France PM Resigns Update; Sebastien Lecornu | Macron | फ्रांस में 27 दिन में PM का इस्तीफा: इतिहास में सबसे कम समय तक रहे, 1 साल में 4 प्रधानमंत्री ने पद छोड़ा

Actionpunjab
5 Min Read


पेरिस3 घंटे पहले

  • कॉपी लिंक
फ्रांस के पीएम ने नई कैबिनेट के ऐलान के सिर्फ 12 घंटे बाद पद से इस्तीफा दे दिया। - Dainik Bhaskar

फ्रांस के पीएम ने नई कैबिनेट के ऐलान के सिर्फ 12 घंटे बाद पद से इस्तीफा दे दिया।

फ्रांस के पीएम सेबेस्टियन लेकोर्नू ने महज 27 दिन में इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने 9 सितंबर को प्रधानमंत्री का पद संभाला था, 6 अक्टूबर को उन्होंने इस्तीफा दे दिया। राष्ट्रपति मैक्रों ने उनके इस्तीफे को स्वीकर कर लिया है।

पीएम लेकोर्नू ने रविवार को नए मंत्रीमंडल का ऐलान किया था लेकिन 12 घंटे बाद ही उन्होंने इस्तीफा देकर सभी को हैरान कर दिया। लेकोर्नू 13 महीने में देश के चौथे पीएम थे। पूर्व प्रधानमंत्री फ्रांस्वा बायरू ने विश्वास मत न मिलने की वजह से सितंबर में इस्तीफा दिया था।

लेकोर्नू सिर्फ 39 साल के हैं और राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के करीबी सहयोगी माने जाते हैं। वह 2022 में मैक्रों के दोबारा राष्ट्रपति बनने के बाद से 5वें प्रधानमंत्री थे और पिछले साल संसद भंग होने के बाद तीसरे।

संसद में किसी पार्टी को बहुमत नहीं, विपक्ष ने मैक्रों से इस्तीफा मांगा

लेकोर्नू के इस्तीफा के कारण फ्रांस की राजनीतिक में गहरा संकट उत्पन्न हो गया है। संसद में किसी भी पार्टी को बहुमत न होने के कारण यह स्थिति पैदा हुई है।

दक्षिणपंथी नेता मरीन ली पेन और अन्य विपक्षी नेताओं ने नए संसदीय चुनाव की मांग की है ताकि स्थिर सरकार बन सकें। ली पेन ने कहा कि मैक्रों का इस्तीफा देना बुद्धिमानी होगी। हालांकि मैक्रों पहले ही इससे इनकार कर चुके हैं।

कैबिनेट बनाने से नाराज हुई पार्टियां

फिलहाल लेकोर्नू के इस्तीफे के पीछे उनके नए कैबिनेट बनाने को लेकर हुई नाराजगी मानी जा रही है। मैक्रों की सहयोगी पार्टी लेस रिपब्लिकेंस ने कहा कि नई कैबिनेट में कुछ भी बदलाव नहीं है, जबकि लेकोर्नू ने कहा था कि वे नई शुरूआत करेंगे।

रविवार शाम को जब कैबिनेट की घोषणा हुई, तो हर राजनीतिक दल ने इसकी आलोचना की। सबसे ज्यादा विवाद तब हुआ जब ब्रूनो ले मायेर जो सात साल तक मैक्रों के इकोनॉमी मिनिस्टर रह चुके थे, को रक्षा मंत्री बना दिया गया।

अब स्थिति यह है कि फ्रांस की राजनीति पूरी तरह से अस्थिर हो चुकी है। अतिदक्षिणपंथी पार्टी नेशनल रैली (RN), जिसकी नेता मरीन ले पेन हैं, ने राष्ट्रपति मैक्रों से संसद भंग करने और नए चुनाव कराने की मांग की है। वहीं वामपंथी पार्टी फ्रांस अनबोड (LFI) ने कहा है कि मैक्रों को खुद ही इस्तीफा दे देना चाहिए।

फ्रांस में बार-बार इस्तीफे क्यों दे रहे PM

फ्रांस में बार-बार प्रधानमंत्री बदलने की वजह के पीछे 2024 का आम चुनाव है। तब फ्रांस की संसद 3 हिस्से में बंट गई थी। वामपंथी, अति दक्षिणपंथी और मैक्रों का सेंटर-दक्षिणपंथी गठबंधन। किसी के पास भी स्पष्ट बहुमत नहीं था, इसलिए किसी भी नीति या बजट को पारित कराना बेहद मुश्किल हो गया।

लेकोर्नू को एक ऐसा बजट पारित कराना था जिससे सरकारी खर्च घटाया जा सके और घाटे को कंट्रोल किया जा सके, लेकिन यह काम उनके पहले के दो प्रधानमंत्रियों फ्रांस्वा बायरू और मिशेल बार्नियर भी नहीं कर पाए थे। संसद में इस बात को लेकर हर गठबंधन की अलग-अलग राय थी। इसलिए इस पर कोई समझौता ही नहीं हो पाया।

—————————————

फ्रांस से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें…

फ्रांस प्रोटेस्ट- बजट कटौती के खिलाफ 5 लाख लोग जुटे:स्कूली बच्चों ने हाईवे ब्लॉक किए, पत्थरबाजी हुई; 80 हजार पुलिसकर्मी तैनात, 141 गिरफ्तार

फ्रांस में बजट कटौती को लेकर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए। ट्रेड यूनियनों ने गुरुवार को हड़ताल की अपील की थी, जिसमें लाखों लोग शामिल हुए। पेरिस, लियोन, नांतेस, मार्सिले, बोर्डो, टूलूज और कैएन जैसे शहरों में सड़कें जाम हो गईं। पूरी खबर यहां पढ़ें…

खबरें और भी हैं…
Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *