सिरसा के सिविल लाइन थाना के पीछे नाई वाली ढाणी में पराली के स्टॉक में आग लग गई।
सिरसा में बुधवार शाम से ही मौसम में अचानक बदलाव आया। रात 8 बजे ही तेज ठंडी हवाएं चलना शुरू हुई। इस रात्रि को आए तुफान या तेज आंधी के चलते पर्यावरण एवं अन्य काफी नुकसान हुआ। जिलेभर में तीन से चार जगह पर आग लग गई है। तेज हवा के कारण आग ज्यादा भड़क
.
गई और जल्दी से काबू भी नहीं पाया गया। सिविल लाइन थाना के पीछे नाई वाली ढाणी एरिया में पराली के ढेर में भयंकर आग लग गई, जिस दमकल की छह गाड़ियों से भी काबू नहीं पाया गया।
जानकारी के अनुसार नाई वाली ढाणी में पराली का स्टाक किया हुआ था, जिसमें आग लगने से भड़क गई। आग भयंकर होने के कारण रात करीब साढ़े 10 बजे तक दमकल की टीम आग
बुझाने में लगी रही। करीब सात गाड़ी आधे घंटे के अंतरात में जा चुकी थी। तब भी आग पर काबू नहीं पाया जा सका। ऐसे में पराली जलने से लाखों रुपए का नुकसान हो गया।
दमकल विभाग और पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बुधवार रात करीब साढ़े आठ बजे के बाद तेज हवाएं चलनी शुरू हुई। तभी से पेड़ गिरने और बिजली की लाइन डैमेज होना शुरू हो
गई। इसके अलावा आंधी के चलते तीन से चार जगह पर आग लग गई। सभी जगह दमकल की गाड़ियां भेजी हुई है। जल्द आग पर काबू पाया जाएगा। वहीं कई जगह पर काफी पेड़ टूट गए, जिससे रास्तों पर अवरोधक यानी बंद हो गए। लोगों व वन विभाग की टीम ने टूटे पेड़ों से रास्तों से हटाया।

सिरसा के डबवाली में आंधी के बाद रोड पर गिरा पेड़।
आसपास के लोगों ने की मदद
हालांकि, आग लगाने के बाद लोगों ने सूचना तुरंत दमकल विभाग व प्रशासन को दी। इसके बाद दमकल कर्मी गाड़ियां लेकर पहुंचे। साथ ही आसपास के लोगों ने भी आग बुझाने में मदद की।
ऐसे में आग ज्यादा लगने से लोगों में भगदड़ मच गई।
बिजली निगम को भी हुआ नुकसान
जिलेभर में बुधवार रात को आई आंधी के बाद बिजली निगम को भी नुकसान हुआ। कुछ जगह पर बिजली के खंभे टूट गए और लाइनें डैमेज हो गई। इस कारण कई एरिया में बिजली की सेवाएं
भी बाधित रही। निगम की टीम भी उनको दुरुस्त करने में जुटी रही।

सिरसा में तेज आंधी के चलते रानियां में बस स्टैंड के बाहर रोड़ पर उड़ते कागज व मिट्टी का कोहरा छाया।
जिले में यहां-यहां लगी आग
सिविल लाइन पुलिस थाना के पीछे नाई वाली ढाणी एरिया में पराली के स्टॉक में
रूपावास में प्लॉट में लकड़ियों में लगी आग
गांव पंजुवाना में एक मैरिज प्लेस के पास पशुचारा तुड़ी में।