कृपा कृष्ण ‘केके’ | गाजीपुर1 मिनट पहले
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भीम आर्मी आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने गाजीपुर में प्रबुद्ध सम्मेलन को संबोधित किया।
भीम आर्मी आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने गाजीपुर में प्रबुद्ध सम्मेलन को संबोधित किया। उन्होंने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव और 2027 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर चर्चा की।
आजाद ने कहा कि राजनीति में पिछले 15 साल का सूखा बसपा की वजह से है। उन्होंने कहा कि अगर यह सूखा नहीं होता तो उनकी पार्टी की जरूरत नहीं पड़ती। यह स्थिति लोकसभा चुनाव में भी दिखी।
उन्होंने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए। कहा कि कानून व्यवस्था होती तो मुख्यमंत्री इतनी सुरक्षा लेकर नहीं घूमते। आजाद ने कहा कि जनता इससे मुक्ति चाहती है और आजाद समाज पार्टी एक विकल्प के रूप में सामने आई है। उन्होंने 2027 में 403 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का संकेत दिया।

गठबंधन पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि उनका गठबंधन सिर्फ जनता से है। अखिलेश यादव के साथ फोटो और वीडियो वायरल होने के सवाल को उन्होंने जनता के मुद्दों से भटकाव बताया।
पहलगाम हमले और सीजफायर पर उन्होंने सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि बिहार के तीन जवानों की जान जाने के बाद भी स्थिति में सुधार नहीं हुआ है। आजाद ने इस मुद्दे पर संसद में विशेष सत्र बुलाने की मांग की।
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए उन्होंने घोषणा की कि आजाद समाज पार्टी अपने दम पर चुनाव लड़ेगी। उन्होंने सेना में जाति आधारित राजनीति का विरोध किया। आजाद ने कहा कि सेना की कोई जाति और धर्म नहीं होता। हमें किसी भी तरह से सेना का अपमान नहीं करना चाहिए।

सरकार की नीतियों पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार जनहित की बजाय पूंजीपतियों के हित में नीतियां लागू करती है। जाति जनगणना के मुद्दे पर उन्होंने मांग की कि सरकार इसकी समय सीमा तय करे। उनका कहना था कि बिना समय सीमा के यह घोषणा चुनावी जुमला बन जाएगी।
संविदा कर्मचारियों के मुद्दे पर बोलते हुए आजाद ने कहा कि उनकी सरकार आने पर संविदा कर्मियों की नौकरी स्थायी की जाएगी। उन्होंने निजी क्षेत्र में आरक्षण बिल का जिक्र करते हुए कहा कि यह बिल नहीं बल्कि एक सच्चाई थी।