4 people arrested for attempting religious conversion in Rajasthan | राजस्थान में धर्मांतरण का प्रयास, 4 लोग हिरासत में: 120 से ज्यादा आदिवासियों को दे रहे थे प्रवचन, धर्मिक पुस्तकें और प्रचार सामाग्री मिली – reodar News

Actionpunjab
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सिरोही जिले के रेवदर क्षेत्र में धर्म परिवर्तन के लिए प्रवचन सभा का मामला सामने आया है। विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और चार लोगों को हिरासत में लिया जबकि एक व्यक्ति मौके से फरार हो गया।

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विश्व हिंदू परिषद के गौ रक्षा प्रांत कार्यकारिणी सदस्य रणछोड़ पुरोहित ने बताया- रेवदर के करोटी में अनवर नागौरी के कृषि कुएं पर गुरुवार रात करीब 10 बजे प्रवचन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें आदिवासी समाज के लोगों को बहला फुसलाकर बुलाया गया और उनका धर्म परिवर्तन करवाने की कोशिश की गई।

पुरोहित ने बताया कि कार्यकर्ताओं की सूचना के बाद हम लोगों ने पुलिस को सूचना दी और मौके पर पहुंचे। जहां 100-120 आदिवासी महिला-पुरुषों को बैठाकर धर्म विशेष पर आधारित प्रवचन दिए जा रहे थे।

पुलिस ने इन चार लोगों को हिरासत में लिया है।

पुलिस ने इन चार लोगों को हिरासत में लिया है।

धार्मिक किताबें मिली

एएसआई रमेश दान चारण ने बताया- मौके से चार लोगों निचली सिगरी के रहने वाले गजेंद्र खराड़ी, करेल (उदयपुर) के रहने वाले ललित, लंकेश और झामर (आबूरोड) के रहने वाले भारमाराम को हिंदू धर्म के खिलाफ भ्रामक जानकारी देते हुए पकड़ा गया। इनके पास से ईसाई धर्म की धार्मिक पुस्तकें भी बरामद की गई। एएसआई रमेश दान चारण ने बताया- प्रवचन देने वाले लोगों ने दावा किया कि वे बीमारियों को ठीक करने का काम करते हैं। मौके पर हिंदू संगठनों और प्रवचनकर्ताओं के बीच विवाद बढ़ गया और मारपीट की स्थिति बन गई। जिस पर पुलिस ने नियंत्रित किया।

धर्म प्रचारकों को हिरासत में लेने के बाद लोग देर रात थाने के बाहर इकट्ठा हो गए।

धर्म प्रचारकों को हिरासत में लेने के बाद लोग देर रात थाने के बाहर इकट्ठा हो गए।

पुलिस थाने में जुटे ग्रामीण, रिहा करने की मांग पर अड़े चार लोगों को हिरासत में लेने के बाद रात में ही आदिवासी महिला-पुरुष बड़ी संख्या में पुलिस थाने के बाहर इकट्ठा हो गए। उन्होंने गिरफ्तार किए गए लोगों को रिहा करने की मांग की। लोगों ने पुलिस से कहा- ‘अगर इन्हें नहीं छोड़ा तो हम खाना कैसे खाएंगे? हमारे तो दो ही ईश्वर हैं- एक ऊपर वाला और दूसरे वे, जिन्हें आपने थाने में बंद कर रखा है। वे खाएंगे तो ही हम लोग खाना खाएंगे।

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