नशा छुड़ाओं केंद्र का निरीक्षण करते हुए डीसी और कमिश्नर।
पंजाब में फरीदकोट के डिविजनल कमिश्नर मनजीत सिंह बराड़ और डिप्टी कमिश्नर पूनमदीप कौर ने सिविल अस्पताल फरीदकोट में चल रहे नशा छुड़ाओ केंद्र का जायजा लिया और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से नशा त्यागने के इच्छुक लोगों के इलाज, दवा परामर्श आदि के बारे मे
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अधिकारियों से बातचीत करते डिविजनल कमिश्नर।
नशे को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध
इस अवसर पर कमिश्नर मनजीत सिंह बराड़ ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा नशे के खात्मे तथा नशे के आदी लोगों के इलाज व पुनर्वास के लिए बड़े कदम उठाए जा रहे हैं और इस अभियान की सफलता के लिए समाज के सभी वर्गों का सहयोग जरूरी है ताकि नशे के आदी लोगों का सफल इलाज कर उन्हें मुख्यधारा में लाया जा सके। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार राज्य में सभी प्रकार के नशे को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है।
दवा विक्रेताओं के साथ बैठक
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से ओट सेंटरों, नशामुक्ति केंद्रों में मरीजों के इलाज के लिए और अधिक प्रयास करने की हिदायतें दी। उन्होंने कहा कि दवा विक्रेताओं के साथ बैठक कर नशे के उन्मूलन के लिए उनका भी सहयोग लिया जाए। इस मौके पर डिप्टी कमिश्नर पूनमदीप कौर ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा नशे के खिलाफ अभियान के तहत उन्होंने दूसरी बार केंद्र का दौरा किया है।

केंद्र में सुविधाओं का जायजा लेते हुए डीसी।
मुफ्त में किया जा रहा इलाज
केंद्र में प्रतिदिन लगभग 300 मरीजों का ओपीडी होती है और उन्हें दवाएं बिल्कुल मुफ्त दी जा रही है। उन्होंने समाज के हर वर्ग से नशे के आदी लोगों का इलाज करवाने में प्रशासन की मदद करने का आहवान किया। सिविल सर्जन डॉ. चंद्र शेखर कक्कड़ ने कहा कि जिले में रोजाना करीब 1200 नशेडिय़ों की जांच की जाती है। 14 ओट सेंटरों और 2 नशा छुड़ाओ केंद्रों में करीब 12,626 नशे के आदी लोग पंजीकृत हैं, जिनका इलाज मुफ्त किया जा रहा है।