फरीदाबाद लोकसभा से सांसद और केन्द्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर
हरियाणा के फरीदाबाद की लोकसभा सीट से सांसद और केन्द्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि जिन गानों से समाज में आपसी द्वेष बढ़ता है और किसी की आजादी का हनन होता है ऐसे गानों पर बैन लगना ही चाहिए। मंत्री ने ये बयान में इस तरह के गानों पर लग रहे बैन का समर्थन कर द
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हरियाणा में गन कल्चर को लेकर विवाद लगातार जारी है। इस विवाद को लेकर अलग अलग राजनेताओं की अलग- अलग राय निकलकर सामने आ रही है। कुछ इस बैन का समर्थन कर रहे तो कुछ कलाकारों के समर्थन में दिखाई दे रहे है। हरियाणा में कैबिनेट मंत्री अरविन्द शर्मा सहित कैबिनेट मंत्री कृष्ण बेदी ने अपने बयानों में हरियाणवी गायकों का समर्थन किया है। जबकि सीएम नायब सैनी, हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ,मंत्री विपुल गोयल, डिप्टी स्पीकर डॉ. कृष्ण मिड्ढा,कांग्रेस विधायक कुलदीप वत्स गानों पर लगी रोक का समर्थन पहले ही कर चुके है।

केन्द्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर
केन्द्रीय मंत्री ने बैन को बताया सही
रविवार को पलवल में पहुंचे केन्द्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने भी अपने बयान में इस तरह के गीतों पर लगी रोक का खुलकर समर्थन किया। गुर्जर ने अपने बयान में कहा कि अगर किसी गाने से समाज में आपसी द्वेष बढ़ता है और किसी की आजादी का हनन हो रहा है तो उस पर बैन लगना ही चाहिए। मंत्री ने मासूम शर्मा सहित दूसरे कलाकारों के गानों पर लगे बैन को पूरी तरह ठीक बताया है। मंत्री ने कहा कि युवाओं को समाज की अच्छी धारा से जोड़ने की जरूरत है। इस तरह के गानों से युवा पर गलत प्रभाव पड़ता है।
इन गायकों के गाने बैन हुए
हरियाणा सरकार की ओर से गन कल्चर को बढ़ावा देने वाले गानों पर कार्रवाई का सिलसिला लगातार जारी है. पहले सिंगर मासूम शर्मा, नरेंद्र भगाना और अंकित बालियान के गानों पर बैन लगा था। वहीं अब फेमस हरियाणवी गायक अमित सैनी रोहतकिया का गाना भी यूट्यूब से हटा दिया गया है।
अमित सैनी रोहतकिया का गाना “हम जिस्सा लेवण आ रहे, तेरा एफिडेविट ना चाहिए जो उनके ऑफिशियल चैनल पर 10 माह पहले अपलोड किया गया था, अब यूट्यूब पर मौजूद नहीं है। इस गाने को 10 मिलियन से अधिक व्यूज मिले थे। यूट्यूब पर जब इस गाने को ओपन किया जाता है, तो एक मैसेज दिखाई देता है, जिसमें लिखा है कि सरकार की ओर से कानूनी शिकायत के कारण यह इस देश डोमेन पर उपलब्ध नहीं है।