बूटा सिंह की मोस्को आर्मी कैंप में घायल की फोटो।
रूस में पढ़ाई करने के लिए गए युवकों को धोखे से फौज में भर्ती किया जा रहा है। यही नहीं उनहें फ्रंट लाइन पर लड़ने के लिए भेजा भी जा रहा है। इसमें पंजाब ही नहीं देश के कई युवक मारे जा चुके हैं और कुछेक शहीद भी हुए हैं।
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यह खुलासा एक युवक की सामने आई वीडियो से हुआ है। जिसमें वह बता रहा है कि वह यहां पढ़ाई करने आया था मगर उसे धोखे से फौज में भर्ती कर लिया गया और जंग लड़ते समय उसका जुबाड़ा टूट गया है और उसे अस्पताल में रखा गया है।
यहां से उसने निकालने की मांग की है। राज्यसभा सदस्य सतनाम सिंह संधू के अनुसार भारत से करीबन 127 ऐसे युवा सामने आए हैं, जो वहां फंसे थे, इनमें से 98 को वापिस लाया जा चुका है। बाकी के बचे युवकों को लाने के लिए भी सरकार प्रयास कर रही है।
इसके अलावा बूटा सिंह की पंजाब के एक व्यक्ति से वॉट्सऐप काल पर हुई वीडियो भी सामने आई है। जिसमें वह बता रहा है कि जंग में कई लोग मारे गए हैं और कुछेक लापता भी हैं। वह समर नामक युवक के बारे में जानकारी देते हुए बताता है कि उससे पहले मिशन पर गया है। अगले दिन जब वह मिशन पर गए तो उसका दोस्त नहीं मिला है और उसके वॉकी टाकी पर बात भी नहीं हो पा रही है। उसका कहना है कि यहां पर जम्मू कशमीर के अलावा अन्य राज्यों के भी युवा हैं।

43 मिंट की वीडियो जारी कर बूटा सिंह ने कहा है कि कुछ समय पहले वह रशिया में आया था, एस ए स्टूडेंट…. इसके बाद हमें धोखे से रशियन आर्मी में भर्ती कर लिया गया और हमें फ्रंट लाइन पर भेज दिया गया। कुछ समय के बाद वॉर के अंदर मेरे इंजरी हुई और अभी मैं बीस दिन से अस्पताल में हूं, मोस्को आर्मी अस्पताल में हूं अभी मैं! मेरी इंडियन गवर्नमेंट और इंडियन एम्बेसी इन मास्को से रिक्वेस्ट है कि मेरी मदद की जाए और मुझे यहां से निकालकर इंडिया भेजा जाए।
टेंट लगाने और बंकर साफ करने की ड्यूटी पर रख जंग में भेजा एक जानकारी के अनुसार युवकों ने बताया है कि उन्हें टेंट लगाने ओर बंकर आदि साफ करने की बात कहकर काम पर रखा गया था। कहा गया था कि उन्हें जंग में नहीं भेजा जाएगा। मगर अब युवकों को जंग में भेजा जा रहा है। वह बताते हैं कि अकेले पढ़ाई करने गए युवक ही नहीं बल्कि वहां कमाई करने गए युवकों को भी जंग में धकेला जा रहा है। कई लोग तो एजेंटों को पैसे देकर दो नंबर में विदेश गए हुए हैं और उनके पर वहां कागजात भी पूरे नहीं हैं और उन्हें जंग में धकेला जा रहा है। भारत के युवकों को वापिस लाने की उठ रही है मांग भाजपा के प्रवक्ता कुलदीप सिंह धालीवाल के अनुसार प्रदेश के कई लोग भारतीय जनता पार्टी के कई नेताओं से संपर्क कर उक्त लोगों को विदेश से लाने की मांग करते हुए संपर्क कर रहे हैं। इनमें लुधियाना के भी कुछ परिवार शामिल हैं। हमारे पास कुछ पासपोर्ट आए थे, जिन्हें गृह विभाग के पास भेजा जो चुका है। हमारी पार्टी के सदस्य लगातार बूटा सिंह के साथ संपर्क में भी हैं। उनसे उनका सकुशल पूछने के साथ साथ उनसे वहां से अपडेट भी ले रहे हैं। उम्मीद है कि सरकार बूटा सिंह समेत वहां फंसे दर्जन से भी ज्यादा युवकों को जल्द वापिस ले आएगी।