राजस्थान बास्केटबॉल टीम के पूर्व कप्तान दानवीर सिंह भाटी और राजू बॉक्सर के नेतृत्व में सैकड़ों राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों ने जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा।
राजस्थान पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती 2025 में खेल कोटे के नियमों में बदलाव और सीईटी परीक्षा की अनिवार्यता के विरोध में सोमवार को जयपुर कलेक्ट्रेट पर बड़ी संख्या में खिलाड़ियों ने प्रदर्शन किया। राजस्थान बास्केटबॉल टीम के पूर्व कप्तान दानवीर सिंह भाटी और र
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खिलाड़ियों ने अपने ज्ञापन में कहा कि राजस्थान हमेशा से खेल प्रतिभाओं की भूमि रहा है और यहां के खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर राज्य का गौरव बढ़ाया है। हालांकि, हाल ही में भर्ती नियमों में किए गए बदलावों ने उनके भविष्य पर प्रश्नचिह्न लगा दिया है।
56 में से केवल 3 पद ही भरे जा सके
ज्ञापन में खिलाड़ियों ने बताया कि वर्ष 2020 और 2022 की कॉन्स्टेबल और 2022 की सब इंस्पेक्टर खेल कोटा भर्तियों में राष्ट्रीय स्तर पर भाग लेने वाले खिलाड़ियों को 17 और 16 अंक दिए जाते थे। लेकिन, वर्ष 2024 की खेल कोटे कॉन्स्टेबल भर्ती में राजस्थान का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ियों को कोई अंक नहीं दिए गए, जिसके कारण 56 में से केवल 3 पद ही भरे जा सके और 94 प्रतिशत पद रिक्त रह गए।
साल 2025 की कॉन्स्टेबल खेल कोटा भर्ती में राजस्थान का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ियों के अंकों का प्रावधान ही समाप्त
खिलाड़ियों ने यह भी बताया कि साल 2025 की कॉन्स्टेबल खेल कोटा भर्ती में राजस्थान का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ियों के अंकों का प्रावधान ही समाप्त कर दिया गया है। इससे राष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ी अचानक अयोग्य घोषित हो गए हैं।
इसके अतिरिक्त, खिलाड़ियों ने सीईटी परीक्षा की अनिवार्यता को भी अनुचित बताया। उन्होंने सवाल उठाया कि

खिलाड़ी किताब लेकर बैठें या मैदान में अभ्यास करें?” उनका तर्क है कि लिखित परीक्षा की बाध्यता के कारण खिलाड़ियों के साथ अन्याय हो रहा है, और इसी वजह से 2024 में भी लगभग 94 प्रतिशत पद खाली रह गए थे।
ज्ञापन में खिलाड़ियों ने यह भी तर्क दिया कि पुलिस विभाग में खिलाड़ियों की नियुक्ति से अनुशासन और फिटनेस की संस्कृति मजबूत होगी। वहीं, कठोर नियमों के कारण ग्रामीण पृष्ठभूमि से आने वाले खिलाड़ियों का भविष्य अंधकारमय हो जाएगा और वे दूसरे राज्यों की ओर पलायन करने को मजबूर होंगे।

इस मौके पर विशाल सैनी, पूनम चौधरी, गौरव दरिया, सुरेंद्र चौधरी , कशिश वर्मा, राज्यवर्धन गुढ़ा, देवराज सिंह, लक्ष्य राज चुण्डावत, गजेंद्र सिंह मित्रपुरा, विजय चौहान, विक्रम कुमावत, जय सिंह तंवर समेत सैकड़ों राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी व खेल प्रेमी मौजूद रहे।
खिलाड़ियों की मुख्यमंत्री से मांग
- राष्ट्रीय स्तर पर राजस्थान का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ियों को पूर्व की भांति अंक-आधारित नियमों का लाभ दिया जाए।
- CET परीक्षा की बाध्यता समाप्त की जाए।
- खिलाड़ियों को उनकी उपलब्धियों के अनुरूप अवसर प्रदान कर सम्मानित किया जाए।
पूर्व कप्तान भाटी ने कहा,

यह केवल नौकरी का सवाल नहीं, बल्कि राजस्थान की खेल संस्कृति और खिलाड़ियों के सम्मान का मुद्दा है। हम उम्मीद करते हैं कि सरकार हमारी आवाज़ सुनेगी और खिलाड़ियों को न्याय मिलेगा।
उन्होंने कहा- इस मामले को लेकर अब तक 25 जिलों में खिलाड़ी जिला कलेक्टरों के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंप चुके हैं। खिलाड़ियों में इस मुद्दे को लेकर पुलिस विभाग के खिलाफ गहरा आक्रोश है।
भाटी का कहना है कि पुलिस विभाग में बैठे कुछ अधिकारियों ने ऐसे नियम बनाए हैं, जिनसे खिलाड़ियों का रोष सरकार पर निकले, लेकिन उन्हें विश्वास है कि सरकार खिलाड़ियों की मांगों को सुनेगी और जल्द निर्णय लेगी।
राजू बॉक्सर ने कहा कि अगर खिलाड़ियों की मेहनत और संघर्ष का सम्मान नहीं हुआ तो आने वाली पीढिय़ां खेलों से दूरी बना लेंगी और राजस्थान का खेल ढांचा कमजोर होता जाएगा , सरकार अगर खिलाड़ियों को न्याय भी नहीं देगी तो मजबूरन पूरे प्रदेश के खिलाड़ी आंदोलन की राह पर चलेंगे।
ये रहे मौजूद
इस मौके पर विशाल सैनी, पूनम चौधरी, गौरव दरिया, सुरेंद्र चौधरी , कशिश वर्मा, राज्यवर्धन गुढ़ा, देवराज सिंह, लक्ष्य राज चुण्डावत, गजेंद्र सिंह मित्रपुरा, विजय चौहान, विक्रम कुमावत, जय सिंह तंवर समेत सैकड़ों राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी व खेल प्रेमी मौजूद रहे।