कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा ने विधानसभा में कहा कि जनहित के मामलों में स्वीकृति नहीं देना और अटकाए रखना वन विभाग की आदत सी बन गई है।
कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा ने विधानसभा में कहा कि जनहित के मामलों में स्वीकृति नहीं देना और अटकाए रखना वन विभाग की आदत सी बन गई है। जबकि ऐसे मामलों में आम जन के लाभ और विकास की आवश्यकता को दृष्टिगत रखते हुए सकारात्मक दृष्टिकोण से काम करना चाहिए।
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मंगलवार को विधानसभा में तारांकित प्रश्न के उत्तर पर मांग उठाते हुए उन्होंने कहा कि वन विभाग ने चंबल में क्रूज संचालन की अनुमति लटका रखी है। मुकुंदरा में फिल्मांकन को अनुमति नहीं दी, जबकि कोटा में पर्यटन के विकास में यह बड़े काम सिद्ध होंगे इसलिए इन्हें तत्काल स्वीकृति दिलवाई जाए। इसी प्रकार चंबल नदी के दोनों ओर 1-1 किलोमीटर तक अभ्यारण्य का क्षेत्र माना गया है। जिसके कारण शिवपुरा, श्याम नगर जैसे आबादी क्षेत्रों में लोगों को पट्टे नहीं मिल पा रहे हैं। इन पुराने आबादी क्षेत्रों को भी अभ्यारण्य से मुक्त करवाया जाए।
विधायक शर्मा ने चंबल नदी में गिरने वाले नालों से चंबल घडियाल अभ्यारण्य में जलीय जंतुओं पर पड़े रहे दुष्प्रभाव एवं इस विषय में वन विभाग द्वारा किए जा रहे प्रयासों पर प्रश्न पूछा था। जिस पर वन मंत्री संजय शर्मा ने उन्हें बताया कि इस मामले में भारतीय वन्य जीव संस्थान देहरादून से परीक्षण करवाया जा रहा है।
चंबल में क्रूज संचालन के मामले में पर्यटन मंत्री एवं उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने अन्य सभी स्वीकृतियां हमें दिलवा दी। फिर भी वन विभाग ने स्वीकृति रोक रखी है। मुकंदरा के जंगलों में आईफा अवार्ड समारोह समिति की फिल्म शूटिंग को अनुमति विभाग ने नहीं दी। हमारे गराड़िया महादेव के दर्शन के लिए 200 रूपये देने पड़ते हैं। इसलिए मंत्री महोदय इन लोकहितों के काम है। उन पर सकारात्मक रूख रखकर कार्य करेंगे। वन मंत्री संजय शर्मा ने उन्हें भरोसा दिलाया कि वन विभाग से जो भी स्वीकृति चाहिए उसे विभाग के परिवेश पोर्टल पर आवेदन करवा दिया जाये, विभाग आगे बढ़कर उस पर एनओसी देगा।