Amritpal Singh’s associates face threat to their lives in Bathinda Central Jail Update | अमृतपाल के साथियों को जेल में जान में खतरा: वकील बोले- बठिंडा जेल से शिफ्ट करने की लगाई थी एप्लिकेशन, कोर्ट में जाएंगे – Punjab News

Actionpunjab
3 Min Read


बठिंडा जेल में बंद खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के साथियों को जान का खतरा है। इनको बठिंडा जेल से शिफ्ट करने की मांग की गई है। इन्होंने जेल में बंद नशा तस्करों से खुद को खतरा बताया है।

.

यह जानकारी उनके वकील की तरफ से दी गई। उनका कहना है कि एडीजीपी जेल ने उनकी एप्लिकेशन को खारिज कर दिया है। वहीं, आरोपी प्रधानमंत्री बाजेके को फोन से परिवार से बात करने की सुविधा बंद कर दी गई। उन्होंने कहा कि अब इस मामले में पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में अर्जी दायर करेंगे।

जेल अधिकारियों को दायर की थी एप्लिकेशन

एडवोकेट इमान सिंह खारा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर वीडियो शेयर करते हुए कहा कि अकाली दल वारिस पंजाब दे सेंट्रल जेल बठिंडा में बंद चाचा हरजीत सिंह, कुलवंत सिंह राउके, भगवंत सिंह प्रधानमंत्री उर्फ बाजेके और बसंत सिंह दौलतपुरा से बात की।

मुलाकात के दौरान इन्होंने बताया कि, उन्होंने एडीजीपी जेल को एक एप्लिकेशन दी थी, जिसमें उन्होंने मांग की थी कि इन्हें बठिंडा जेल से शिफ्ट कर किसी अन्य सुरक्षित जेल में स्थानांतरित किया जाए। इसका कारण यह है कि ये लोग नशा छुड़वाने वाले और अमृत संचार का काम करते हैं।

लेकिन वहां पर ऐसे कैदी हैं जो बड़े नशा तस्करी के केसों में बंद हैं। उन्होंने अपनी सुरक्षा को खतरा बताया था। इस वजह से परेशानी हो रही है। इसके लिए एप्लिकेशन भी लगाई थी। जिसे रद्द कर दिया गया है। वहीं, अब उन्होंने इस चीज को पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में चुनौती देने की तैयारी की है।

इमान सिंह खारा ने पोस्ट डालकर जानकारी दी है।

इमान सिंह खारा ने पोस्ट डालकर जानकारी दी है।

डिब्रूगढ़ जेल में बंद है आरोपी

बता दें कि, अमृतपाल सिंह पर अब तीसरी बार एनएसए लगाया गया है। अब परिवार इसे अदालत में चुनौती देने जा रहा है। परिवार का कहना है कि यह सब गलत किया जा रहा है। उन्हें राजनीति का शिकार बनाया जा रहा है। अमृतपाल सिंह खडूर साहिब के सांसद हैं। इस समय वह असर की डिब्रूगढ़ जेल में बंद है।

Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *