रानियां में सरकार का पुतला फूंकते किसान।
सिरसा जिले के ओटू हेड पर किसानों ने अपनी मांगों को लेकर हरियाणा सरकार का पुतला फूंका। प्रदर्शन के दौरान किसानों ने सरकार विरोधी नारे लगाए और सड़क के बीच पुतला दहन किया। इसके चलते सिरसा-रानियां रोड पर करीब आधे घंटे तक लंबा जाम लग गया।
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किसान पिछले तीन दिनों से ओटू हेड पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं। पुतला दहन से पहले भी किसानों ने हरियाणा सरकार और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर अपना रोष व्यक्त किया था।
डीसी और एसई को सौंपा था ज्ञापन
किसान नेता प्रकाश सिंह ममेरां ने बताया कि धरने पर बैठने से पहले उन्होंने जिला उपायुक्त और सिंचाई विभाग के एसई को ज्ञापन सौंपा था। उन्होंने 15 दिन का समय दिया था, लेकिन कोई आश्वासन नहीं मिलने के कारण उन्हें मजबूरन यह धरना शुरू करना पड़ा।

सिरसा-रानियां रोड पर लगा जाम।
ड्रेन का पानी घग्घर नदी में डालने की मांग
किसानों की मुख्य मांगों में साउथ घग्घर कैनाल और ढाणी शेरां फलड़ी माइनर में सेम के पानी की बजाय घग्घर नदी का पानी डालना शामिल है। इसके अतिरिक्त वे हिसार-घग्घर ड्रेन की खुदाई, तटबंधों को मजबूत करने, ओटू हेड पर लिफ्ट इरिगेशन सिस्टम लगाकर ड्रेन का पानी घग्घर नदी में डालने और ओटू हेड की खुदाई की मांग कर रहे हैं।
आज भी खेतों में 3-4 फीट पानी
किसानों का कहना है कि हिसार-घग्घर ड्रेन की सफाई न होने के कारण उन्हें काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा है। ड्रेन टूटने से कई गांवों की फसलें डूब गईं और लोगों को बेघर भी होना पड़ा। आज भी कई खेतों में 3-4 फीट पानी भरा हुआ है, जिससे पूरे पैंतालीसा क्षेत्र में बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है। किसानों ने चेतावनी दी कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी, तब तक वे धरने पर बैठे रहेंगे।
कल सिंचाई विभाग के एसई का पुतला फूकेंगे
उन्होंने कहा कि आज हरियाणा सरकार का पुतला फूंका गया है, तो कल सिंचाई विभाग के एसई का भी पुतला फूंका जाएगा। किसानों ने आरोप लगाया कि कोई भी अधिकारी उनकी मांगें जानने के लिए नहीं आया। उन्होंने हिसार-घग्घर ड्रेन पर चार साल में 8 करोड़ रुपए की लागत से बनाए गए साइफन पर सवाल उठाते हुए नहरी विभाग से इसकी जांच की मांग की है।