पाकिस्तानी ड्रोन हमले में मारी गई फिरोजपुर की महिला सुखविंद्र कौर।
भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान 9 मई की रात फिरोजपुर के गांव खाई फेमे में ड्रोन हमले में एक ही परिवार के 3 सदस्य घायल हो गए थे। इस हादसे में महिला सुखविंद्र कौर 100 प्रतिशत तक झुलस गई थी। आज लुधियाना के डीएमसी अस्पताल में महिला ने इलाज के दौरान दम तोड़
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वहीं महिला के बेटे सोनू का इलाज फिरोजपुर के बागी अस्पताल में चल रहा है। महिला की मौत के बाद पूरा गांव सदमे मे हैं। परिवार को शुरुआत में फिरोजपुर के बागी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। इसके बाद गंभीर हालात को देखते हुए पंजाब सरकार के हस्तक्षेप के बाद बुरी तरह झुलसे पति-पत्नी को लुधियाना के डीएमसी में भर्ती करवाया गया था। डीएमसी में उपचार के बाद महिला ने आज मंगलवार को दम तोड़ दिया।

ड्रोन हमले के बाद जला घर और आप बीती बताया लखविंदर सिंह।
सिलसिलेवार ढंग से पढ़िए पूरा मामला…
पहले हादसे के बारे में जानिए…
- 9 मई को घर पर पाकिस्तानी ड्रोन गिरा: 7 मई को भारत की ओर से ऑपरेशन सिंदूर की कार्रवाई के बाद पाकिस्तान की ओर से सीमा पर गोलीबारी की गई और ड्रोन व मिसाइलों से हमले किए। इसी दौरान पंजाब में पाकिस्तान की सीमा से सटे जिले फिरोजपुर के गांव खाई फेमे के एक घर पर पाकिस्तानी ड्रोन गिरा।
- मकान की छत में छेद हुआ, आग लगी: यह घर लखविंदर सिंह का था। ड्रोन गिरने से मकान की छत में छेद हो गया। इसके बाद ड्रोन कार पर गिरा था, जिससे आग भड़क गई। इसमें लखविंदर सिंह, उनकी पत्नी सुखविंदर कौर और बेटा सोनू बुरी तरह झुलस गए।
- सरकारी अस्पताल में इलाज नहीं मिला: हादसे में आंगन में खड़े पशु भी आग की चपेट में आ गए। इसके बाद पड़ोसियों ने घायलों को एम्बुलेंस की मदद से सिविल अस्पताल पहुंचाया। हालांकि, वहां बर्न यूनिट नहीं थी, इसलिए घायलों को अनिल बागी अस्पताल ले जाया गया।
- निजी अस्पताल ने एडवांस में रुपए मांगे: यहां घायलों के इलाज से पहले ही डॉक्टर ने 40 हजार रुपए जमा करने के लिए बोला। परिवार के सदस्यों का उपचार जरूरी था, इसलिए तीमारदारों ने रिश्तेदारों से मांगकर पैसे इकट्ठे किए और अस्पताल को दिए।
- पंजाब सरकार के मंत्रियों ने दौरा किया : हादसे के बाद अगले दिन पंजाब सरकार के मंत्रियों ने अस्पताल का दौरा किया। पंजाब के कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुंडिया 10 मई को फिरोजपुर पहुंचे और घायलों से मुलाकात की और ऐलान किया कि इलाज का पूरा खर्च सरकार उठाएगी।
- लुधियाना के डीएमसी रेफर किया गया : इसके बाद घायल पति-पत्नी को गंभीर हालत के चलते पंजाब के डीएमसी अस्पताल में रेफर कर दिया। इसके बाद भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सुनील जाखड़ सहित कई नेताओं ने डीएमसी अस्पताल का दौरा किया था।

फिरोजपुर का बागी अस्पताल जहां घायलों का इलाज किया गया।
खुंडिया ने कहा था-सरकार उठाएगी पूरा खर्च
दैनिक भास्कर ने मंत्री खुंडिया से बात की तो उन्होंने बताया ” घायलों को बेहतर इलाज के लिए लुधियाना के डीएमसी इलाज में भर्ती करवाया जा रहा है। इलाज का पूरा खर्च सरकार उठाएगी। मंत्री ने कहा था कि पंजाब सरकार के मुख्यमंत्री भगवंत मान के कहने पर उन्होंने अस्पताल का दौरा किया और बेहतर इलाज के लिए इनको लुधियाना शिफ्ट किया जा रहा है।
फिरोजपुर सांसद बोले- ऐसा नहीं होना चाहिए था पंजाब फिरोजपुर के सांसद शेर सिंह घुमाया ने कहा कि ” जो यह घटनाक्रम हुआ वह दुखद है। मैं पीड़ित परिवार के घर भी गया और हालात का जायजा भी लिया। कार पूरी तरह जल चुकी थी। अस्पताल जाकर पता किया तो डॉक्टर ने कहा कि मिया-बीवी 75 प्रतिशत से ज्यादा झुलस गए हैं और उनको लुधियाना रेफर कर दिया गया है।
70 से 100 प्रतिशत तक झुलस चुका है दंपती हादसे में घायल परिवार के 3 सदस्यों में माता-पिता और बेटा है। पिता लखविंदर सिंह खेती करके परिवार का गुजारा करते हैं। हादसे में लखविंदर सिंह 70 प्रतिशत तक झुलस गए। इसके अलावा पत्नी सुखविंद्र 100 प्रतिशत झुलस चुकी है और दोनों पति-पत्नी की हालत नाजुक बनी हुई है।
वहीं बेटा सोनू की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। लखविंदर और सुखविंद्र को इलाज के लिए लुधियाना के डीएमसी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। वहीं बेटे सोनू का इलाज फिरोजपुर के बागी अस्पताल में चल रहा है।