मोबाइल और सोशल मीडिया से 15 करोड़ ठगने वाले आरोपी पुलिस गिरफ्त मे।
मोहाली में पंजाब पुलिस ने 7 नाइजीरियन नागरिकों को गिरफ्तार किया है। ये एक किराए के मकान में फर्जी कॉल सेंटर चलाकर सोशल मीडिया के ज़रिए लोगों को ठगते थे। इन्होंने अश्लील चैट दिखा कर शादीशुदा व्यक्तियों को ब्लैकमेल कर 15 करोड़ रुपए ठगे थे। पुलिस ने BNS
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मोहाली के एसएसपी हरमनदीप हंस ने कहा कि आरोपियों को डीएसपी रुपिंदरदीप कौर सोही की सुपरविजन में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी खुद को फेसबुक पर कभी पायलट तो कभी इंजीनियर बताते थे।

आरोपियों के पास से पुलिस ने किए मोबाइल फोन बरामद।
फेसबुक पर बनाते थे फर्जी प्रोफाइल
एसएसपी हरमनदीप ने कहा कि ठग फेसबुक और इंस्टाग्राम पर फर्जी विदेशी प्रोफाइल बनाते थे। फिर महिलाओं और पुरुषों को दोस्त बनाकर भरोसे में लेते और उन्हें महंगे गिफ्ट या डॉलर भेजने का झांसा देते। बाद में कस्टम या टैक्स के नाम पर पैसे मंगवाते। अगर कोई उनके जाल में नहीं फंसता तो आरोपियों ने कई मामलों में शादीशुदा लोगों को उनकी अश्लील चैट या फोटो दिखाकर ब्लैकमेल भी किया।
मोहाली साइबर पुलिस द्वारा पकड़े गए विदेशी ठगों के गिरोह की प्राथमिक जांच में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। जांच में खुलासा हुआ है कि यह गिरोह भारत के विभिन्न राज्यों के नागरिकों को सोशल मीडिया के माध्यम से निशाना बना रहा था। आरोपी खुद को विदेशी नागरिक बताकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे फेसबुक और इंस्टाग्राम पर फर्जी प्रोफाइल बनाते थे, जिनमें वे खुद को विदेशी लड़का या लड़की दिखाते थे।

आरोपी ये फोटो दिखाकर करते थे ब्लेकमेल।
पुलिस ने ये सामान किया जब्त
- 79 स्मार्टफोन
- 2 लैपटॉप, 2 मैक बुक
- 99 भारतीय और विदेशी सिम कार्ड
- 31 फर्जी बैंक खाते
- मोहाली एसएसपी हरमनदीप हंस प्रैस कांफ्रेंस करते हुए।
कई राज्यों में फैला नेटवर्क
एसएसपी मोहाली हरमनदीप हंस ने बताया कि जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। इस अंतरराष्ट्रीय साइबर ठग गिरोह ने पूरे देश में बड़े पैमाने पर लोगों को शिकार बनाया है। गिरोह का नेटवर्क देश के कई राज्यों तक फैला हुआ था और यह पूरी तरह संगठित तरीके से काम कर रहा था। उन्होंने बताया कि:
- 350 से ज्यादा भारतीय नागरिकों से ठगी की पुष्टि हुई है। आरोपियों ने सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों से दोस्ती कर उन्हें महंगे विदेशी गिफ्ट और डॉलर भेजने का लालच दिया। फिर कस्टम ड्यूटी, टैक्स या दस्तावेजों के नाम पर रकम वसूली गई।
- कुल ठगी की रकम लगभग 15 करोड़ रुपए तक पहुंच चुकी है। हर पीड़ित से 30 हजार रुपए से लेकर 3 लाख रुपए तक ऐंठे गए। कुछ मामलों में यह राशि और भी अधिक पाई गई है।
- विवाहित महिलाओं और पुरुषों को बनाया गया था मुख्य निशाना। सोशल मीडिया पर भावनात्मक रिश्ता बनाकर उन्हें फंसाया जाता था। बाद में निजी चैट और फोटो वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेल किया जाता था।
- गिरोह ने भारत में फर्जी कॉल सेंटर चलाया। गौतम बुद्ध नगर, उत्तर प्रदेश में किराए पर लिए गए मकान में ये कॉल सेंटर चलाया जा रहा था जहां से विदेशी नागरिक देशभर में लोगों को निशाना बना रहे थे।
मोहाली पुलिस की अपील:
- अनजान विदेशी प्रोफाइल से दोस्ती न करें।
- किसी गिफ्ट या डॉलर के नाम पर पैसे न भेजें।
- किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत साइबर क्राइम थाना मोहाली को दें।