ये चित्र 28 मार्च का है। इसी बोर्ड में पुश्ता रोड पर एलिवेटेड एक्सप्रेस वे बनाने को लेकर चर्चा की गई। जिस पर अब मुहर लगी है।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी और नोएडा एक्सप्रेस वे के ट्रैफिक को कंट्रोल करने के लिए यमुना पुश्ता पर एलिवेटेड का निर्माण उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) करेगा। निर्माण में जितना भी खर्च आएगा उसका वहन नोएडा, ग्रेट
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नोएडा प्राधिकरण की बोर्ड बैठक में चर्चा के बाद इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई है। सिचाई विभाग से एनओसी मिलने के बाद योजना की डीपीआर तैयार की जाएगी। इसमें थोड़ा संशोधन भी होगा।
सिर्फ एलिवेटेड ट्रैक पर बनेगा एक्सप्रेस वे पहले ये एक्सप्रेस 6 लेन का एलिवेटेड और आठ लेन ऑन ग्राउंड बनाया जाना था। लेकिन अब इसे सिर्फ एलिवेटेड ही बनाया जाएगा। इसकी वजह यमुना के डूब क्षेत्र में बने फॉर्म हाउस और अवैध कंस्ट्रक्शन है। अगर इसे ऑनग्राउंड बनाया जाएगा तो अवैध निर्माण को बढ़ावा मिलेगा।
ऐसे में इसे सिर्फ एलिवेटेड छह लेन का ही बनाएंगे। इसके बनने से दिल्ली, फरीदाबाद के लोग सीधे इंटरनेशनल एयरपोर्ट जा सकेंगे। उनको नोएडा एक्सप्रेस वे पर जाने की आवश्यकता नहीं होगी।

सेक्टर-6 स्थित नोएडा प्राधिकरण का प्रशासनिक खंड का कार्यालय
नोएडा के एरिया में सबसे ज्यादा होगा एलिवेटेड प्राधिकरण का विचार था कि इस एलिवेटेड का निर्माण एनएचएआई करे। इसके लिए इसे पहले एनएच घोषित कराने की मांग की गई थी। लेकिन बाद में बोर्ड में चर्चा की गई कि इस एलिवेटेड का लाभ नोएडा , ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेस वे प्राधिकरण को होगा।
ये तीनों मिलकर इसका निर्माण करा सकती है। हालांकि सबसे ज्यादा हिस्सा नोएडा प्राधिकरण क्षेत्र में करीब 24 किमी का होगा। ऐसे में खर्चे का प्रतिशत सबसे ज्यादा नोएडा को वहन करना पड़ सकता है।
एयरपोर्ट की दिल्ली से सीधे कनेक्टिविटी दरअसल ये एक्सप्रेस वे छह लेन एलिवेटेड होगा। ये ओखला बैराज से हिंडन यमुना होते हुए यमुना एक्सप्रेस वे तक जाएगा। ये नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए दिल्ली से सीधे कनेक्टिविटी भी होगी। इसका फायदा तीनों प्राधिकरण नोएडा, ग्रेटर-नोएडा और यमुना एक्सप्रेस वे को होगा।
प्राधिकरण सीईओ लोकेश एम ने बताया कि बोर्ड में चर्चा के बाद जो भी निर्णय आया है उसका उसका पालन किया जाएगा। ये लिंक ट्रैफिक लोड को देखते हुए बहुत अहम है।

इसी एक्सप्रेस वे से सीधे मिलेगी कनेक्टिविटी
क्या है योजना इसे समझे वर्तमान में नोएडा ग्रेटर नोएडा को जोड़ने के लिए एक्सप्रेस वे है। ये एक्सप्रेस वे जीरो पाइंट पर यमुना एक्सप्रेस वे को जोड़ता है। प्राधिकरण का प्लान है यमुना पुश्ता रोड पर एक एलिवेटेड वे बनाया जाए। जोकि हिंडन यमुना दोआब होते हुए हिंडन नदी को पार करते हुए यमुना एक्सप्रेस वे तक जाएगा।
दो स्थानों पर प्रवेश और निकास के लिए लूप या अंडरपास बनाने की आवश्यकता होगी। यानी लूप या अंडरपास सेक्टर-168 एफएनजी को कनेक्ट करने के लिए। दूसरा सेक्टर-150 में सेक्टर-149ए व सेक्टर-150 के बीच 75 मीटर चौड़ी सड़क को कनेक्ट करेगा।
क्यो पड़ रही जरूरत प्राधिकरण ने बताया- वर्तमान में एक्सप्रेस वे के दोनों ओर औद्योगिक संस्थागत और वाणिज्यिक क्षेत्र तेजी से विकसित हो रहे है। इसके अलावा यमुना एक्सप्रेस वे लखनऊ एक्सप्रेस वे, पूर्वांचल एक्सप्रेस वे आदि के कारण नोएडा एक्सप्रेस वे पर भार बढ़ा है।
साथ ही नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनने से यहां वाहनों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी होगी। इस स्थिति यमुना पुश्ता पर एक्सप्रेस वे समानांतर एलिवेटेड रोड ट्रैफिक के लोड को कम करेगी। साथ ही वाहन चालकों को जाम नहीं झेलना होगा।

लिंक रोड पर लगने वाले जाम से निजात मिलेगा।
इससे होगा ये फायदा इस रोड के बनने से दिल्ली हरियाणा की ओर जाने वाली व ग्रेटर नोएडा यमुना एक्सप्रेस वे एवं अन्य शहरों को जाने वाला यातायात नोएडा में बिना प्रवेश किए उक्त एक्सप्रेस वे से सीधे गुजर जाएगा। भविष्य में इंटरनेशनल एयरपोर्ट की ओर जाने वाला ट्रैफिक सुगम होगा। आगरा ,लखनऊ के जाने वाले लोगों को आसानी होगी। प्रदूषण पर नियंत्रण किया जा सकेगा।