विकास अवस्थी | कन्नौज4 मिनट पहले
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जलस्तर बढ़ने के साथ लोगों की परेशानी भी बढ़ रही है।
कन्नौज में पिछले चार दिनों से गंगा का जलस्तर फिर बढ़ने लगे गया। इससे कटरी क्षेत्र की करीब 1 हजार बीघा से अधिक खेत जलमग्न हो गए। जिन खेतों में फसलें थीं, वह नष्ट होने लग गईं। कासिमपुर और बख्शीपुरवा गांव में पानी भर गया। जिससे हालात मुश्किल होते जा रहे।
नरौरा बांध से लगातार पानी छोड़े जाने से कन्नौज में गंगा और काली नदी के आसपास इलाकों में बाढ़ का संकट मंडराने लगा है। कन्नौज में बुधवार को गंगा का जलस्तर 125.700 मीटर रिकार्ड किया गया। जोकि खतरे के निशान से 27 सेंटीमीटर नीचे है। गुरुवार को नरौरा बांध से 1 लाख 81 हजार 902 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। जिससे अगले कुछ घण्टों में गंगा का जलस्तर और बढ़ने की संभावना है।

जलस्तर बढ़ने के साथ लोगों की परेशानी भी बढ़ रही है।
गंगा का जलस्तर बढ़ने के साथ ही कटरी क्षेत्र के लोगों के सामने बाढ़ से जूझने की चुनौती बढ़ जाएगी। उधर बाढ़ की संभावना के चलते जिले के अधिकारी गंगा और काली नदी के आसपास के गांवों में पहुंच रहे। वहां के हालातों का जायजा लेने के साथ ही कर्मचारियों को उनकी निगरानी में मुस्तैद रहने के निर्देश दिए।
बख्शीपुरवा में प्राइमरी स्कूल के आसपास पानी भर गया। जिस कारण स्कूल नहीं खुल पा रहा। बाढ़ के पानी को देखते हुए बच्चे भी स्कूल नहीं पहुंच रहे। सुरक्षा की दृष्टि से अधिकांश परिवारों ने हरदोई-कन्नौज और मल्लावां-कन्नौज रोड पर पन्नी तानकर ठिकाना बना लिया। ग्रामीणों का कहना है कि ऊंचाई के कारण सड़क तक बाढ़ का पानी नहीं पहुंच पाता। यही वजह है कि परिवार से लेकर पालतू जानवर भी सड़क पर ही नजर आ रहे हैं।