तेल अवीव48 मिनट पहले
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इजराइल ने गाजा सिटी में ग्राउंड ऑपरेशन यानी जमीनी हमले शुरू कर दिए है। CNN ने मंगलवार सुबह दो इजराइली अधिकारियों के हवाले से इसकी पुष्टि की।
यह हमला गाजा सिटी के बाहरी इलाकों से शुरू हुआ है। यहां रात भर इजराइल के हवाई हमले भी जारी रहे। इन हमलों में 41 लोग मारे गए।
इजराइली सेना के एक अधिकारी के मुताबिक अब तक लगभग 3.2 लाख लोगों ने शहर छोड़ दिया है।
इजराइल के रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज ने कहा कि सेना बंधकों की रिहाई और हमास की हार के लिए बहादुरी से लड़ रही है। काट्ज ने कहा कि गाजा जल रहा है, सेना पूरी ताकत से आतंकियों के ठिकानों पर हमले कर रही है।
उन्होंने आगे कहा कि,

हम तब तक पीछे नहीं हटेंगे और न ही रुकेंगे, जब तक मिशन पूरा नहीं हो जाता।

इजराइली सेना ने सोमवार रात गाजा सिटी की ऊंची इमारतों को निशाना बनाया।
पिछले महीने गाजा सिटी पर कब्जे को मंजूरी मिली
इजराइल ने पिछले महीने यानी अगस्त में गाजा सिटी पर कब्जा करने की योजना को मंजूरी दी थी। इसके तहत करीब 60 हजार रिजर्व सैनिकों को ड्यूटी पर बुलाने का आदेश जारी किया गया।
प्लान के मुताबिक गाजा सिटी पर कब्जे के अभियान के लिए कुल 1.30 लाख सैनिक तैनात किए जाएंगे। सैनिकों को ड्यूटी जॉइन करने से कम से कम दो हफ्ते पहले नोटिस दिया जाएगा।
पहली खेप में 2 सितंबर को करीब 40-50 हजार सैनिक बुलाए जाने का शेड्यूल तय किया गया। दूसरी खेप नवंबर-दिसंबर और तीसरी फरवरी-मार्च 2026 में बुलाई जाएगी।
इस अभियान को गिदोन’स चेरिएट्स-बी नाम दिया गया है। साथ ही, पहले से ड्यूटी कर रहे हजारों रिजर्व सैनिकों की सेवा भी 30-40 दिन के लिए बढ़ा दी गई है।
ऑपरेशन में 5 आर्मी डिवीजन और 12 ब्रिगेड-लेवल टीमें शामिल होंगी, जिनमें पैदल सेना, टैंक, तोपखाना, इंजीनियरिंग और सपोर्ट यूनिट्स शामिल हैं। इसके अलावा गाजा डिवीजन की नॉर्थ और साउथ ब्रिगेड भी हिस्सा ले रही हैं।

गाजा के 75% इलाके पर पहले से इजराइल का कंट्रोल
इजराइल का मकसद गाजा सिटी में उन इलाकों में घुसना है, जहां हमास के कब्जे में अभी भी कई बंधक होने की आशंका है। ये वो इलाके हैं जहां अब तक इजराइली सेना ने बड़े पैमाने पर कार्रवाई नहीं की थी।
इजराइली सेना (IDF) के मुताबिक गाजा पट्टी के लगभग 75% हिस्से पर उसका नियंत्रण है। गाजा सिटी उस 25% इलाके में है, जो IDF के कब्जे में नहीं हैं।
फिलहाल गाजा में हमास के पास 50 बंधक हैं। अनुमान है कि इनमें बंधक अभी भी 20 जिंदा हैं, जबकि 28 मारे जा चुके हैं।
