हरियाणा के नारनौल में उड़ीसा के रिटायर्ड डीजीपी से जानकार बनकर पैसे ठगने के मामले में कार्रवाई करते हुए साइबर थाना की पुलिस टीम ने एक आरोपी को एटा यूपी से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी की पहचान रतनलाल वासी बिजोरी जिला एटा यूपी के रूप में हुई। साइबर
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अटेली के गांव कांटी निवासी उड़ीसा के रिटायर्ड डीजीपी दृगपाल सिंह चौहान ने साइबर थाना में दी ठगी की शिकायत में बताया कि 21 अप्रैल को वह घर पर था कि उसके पास सुबह वॉट्सऐप काल आई, जिसने जानकार बताते हुए कहा कि वह कनाडा से बोल रहा है। उसने बार-बार काल करके शिकायतकर्ता को विश्वास में लेकर कहा कि थोड़े दिन बाद 5 मई, 2025 को वह भारत वापिस आ रहा है। उसके पास 16 लाख रुपए हैं, जो वह शिकायतकर्ता के बैंक खाता मे डाल देगा और भारत आने पर वापिस ले लेगा। कॉलर ने शिकायतकर्ता के पास 16,15,000 रुपए ट्रांसफर करने बारे ट्रांसफर रसीद भी भेज दी।
मुंबई हैड आफिस का नाम ले किया फर्जी काॅल
उसके थोड़ी देर बाद उसके पास एक काल आई जिसने कहा कि वह एक्सिस बैंक हैड क्वाटर मुम्बई से बोल रहा है और कहा कि आपके बैंक खाता मे कनाडा से 16,15,000 रुपए आए हैं और वह कुछ पूछताछ कर कहा कि 24 घंटे बाद यह पैसा आपके बैंक खाता मे क्रेडिट हो जायेगा। जिसके बाद उस व्यक्ति की वॉट्सऐप काल आई और कहा कि भारत मे उसके एक जानकार हरजीत सिंह की पत्नी बीमार है और हॉस्पिटल में एडमिट है, जिसको 11.30 बजे से पहले चार लाख रुपए अस्पताल मे जमा करवाने हैं। फिर कुछ देर बाद अन्य नंबर से वॉट्सऐप काल आई, जिसने अपना नाम हरजीत सिंह बताया औऱ कहा कि जितनी जल्दी हो सके उसके बैंक खाता मे रुपए जमा करवा दे। शिकायतकर्ता ने उनकी बातों मे आकर कॉलर के बताये अनुसार बैंक खाता में चैक के माध्यम से चार लाख रुपए RTGS करवा दिए। उसके बाद साइबर ठगों ने 2 लाख रुपए ओर भेजने को कहा, इस पर शिकायतकर्ता को शक हुआ और साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करके शिकायत दर्ज करवा दी। साइबर थाना की टीम ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।