अयोध्या3 मिनट पहले
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मिल्कीपुर डिविजन में हाल ही में आए भीषण आंधी-तूफान ने विद्युत व्यवस्था को पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है। इस प्राकृतिक आपदा ने क्षेत्र की बिजली आपूर्ति को बुरी तरह प्रभावित किया, जिससे 192 विद्युत पोल टूट गए और 32 ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हो गए। इस तबाही के परिणामस्वरूप क्षेत्र के हजारों उपभोक्ताओं को कई दिनों तक बिजली आपूर्ति से वंचित रहना पड़ा, जिससे जनजीवन पर गहरा असर पड़ा।
विद्युत विभाग ने तत्परता दिखाते हुए कुछ क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बहाल कर दी है, लेकिन पूरी व्यवस्था को सामान्य करने में समय लग रहा है। स्थिति को और जटिल बनाने में संविदा वितरण कर्मचारियों का 72 घंटे का कार्य बहिष्कार भी शामिल है। इस हड़ताल ने मरम्मत और बहाली कार्यों की गति को धीमा कर दिया है, जिससे उपभोक्ताओं को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।


मिल्कीपुर के उपखंड अधिकारी अमित कुमार सिंह ने बताया कि क्षतिग्रस्त विद्युत पोलों को बदलने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। ट्रांसफार्मरों की जांच और मरम्मत का काम भी प्राथमिकता के आधार पर जारी है। छोटी-मोटी खराबी वाले ट्रांसफार्मरों को मौके पर ही ठीक किया जा रहा है, जबकि गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त ट्रांसफार्मरों को मरम्मत के लिए वर्कशॉप भेजा गया है। उन्होंने बताया कि कई ट्रांसफार्मर आकाशीय बिजली गिरने के कारण खराब हुए हैं, जिसने नुकसान को और बढ़ा दिया।
इस तूफान से विद्युत विभाग को लगभग 60 लाख रुपये का आर्थिक नुकसान हुआ है। विभाग ने नुकसान का आकलन कर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की, जिसे तहसील प्रशासन को सौंपा गया है। प्रशासन ने इस रिपोर्ट का सत्यापन पूरा कर लिया है और दैवीय आपदा कोष से इस नुकसान की भरपाई किए जाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
उपखंड अधिकारी ने क्षेत्रवासियों से धैर्य बनाए रखने की अपील की है और आश्वासन दिया है कि विभाग अपनी पूरी क्षमता के साथ मरम्मत कार्यों को पूरा करने में जुटा है। उन्होंने यह भी बताया कि कुछ क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति जल्द ही सामान्य हो जाएगी।