जैसलमेर। तेज धूप व लू से बचाव के जतन।
जैसलमेर में हीटवेव का दौर फिर से शुरू हो चुका है। सुबह से ही गर्म हवाओं का दौर शुरू हो जाता है जो दोपहर में और भी ज्यादा झुलसा देता है। लोग गर्मी से बचने के जतन करते नजर आ रहे हैं। दिन के साथ रात में भी गर्मी से राहत नहीं मिल रही है।
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मौसम विभाग के अनुसार आगामी 3-4 दिनों तक हीटवेव व भीषण गर्मी से राहत की संभावना नहीं है। ऐसे में आगामी दिन मुश्किल भरे होने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार तापमान 47 डिग्री तक जाने की संभावना है। मौसम विभाग ने अगले तीन दिन हीटवेव का यलो अलर्ट जारी किया है।

गर्मी से बचाव करते ग्रामीण।
तीन दिन चलेगी हीटवेव
जैसलमेर जिले में मंगलवार को पारा 45 डिग्री के करीब पहुंच गया। मंगलवार को दिन के पारे में 0.5 डिग्री की बढ़ोतरी हुई। वहीं रात के पारे में 0.4 डिग्री की गिरावट हुई। अधिकतम तापमान 44.7 डिग्री व न्यूनतम तापमान 27.6 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने आगामी तीन दिनों तक जिले में हीटवेव की चेतावनी दी है। कृषि मौसम वैज्ञानिक अतुल गालव ने बताया कि 23 मई तक जिले में हीटवेव का यलो अलर्ट है। उसके बाद हीटवेव से राहत मिलने की संभावना है। हालांकि प्रदेश के कुछ इलाकों में आंधी-बारिश की संभावना है। लेकिन पश्चिमी जिले जैसलमेर में हीटवेव बेहाल करेगी।
लू से बचाव की एडवाइजरी जारी
गर्मी व लू तापघात होने से आमजन चपेट में आ सकते हैं। इससे बचाव के लिए हेल्थ डिपार्टमेंट ने एडवाइजरी जारी की है। CMHO डॉ.राजेंद्र पालीवाल ने बताया कि धूप में बाहर निकलने से बचें। निकलना जरुरी हो तो शरीर को पूरी तरह ढकें। सफेद या हल्के रंग के ढीले सूती कपड़े पहनें। भीड़भाड़ और गर्म कमरों से दूर रहें। बिना खाए बाहर न जाएं। गर्दन, कान और सिर को गमछे या तौलिये से ढकें। चश्मा और छतरी का उपयोग करें। अधिक मात्रा में पानी पिएं। नींबू पानी, नारियल पानी और ज्यूस जैसे पेय पदार्थों का सेवन करें।

दोपहर में तेज धूप सबको परेशान कर रही है।
शरीर में पानी और लवण की कमी से लू लगने की आशंका बढ़ जाती है। इसके लक्षणों में सिर दर्द, सिर भारी लगना, अधिक प्यास लगना, थकावट, जी मिचलाना, चक्कर आना, शरीर का तापमान बढ़ना, पसीना बंद होना, मुंह लाल होना, त्वचा सूखना और बेहोशी शामिल हैं। ऐसे में मरीज को तुरंत छायादार स्थान पर ले जाकर कपड़े ढीले कर लिटा देना चाहिए। होश में आने पर ठंडा पेय पदार्थ और जीवन रक्षक घोल देना चाहिए। यदि इन उपायों के बाद भी मरीज की हालत न सुधरे तो उसे तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाएं या 108 पर कॉल करें।