,58,520 की रकम IDBI बैंक, लखनऊ ब्रांच के खाते में ट्रांसफर कर दी। भुगतान के बाद दो दिन तक बातचीत होती रही, लेकिन उसके बाद कॉल स्विच ऑफ हो गया और सामान भी नहीं भेजा गया। पुलिस ने तीनों मामलों में रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।